*दिनांक-30 जून 2018*
 *दिन - शनिवार*  *विक्रम संवत
- 2075*  *शक संवत -1940*
*अयन - दक्षिणायन* *ऋतु -वर्षा* *मास-आषाढ़* *पक्ष-कृष्ण* *तिथि -शाम 03:20 तक द्वितीया* *नक्षत्र – शाम 06:29 तक उत्तराषाढा* *योग- रात्रि 04:43      तक वैधृति* *राहुकाल- सुबह 09:23 से 11:02* *सूर्योदय - 06:01*  *सूर्यास्त -19:23* *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
 *व्रत पर्व विवरण -* 
*विशेष
–
द्वितीया
को बृहती (छोटा 
 बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण,
ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
 *ब्रह्म पुराण' के 118 वें
अध्याय में शनिदेव कहते हैं- 'मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो
मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके
सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल
उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा
नहीं होगी।' (ब्रह्म पुराण')*
 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय।' का 108 बार जप
करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता
है। (ब्रह्म पुराण')*
 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के
कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)*
*लक्ष्मी प्राप्ति के लिए*
  *यदि किसी
के परिवार में हमेशा कलह बना रहता है। धन नहीं टिकता है या बीमारियां हमेशा डेरा
जमाएं रहती है तो आपके परिवार को जरुरत है, देवी लक्ष्मी के
आशीर्वाद की। यदि आप चाहते हैं कि महालक्ष्मी आप पर कृपा करें तो अपनाएं यहां बताए
गए 4 तरीकों में से कोई एक ...*
  *घर में
पैसा नहीं टिकता तो अपनाएं धन आकर्षित करने के ये 4 सरल
तरीके*
    *सुबह जल्दी उठकर पीपल को कुमकुम-चावल चढ़ाकर कहें में आपसे प्रार्थना करता
हूं की मेरी समस्या का समाधान करें व दूध मिश्रित जल चढ़ाएं व प्रणाम कर घर आ जाएँ
।*
     *हनुमान मंदिर जाकर अपनी समस्या
कहें । इसके बाद मंदिर में कहीं भी एक भारी पत्थर वहां रख आएं । समस्या का निदान
होने पर उस पत्थर के वजन जितना प्रसाद चढ़ाकर आएं ।*
     *हर शनिवार को पीपल पर काले तिल
मिलाकर जल चढ़ाएं व अपनी समस्या कह दें ।धन से जुड़ी सभी  समस्याएं दूर हो जाएगी ।*
   *अपनी समस्याओं को विष्णु-लक्ष्मी
प्रतिमा को सुनाएं व केसर का दान करें । समस्या का समाधान होने    पर यथाशक्ति प्रसाद चढ़ाएं ।*
*बृहस्पति स्मृति* 
  *आचार्य
बृहस्पति देवताओं के गुरु माने जाते हैं। बृहस्पति स्मृति में 3 ऐसे दानों के बारे में बताया गया है,जिन्हें महादान
कहा जाता है। इन 3 चीजों का दान करने से मनुष्य के सभी पाप
धुल जाते हैं और उसे अपने सभी कामों में सफलता जरुर 
   मिलती  है
 *3 चीजें: जिनके दान को कहा
जाता है महादान, मिलती है सभी पापों से मुक्ति*
*श्लोक*
 *त्रीणयाहुरतिदानानि
गाव: पृथ्वी सरस्वती।*
 *तारयन्ति हिन्दू दातारं सर्वपापादसंशयम।।*
*गोदान  (गाय का दान)*
*गाय का दान करने से मनुष्य की अपार पुण्य की प्राप्ति होती है ।गाय दान
करने से जाने-अनजाने में हुए पापों से मुक्ति मिल जाती है । साथ ही मनुष्य को
स्वर्ग की प्राप्ति होती है ।*
*भूदान  (भूमि का दान)*
*किसी भी
जरुरतमंद या मंदिर आदि पवित्र काम के लिए भूमि का दान करने पर शूभ फल प्राप्त होता
है । भूमिदान करने वाले व्यक्ति के परिवार में किसी को भी घर या रहने की जगह
संबंधी परेशानी नहीं होती ।*
*विद्यादान (विद्या का दान)*
*कई बार मनुष्य किसी और वस्तु का दान करने में असमर्थ होता है, ऐसे में विद्या का दान करना सबसे अच्छा माना जाता है। लोगो को ज्ञान,
धर्म और विद्या की बातें बताने से मनुष्य पर भगवान की कृपा बनी रहती
है ।*

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