Sunday, 12 August 2018

~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ : दिनांक - 13 अगस्त 2018 *, * दिन – सोमवार .... Vinay Kumar


* दिनांक - 13 अगस्त 2018 *, * दिन – सोमवार *, * विक्रम संवत – 2075 *,* शक संवत -1940 *, * अयन – दक्षिणायन *, * ऋतु – वर्षा *, * मास – श्रावण *, * पक्ष – शुक्ल *, * तिथि - सुबह 08:37 से तृतीया *, * नक्षत्र - शाम 07:10 तक पूर्वाफाल्गुनी *, * योग - रात्रि 12:22 तक शिव *, * राहुकाल - सुबह 07:42 से 09:18 *, * सूर्योदय - 06:16 *, * सूर्यास्त - 19:11 *, * दिशाशूल - पूर्व दिशा में * ,* व्रत पर्व विवरण - मधुश्रवा-ठकुरानी-हरियाली तृतीया, शिवपूजनारम्भ, तृतीया क्षय तिथि * , * विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है एवं तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34) *
* मंगलवारी चतुर्थी *
* 14 अगस्त 2018 ( पुण्यकाल सूर्योदय से 15 अगस्त प्रात: 03:30 तक ) *, * मंत्र जप व शुभ संकल्प की सिद्धि के लिए विशेष योग *, * मंगलवारी चतुर्थी को किये गए जप-संकल्प, मौन व यज्ञ का फल अक्षय होता है । *, * मंगलवार चतुर्थी को सब काम छोड़ कर जप-ध्यान करना ... जप, ध्यान, तप सूर्य-ग्रहण जितना फलदायी है... *
* मंगलवारी चतुर्थी *
* अंगार चतुर्थी को सब काम छोड़ कर जप-ध्यान करना जप, ध्यान, तप सूर्य-ग्रहण जितना फलदायी है… *,* बिना नमक का भोजन करें *, * मंगल देव का मानसिक आह्वान करो *, * चन्द्रमा में गणपति की भावना करके अर्घ्य दें *, * कितना भी कर्ज़दार हो..काम धंधे से बेरोजगार हो ..रोज़ी रोटी तो मिलेगी और कर्जे से छुटकारा मिलेगा | *
* नागपंचमी *
* श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है । इस बार ये पर्व 15 अगस्त, बुधवार को है । इस दिन नागों की पूजा करने का विधान है । हिंदू धर्म में नागों को भी देवता माना गया है । महाभारत आदि ग्रंथों में नागों की उत्पत्ति के बारे में बताया गया है । इनमें शेषनाग, वासुकि, तक्षक आदि प्रमुख हैं । नागपंचमी के अवसर पर हम आपको ग्रंथों में वर्णित प्रमुख नागों के बारे में बता रहे हैं - *
* वासुकि नाग *
* धर्म ग्रंथों में वासुकि को नागों का राजा बताया गया है । ये हैं भगवान शिव के गले में लिपटे रहते हैं । (कुछ ग्रंथों में महादेव के गले में निवास करने वाले नाग का नाम तक्षक भी बताया गया है) । ये महर्षि कश्यप व कद्रू की संतान हैं। इनकी पत्नी का नाम शतशीर्षा है । इनकी बुद्धि भगवान भक्ति में लगी रहती है । जब माता कद्रू ने नागों को सर्प यज्ञ में भस्म होने का श्राप दिया तब नाग जाति को बचाने के लिए वासुकि बहुत चिंतित हुए । तब एलापत्र नामक नाग ने इन्हें बताया कि आपकी बहन जरत्कारु से उत्पन्न पुत्र ही सर्प यज्ञ रोक पाएगा । *, * तब नागराज वासुकि ने अपनी बहन जरत्कारु का विवाह ऋषि जरत्कारु से करवा दिया । समय आने पर जरत्कारु ने आस्तीक नामक विद्वान पुत्र को जन्म दिया। आस्तीक ने ही प्रिय वचन कह कर राजा जनमेजय के सर्प यज्ञ को बंद करवाया था । धर्म ग्रंथों के अनुसार, समुद्र मंथन के समय नागराज वासुकि की नेती (रस्सी) बनाई गई थी। त्रिपुरदाह (इस युद्ध में भगवान शिव ने एक ही बाण से राक्षसों के तीन पुरों को नष्ट कर दिया था) के समय वासुकि शिव धनुष की डोर बने थे । *
* शेषनाग *
* शेषनाग का एक नाम अनंत भी है । शेषनाग ने जब देखा कि उनकी माता कद्रू व भाइयों ने मिलकर विनता (ऋषि कश्यप की एक और पत्नी ) के साथ छल किया है तो उन्होंने अपनी मां और भाइयों का साथ छोड़कर गंधमादन पर्वत पर तपस्या करनी आरंभ की । उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा ने उन्हें वरदान दिया कि तुम्हारी बुद्धि कभी धर्म से विचलित नहीं होगी । *, * ब्रह्मा ने शेषनाग को यह भी कहा कि यह पृथ्वी निरंतर हिलती-डुलती रहती है, अत: तुम इसे अपने फन पर इस प्रकार धारण करो कि यह स्थिर हो जाए । इस प्रकार शेषनाग ने संपूर्ण पृथ्वी को अपने फन पर धारण कर लिया । क्षीरसागर में भगवान विष्णु शेषनाग के आसन पर ही विराजित होते हैं । धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण व श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम शेषनाग के ही अवतार थे । *
शेष कल.........
* मंगलवार चतुर्थी *
* भारतीय समय के अनुसार 14 अगस्त 2018 को (सूर्योदय से 15 अगस्त प्रातः 03:30 तक) चतुर्थी है, इस महा योग पर अगर मंगल ग्रह देव के 21 नामों से सुमिरन करें और धरती पर अर्घ्य देकर प्रार्थना करें, शुभ संकल्प करें तो आप सकल ऋण से मुक्त हो सकते हैं.. *
* मंगल देव के 21 नाम इस प्रकार हैं :- *
* 1)  ॐ मंगलाय नमः *, * 2) ॐ भूमि पुत्राय नमः *, *3 ) ॐ ऋण हर्त्रे नमः *, * 4) ॐ धन प्रदाय नमः *, *5 ) ॐ स्थिर आसनाय नमः *, * 6) ॐ महा कायाय नमः *, * 7) ॐ सर्व कामार्थ साधकाय नमः *, * 8) ॐ लोहिताय नमः *, * 9) ॐ लोहिताक्षाय नमः *, * 10) ॐ साम गानाम कृपा करे नमः *, * 11) ॐ धरात्मजाय नमः *, * 12) ॐ भुजाय नमः *, * 13) ॐ भौमाय नमः *, * 14) ॐ भुमिजाय नमः *, * 15) ॐ भूमि नन्दनाय नमः *, * 16) ॐ अंगारकाय नमः *, * 17) ॐ यमाय नमः *, * 18) ॐ सर्व रोग प्रहाराकाय नमः *, * 19) ॐ वृष्टि कर्ते नमः *, * 20) ॐ वृष्टि हराते नमः *, * 21) ॐ सर्व कामा फल प्रदाय नमः *, * ये 21 मन्त्र से भगवान मंगल देव को नमन करें  ..फिर धरती पर अर्घ्य देना चाहिए..अर्घ्य देते समय ये मन्त्र बोले :- *, * भूमि पुत्रो महा तेजा *, * कुमारो रक्त वस्त्रका *, * ग्रहणअर्घ्यं मया दत्तम *, * ऋणम शांतिम प्रयाक्ष्मे *, * हे भूमि पुत्र!..महा क्यातेजस्वी,रक्त वस्त्र धारण करने वाले देव मेरा अर्घ्य स्वीकार करो और मुझे ऋण से शांति प्राप्त कराओ……...*



Wednesday, 8 August 2018

नाग पंचमी पर विशेष .... vinay kumar

शुभ पूजन महूरत सुबह 05:55 से 8:31 तक
जाने मदन गुप्ता सपाटू ज्योतिषविद् से इसके उपाए 

एन टी 24 न्यूज़ 
चंडीगढ़ 

नाग पंचमी पर विशेष 

नाग पंचमी पर करें कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय 
     इस वर्ष 2 अगस्त को नागपंचमी राजस्थान व उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों  में मनाई जा चुकी है जबकि पंजाब, हरियाणा व हिमाचल आदि में इसे 15 अगस्त को मनाया जाएगी। सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है। कुछ लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं.. हिन्दू धर्म में सर्पों के पूजन का खास महत्व है. दरअसल, सर्पों को भगवान शंकर का गहना माना जाता है और कहा जाता है कि सर्पों की पूजा से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और मनवांछित फल देते हैं. ऐसी भी मान्यता है कि हमारे पूर्वज सर्पों का रूप धारण कर धरती पर आते हैं l इस बार 15 अगस्त के दिन नागपंचमी पर स्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। ज्योतिष में इस योग को बहुत ही शुभ योग माना गया है। नागपंचमी पर पूजा का मुहूर्त सुबह 11 बजकर 48 मिनट से शुरू होकर शाम को 4 बज कर 13 मिनट तक रहेगा। पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त – 15 अगस्त को सुबह 05:55 से 8:31 तक l  पंचमी तिथि प्रारंभ – 15 अगस्त को सुबह 03:27 बजे शुरू, पंचमी तिथि समाप्ति – 16 अगस्त को सुबह 01:51 बजे खत्म l 
ऐसे करें नागों के देवता की पूजा:-
– सबसे पहले प्रात: घर की सफाई कर स्नान कर लें, इसके बाद प्रसाद के लिए सेवई और चावल बना लें, इसके बाद एक लकड़ी के तख्त पर नया कपड़ा बिछाकर उस पर नागदेवता की मूर्ति या तस्वीर रख दें, फिर जल, सुगंधित फूल, चंदन से अर्ध्य दें, नाग प्रतिमा का दूध, दही, घृ्त, मधु ओर शर्कर का पंचामृ्त बनाकर स्नान कराएं, प्रतिमा पर चंदन, गंध से युक्त जल अर्पित करें, नये वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, हरिद्रा, चूर्ण, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, आभूषण और पुष्प माला, सौभाग्य द्र्व्य, धूप दीप, नैवेद्ध, ऋतु फल, तांबूल चढ़ाएं  l 
ऐसे दूर करें कालसर्प दोष
कालसर्प दोष को दूर करने के लिए यह दिन बहुत विशेष माना जाता है। इस दिन नागों की पूजा और ऊं नम: शिवाय का जप करना फलदायी होता है। इसके अलावा इस दिन पर रुद्राभिषेक करने से भी जातक की कुंडली से कालसर्प दोष दूर हो जाता है। वैसे तो सावन के महीने का हर दिन भगवान भोलेशंकर का दिन होता है। पूरे महीने कृपानिधान शिव शंकर कृपा बरसाते हैं लेकिन इस दिन नागपंचमी का दिन बेहद ही खास है क्योंकि इस दिन भगवान आशुतोष का प्रिय आभूषण उनके गले का हार यानि नाग देवता की पूजा करके आप अपनी हर मनोकामना को पूरा कर सकते हैं। यही नहीं यदि आप कालसर्प दोष से ग्रसित हैं तो इस दिन उसका भी निवारण किया जा सकता है। वेद और पुराणों में नागों का उद्गम महर्षि कश्यप और उनकी पत्नी कद्रू से माना गया है। शेषनाग की शय्या महर्षि कश्यप और उनकी पत्नी कद्रू वेद और पुराणों में नागों का उद्गम महर्षि कश्यप और उनकी पत्नी कद्रू से माना गया है। भगवान विष्णु भी शेषनाग की शय्या पर लेटे हैं। इसलिए भी इनकी पूजा होती है। हिन्दू धर्म में हर पशु- पक्षी को किसी न किसी देवी या देवता से जोड़ा गया है। भगवान शिव के गले में नाग होने से इसकी पूजा आदिकाल से की जा रही है। और इस पर्व को नाग पंचमी कहा जाता है। स्कंद पुराण के अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पूजन से मनोकामना पूर्ण होती है। भारत के कई क्षेत्रों में व्रत भी रखे जाते हैं। ग्रामीण अंचलों में  इस दिन दीवारों पर सात नागों के चित्र बना क उनका पूजन किया जाता है। एक रस्सी में 7 गाठें लगाकर सर्प की आकृति बनाई जाती है और  विधिवत् निम्न मंत्र से पूजन किया जाता है।, ! अनन्तम्ं वासुकि, शेषम, पदनाभम्, चकभ्बलम्,कींटकम, तक्षक्म् !! इसके अतिरिक्त नवनाग स्तोत्र का पाठ किया जा सकता है। चांदी का नाग बना कर मध्यमा में धारण किया जा सकता है। शिवलिंग पर तांबे का सर्प अनुष्ठानपूर्वक चढ़ाया जा सकता है। तांबे के लोटे में नाग के जोड़े डाल कर ,बहते जल में प्रवाहित किये जा सकते हैं। इस दिन राहु यंत्र भी रखा जा सकता है।  काल सर्प दोष निवारण यन्त्र स्थापित एवं धारण किया जा सकता है। यह अवसर काल सर्प दोष की शान्ति पूजा करवाने के लिए सर्वथा उचित होता है ।
      मंदिर में ऐसी पूजा का विशेष प्रावधान भी किया जाता है। किसी कारण सुयोग्य कर्मकांडी उपलब्ध न हो तो आप खुद भी ओम् रां राहुवे नम: मन्त्र का या ओम  कुरूकुल्ये हुं पट स्वाहा 108 बार जाप करके शिव प्रतिमा पर दुग्ध ,नाग नागिन की प्रतिमाएं आदि अर्पित कर सकते हैं। इस दिन काले तिल, काले उड़द,काली राई, नीला वस्त्र, जामुन, काला साबुन, कच्चे कोयले, सिक्का-रांगा या लैड आदि  दान अथवा चलते पानी में प्रवाहित करने से विशेष लाभ मिलता है। ओम् रां राहवे नम: तथा ओम कें केतवे नम: का 108 बार जाप करें। पुष्य नक्षत्र या सोमवार को महादेव पर जल एवं दूध चढ़ाएं । महामृत्युंज्य मंत्र का जाप करें या कैसेट सुनें।  ओम नम: शिवाय का जाप करें । मध्यमा में नाग की अंगूठी पहनें । । काल सर्प योग की अंगूठी, लाकेट, यंत्र , गोमेद या लहसुनिया की अंगूठी धारण की  जा सकती है। 500 ग्राम का पारद शिवलिंग बनवा के रुद्राभिषेक कराएं। ओम नमोस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथ्वीमनु, ये अंतरिक्षे ये दिवितेभ्य: सर्पेभ्यो नम: स्वाहा  !! का 31000 मन्त्र जाप करें। मंगल या शनिवार हनुमान जी की मूर्ति पर सिंदूर, चमेली का तेल, लाल चोला या झंडा चढ़ाएं। महामृत्युंज्य मंत्र की एक माला करें या श्रावण मास

एक कदम स्वछता की ओर... vinay kumar


" एक कदम स्वछता की ओर "



एन टी 24 न्यूज़ 

चंडीगढ़
स्वच्छ भारत का नारा " एक कदम स्वछता की ओरस्वछता का एक नज़ारा हमे 2 दिन पहले ही चंडीगढ़ सेक्टर 20 स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के बाहर देखने को मिला जहाँ पर कूड़ा दान लगे होने के बाबजूद कूड़ा करकट ज़मीं पर बिखरा हुआ था l कारण डस्टबिन का भरा हुआ होना l नगर निगम अधिकारीयों को हम इस फोटो के ज़रिये से ये बताना चाहते हैं के अगर वे अपने सफाई कर्मचारियों को हिदायत दें के वह रोज़ाना अपने - अपने सेक्टर की देख - रेख ओर साफ़ - सफाई की ओर ध्यान तो मन्दिर के साथ - साथ सेक्टर  भी साफ़ सुथरा सा दिखने लगेगा

Monday, 6 August 2018

“ हेल्थ सीनैरियो इन इंडिया एंड रोल ऑफ अफोर्डेबल मेडिसिन ” ... ललित बजाज

आम जनता को कैमिस्ट से मिलेगी सस्ती दवाइयां, दवा कम्पनिया बेबस “ हेल्थ सीनैरियो इन इंडिया एंड रोल ऑफ अफोर्डेबल मेडिसिन ” विषय पर विशेष सत्र आयोजित
एन टी24 न्यूज़
चंडीगढ़
    मैनेजमेंट एसोसिएशन (सीएमए) द्वारा हेल्थ सीनैरियो इन इंडिया एंड रोल ऑफ अफोर्डेबल मेडिसिन विषय पर सेक्टर 18 स्थित रोटरी हाऊस में एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। सीएमए के अध्यक्ष ललित बजाज ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य वक्ता डॉ. बेस्ट फार्माक्यूटिकल बद्दी के सीईओ अश्वनी भल्ला व एमडी राजेश ढींगरा थे जबकि ऑल इंडिया रेडियो, चण्डीगढ़ के सीनियर ब्रॉडकास्टर सर्वप्रिय निर्मोही पैनल मॉडरेटर के तौर पर मौजूद थे । सत्र में वक्ताओं ने बेबाक व स्पष्ट शब्दों में अपने अनुभवों को उपस्थित जनों से सांझा करते हुए बताया कि किस प्रकार नीम हकीम एवं केमिस्ट तक भी प्रैक्टिशनर डॉक्टर्स की भूमिका में आ जातें हैं। उन्होंने आम जनता को सस्ती दवाइयां मुहैया कराने के मामले में केमिस्टों के आगे दवा कंपनियों को बेबस बताया । 

Sunday, 5 August 2018

CMA conducted a panel discussion on “ Health scenario in India and Role of Affordable medicines”

CMA conducted a panel discussion on
 “ Health scenario in India and Role of Affordable medicines” 

NT24 News
Chandigarh 
Chandigarh Management Association conducted a panel discussion on “ Health scenario in India and Role of Affordable medicines” at Rotary House Sector 18 Chandigarh on 04th Aug 2018. Key Note Speakers in the seminar were Mr Rajesh Dhingra MD of Dr Best Pharmaceuticals Pvt Limited and with Mr Ashwani Bhalla CEO of Dr Best Pharmaceuticals Pvt Limited On this event Sh Sarvpriya Nirmohi Senior Broadcaster All India Radio was moderator.  All the speakers shared their experience in a lucid, comprehensive candid and forthright manner. Practical examples from the society where quacks and chemists also sometime play the role of a doctor were given. 
   Lalit Bajaj President CMA welcomed and thanked the guests on behalf of Chandigarh Management Association and gave a brief introduction of Mr Rajesh Dhinra and Mr Ashwani Bhalla CEO of Dr Best and Sh S B Khullar Proposed a vote of thanks on this occasion.

पूज्य माता सविंदर हरदेव जी ब्रह्यलीन


पूज्य माता सविंदर हरदेव जी ब्रह्यलीन

न टी 24 न्यूज़

दिल्ली,
पूज्य माता सविंदर हरदेव जी महाराज आज निरंकार में लीन हो गए। उन्होंने आज सायं लगभग 5.15 पर अपने निवास संत निरंकारी सत्संग भवन, संत निरंकारी कालोनी, दिल्ली में अंतिम स्वास लिये । वे 61 वर्ष के थे । पूज्य माता जी का पार्थिव शरीर मिशन के भक्तों द्वारा अंतिम दर्शनों के लिये आज रात्रि 9.00 बजे से ग्राउंड नं. 8 में रखा जायेगा । अंतिम दर्शन कार्यक्रम 7 अगस्त रात्रि तक जारी रहेगा । अंतिम यात्रा बुधवार प्रातः 9.00 बजे ग्राउंड नं.8 से प्रारंभ होगी और अंतिम संस्कार दोपहर 12.00 बजे निगम बोध घाट, दिल्ली में किया जायेगा । पूज्य माता सविंदर हरदेव जी के जीवन तथा शिक्षाओं से प्रेरणा लेने के लिये एक विशेष सत्संग कार्यक्रम सद्गुरु माता सुदीक्षा जी के सान्निध्य में उसी दिन, 8 अगस्त, 2018 को सायं 4.00 बजे से निरंकारी सरोवर के सामने वाले ग्राउंड नं.2 में होगा । 



Dr Rama Arora as Principal of PGGC, Sector 11.....Vinay


Dr Rama Arora as Principal of PGGC, Sector 11

Tational Tele24 News 
Chandigarh
Chandigarh Education Department today appointed Dr Rama Arora as Principal of PGGC, Sector 11, Chandigarh. An alumini of Physics Department of Panjab University, Dr Rama Arora has excellant academic record and was a university topper  in her M. Sc degree in the year 1982. She served Govt Home Science College, Sector 10,  for about 24 years before moving to PGGCG, Sector 11 in year 2007. She has the experience of functioning as Vice-Principal, Dean and HOD. She completed her Ph. D. degree in the year 2014 from Punjabi University Patiala. She has published 17 papers in International Journals and 8 in Conference Proceedings. She was deputed to USA to present her research in International Material Conference. Her area of research work is development and characterization of metal matrix composites for industrial applications and also supervising 3 Ph. D. students. She was designated as Professor in Nov 2014. 

Saturday, 4 August 2018

पीएनबी द्वारा हरियाणा में पहले केन्द्रीय ऋण प्रसंस्करण केंद्र (सीएलपीसी) का उद्घाटन


पीएनबी मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा हरियाणा में पहले केन्द्रीय ऋण प्रसंस्करण केंद्र (सीएलपीसी) का उद्घाटन किया ।

एन टी 24 न्यूज़  
चंडीगढ़ 
पंजाब नेशनल बैंक द्वारा जिम्मेदार और उत्तरदायी बैंकिंग के तहत भारत सरकार की ईएएसई (उन्नत पहुंच और उत्कृष्ट सेवा) पहल के साथ बैंक स्केयर, सेक्टर 17-बी, चंडीगढ़ में हरियाणा का पहला केन्द्रीय ऋण प्रसंस्करण केंद्र (सीएलपीसी) खोला गया, जिसका उद्घाटन आज पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील मेहता द्वारा बैंक के पुराने और सम्मानित ग्राहकों, चंडीगढ़ और पंचकुला की सभी पीएनबी शाखाओं के शाखा प्रमुखों, अन्य कर्मचारियों तथा आम जनता के बीच किया गया । उद्घाटन समारोह में आलोक श्रीवास्तव, अंचल प्रबंधक, पीएनबी, चंडीगढ़ और हरियाणा अंचलके बी सिंह, उप अंचल प्रबंधक, पीएनबी, चंडीगढ़ और हरियाणा अंचल, एस के बजाज, मंडल प्रमुख, पीएनबी, चंडीगढ़ मंडल  तथा पीएनबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया ।  
     इस अवसर पर बात करते हुए सुनील मेहता ने कहा कि व्यापक परिवर्तन प्रयोग और बैंक के विज़न “परिवर्तन” के तहत, केन्द्रीय ऋण प्रसंस्करण केंद्र (सीएलपीसी) के लिए मॉडल और ढांचे को पीएनबी में संकल्पनाबद्ध किया गया है जो कि भारत सरकार के ईएएसई कार्यक्रम के अनुरूप है जिसमें उन्नत उत्तरदायित्व के लिए स्वीकृति से पहले तथा स्वीकृति के बाद भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के सख्त अलगाव पर जोर दिया गया है। श्री मेहता जी ने आगे कहा कि ऋण मूल्यांकन, उधार और निगरानी बैंकिंग उद्योग की महत्वपूर्ण व्यावसायिक गतिविधि है और इस दिशा में, हमारे बैंक ने ऋण वितरण में उच्च उत्पादकता बढ़ाने हेतु टीएटी, गुणात्मक ऋण आकलन और कुशल निगरानी सुनिश्चित करने के लिए सीएलपीसी बनाया है। श्री मेहता ने आगे कहा कि सीएलपीसी एक स्वतंत्र समर्थन और कार्य आउटलेट के रूप में काम करेगा जिसमें पूर्व-स्वीकृति मूल्यांकन, अनुमोदन और स्वीकृति के बाद प्रभावी फॉलो-अप/ रु 50.00 लाख से अधिक ऋण खातों की निगरानी के साथ ऋण प्रोसेसिंग सेल और ऋण निगरानी सेल शामिल है । सीएलपीसी इसके साथ जुड़े शाखा कार्यालयों और सीएलपीसी चंडीगढ़ के साथ जुड़ी चंडीगढ़ और पंचकुला की सभी पीएनबी शाखाओं से लीड प्राप्त करेगा ।
      मेहता ने नेत्रहीन स्कूल, सैक्टर 26, चण्डीगढ़ का भी दौरा किया तथा बैंक की सीएसआर गतिविधि के तहत वहां पर नेत्रहीन बच्चों को स्कूल की वर्दियां प्रदान की । स्कूल द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान श्री मेहता ने अपने संबोधन में पीएनबी की ओर से उनकी शिक्षा के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया ।
   मेहता ने चंडीगढ़ में पीएनबी स्टाफ और अधिकारियों की टाउन हॉल में आयोजित बैठक को संबोधित किया तथा उन्हें प्रोत्साहित किया । उन्होंने नियत समय अवधि के भीतर इसे प्राप्त करने के लिए बैंक की कार्य योजना और रणनीतियों पर चर्चा की ।
      मेहता ने कहा कि पीएनबी के ग्राहकों को हमेशा अपने बैंक पर पूर्ण विश्वास है, जो हम अपनी कड़ी मेहनत,  सर्वोत्तम प्रयासों,  ईमानदारी और निष्ठा से बरकरार रखेगें । हमें एनएपी को कम करने, कासा (चालू खाता, बचत खाता) को बढ़ाने, वसूली में सुधार लाने और डिजिटल लेनदेन के लाभों के बारे में अपने ग्राहकों को शिक्षित करने के लिए सर्वोत्तम प्रयास करना होगा ।

BVCMUN’18 THE OPENING CEREMONY by BHAVAN VIDYALAYA, CHANDIGARH

BVCMUN’18 THE OPENING CEREMONY by BHAVAN VIDYALAYA, CHANDIGARH


NT24 News
Vinay kumar
Chandigarh,
Riding high on the stupendous success of previous conferences, the iconic ninth edition of the highly coveted BVCMUN’18 opened with all renewed vigour and vitality to mull over crucial international diplomatic issues on 3rd August 2018 at Tagore Theatre. A Senior Ambassador and highly distinguished statesman Shri K.C. Singh was the Chief Guest of the occassion. Other distinguished guests included Shri R.K. Saboo, Chairman Bharatiya Vidya Bhavan, Hony. Secretary Mr. P.R. Aggarwal and Associate Secretary Mr. Madhukar Malhotra along with the members of the Managing Committee. Several Principals and teachers of the participating schools and eminent Rotarians were other distinguished guests present at the occasion.
    The event began on a tranquil note with the Chief Guest lighting the auspicious lamp amidst the invocation to Lord Ganesha. This year, BVCMUN’18 is proud to be hosting more than 350 students from all over the country and the world. NIMS Dubai, NIMS Sharjah, DPS Kuwait and Birla Public School, Qatar are among the four international schools participating in this mega conference.
Shri R. K. Saboo, Chairman, Bharatiya Vidya Bhavan welcomed the Chief Guest Shri K.C. Singh, eminent guests and the participating teams in his address. He greatly appreciated the widespread participation BVCMUN’18 has evoked. In his speech, Shri Saboo shared his experience as a witness to World War II and his encounters with Gandhiji and Mother Teresa. He emphasized upon the need to create opportunities for the students to create moments to redefine the world.

Friday, 3 August 2018

हेल्थ सीनैरियो इन इंडिया एंड रोल ऑफ अफोर्डेबल मेडिसिन विषय पर विशेष सत्र कल,,,,,



हेल्थ सीनैरियो इन इंडिया एंड रोल ऑफ अफोर्डेबल मेडिसिन विषय पर विशेष सत्र कल

एन टी 24 न्यूज़
चण्डीगढ़
चण्डीगढ़ मैनेजमेंट एसोसिएशन (सीएमए) द्वारा हेल्थ सीनैरियो इन इंडिया एंड रोल ऑफ अफोर्डेबल मेडिसिन विषय पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया जा रहा है । सीएमए के अध्यक्ष ललित बजाज ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि यह सत्र सेक्टर 18 स्थित रोटरी हाऊस में चार अगस्त को शाम साढ़े पांच बजे होगा जिसमें चंडीगढ़ के उपायुक्त अजीत बालाजी जोशी मुख्य अथिति के तौर पर पधारेंगे जबकि मुख्य वक्ता डॉ. बेस्ट फार्माक्यूटिकल बद्दी के सीईओ अश्वनी भल्ला व एमडी राजेश ढींगरा होंगे जबकि ऑल इंडिया रेडियोचण्डीगढ़ के सीनियर ब्रॉडकास्टर सर्वप्रिय निर्मोही पैनल मॉडरेटर होंगे ।


CMA having an session on Health scenario in India

NT 24 News
Vinay kumar
Chandigarh.
Chandigarh Management Association is having an session on Health scenario in India and Role of Affordable Medicines on 04th Aug 2018  5.30 PM onwards at Rotary House sector 18 Chandigarh Sh Ajit Bala Ji Joshi IAS Deputy Commissioner Chandigarh will be the Chief Guest. Mr Ashwani Bhalla CEO Dr Best Pharmaceutical Baddi and Mr Rajesh Dhingra MD of the Dr Best Pharmaceutical Pvt Limited shall be Key Note speakers & Mr. Sarvpriy Nirmohi, Sr. Broadcaster of AIR, Chd. will be the panel Moderator. Session will be followed by High Tea. Please make it convenient to attend and cover the event. 



Chandigarh Administration Photo caption News


Chandigarh Administration Photo caption News
N T24News
Vinay kumar
Chandigarh,
The Punjab Governor and Administrator, UT, Chandigarh, Shri V.P. Singh Badnore with the students from the remote corners of Leh and Laddakh under the Capacity of Building Programme initiated by 11 Sikh Lt/14Corps at Punjab Raj  Bhawan, Chandigarh on Thursday.

Chandigarh,
The Punjab Governor and Administrator, UT, Chandigarh, Shri V.P. Singh Badnore in a meeting with the
Dr. Kamlesh Kumar Pandey, Chief Commissioner for Persons with Disability along with Dr. Sanjay Kant Prasad, Deputy Commissioner, Government of India and officers concerned of Chandigarh Administration at Punjab Raj  Bhawan, Chandigarh on Thursday.

Thursday, 2 August 2018

Dr. Kamlesh Kumar Pandey During Media Conference


Dr. Kamlesh Kumar Pandey During Media Conference 

NT24News

Vinay kumar
Chandigarh
Dr. Kamlesh Kumar Pandey, Chief Commissioner for Persons with Disability along with Dr. Sanjay Kant Prasad, Deputy Commissioner, Government of India presiding over Press Conference regarding Review meeting of Implementation of person with disability act 1995 &right of disability persons act 2016 organized by Social Welfare Department, Chandigarh Administration at UT Guest House Sector 6 Chandigarh.

~ *आज का पंचांग* ~ : * दिनांक - 03 अगस्त 2018 *, * दिन – शुक्रवार *,

* दिनांक - 03 अगस्त 2018 *, * दिन – शुक्रवार *, * विक्रम संवत – 2075 *, * शक संवत -1940*, * अयन – दक्षिणायन *, * ऋतु – वर्षा *, * मास – श्रावण *, * पक्ष – कृष्ण *, * तिथि - सुबह 12:08 तक षष्ठी *, * नक्षत्र - दोपहर 02:25 तक रेवती *, * योग - दोपहर 02:05 तक धृति *, * राहुकाल - सुबह 10:55 से 12:32 *, * सूर्योदय - 06:14 *, * सूर्यास्त - 19:15 *, * दिशाशूल - पश्चिम दिशा में *,
* व्रत पर्व विवरण - *
* विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34) *, * चतुर्मास के दिनों में ताँबे व काँसे के पात्रों का उपयोग न करके अन्य धातुओं के पात्रों का उपयोग करना चाहिए । (स्कन्द पुराण) *, * चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है । *,
* श्रावण शनिवार *,
* 28 जुलाई 2018 शनिवार से भगवान शिव का पवित्र श्रावण (सावन) मास शुरू हो चुका है, जो 26 अगस्त रविवार तक रहेगा (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार अषाढ़ मास चल रहा है वहां 12 अगस्त  रविवार से श्रावण (सावन) मास आरंभ होगा) *, * बहुत लोगों को श्रावण शनिवार का पूरे वर्ष इंतज़ार रहता है । *
* स्कन्दपुराण के अनुसार *
* "श्रावणे मासि देवानां त्रयानां पूजनं शनौ । नृसिंहस्य शनैश्चव्य अञ्जनीनन्दनस्य च।। " *, * शनिवार मास में शनिवार के दिन नृसिंह, शनि तथा अंजनीपुत्र हनुमान इन तीनों देवताओं का पूजन करना चाहिए । *
* शिवपुराण के अनुसार *
* अपमृत्युहरे मंदे रुद्राद्रींश्च यजेद्बुधः ॥ *, * तिलहोमेन दानेन तिलान्नेन च भोजयेत् ॥ (शिवपुराण, विध्येश्वर संहिता) *, * शनैश्चर अल्पमृत्यु का निवारण करने वाला है, उस दिन बुद्धिमान पुरुष रुद्र आदि की पूजा करे। तिल के होम के, दान से देवताओं को संतुष्ट करके ब्राह्मणों को तिलमिश्रित अन्न भोजन कराएं ।*, * स्कन्दपुराण के अनुसार श्रावण शनिवार को हनुमान पूजा: *, * 1. “ शनिवारे श्रावणे च अभिषेकं समाचरेत, रुद्रमंत्रेण तैलेन हनुमत्प्रीणनाय च। तैलमिश्रितसिन्दूरलेपमं तस्य समर्पयेतरुद्रमंत्र के द्वारा तेल से हनुमान जी का अभिषेक करना चाहिए। तेल में मिश्रित सिन्दूर का लेप उन्हें समर्पित करना चाहिए। *, * 2. जपाकुसुम, आक, मंदारपुष्प की मालाओं से , नैवेद्य से उनकी पूजा करनी चाहिए । *, * 3. “जपेद्द्वादश नामानि हनुमत्प्रीतये बुधःहनुमान जी के 12 नामों का जप करना चाहिए । *, * " हनुमानञ्जनी सूनुर्वायुपुत्रो* *महाबल:। रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोमितविक्रम: ।। *, * उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन:। *, * लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा ।। " *, * जो मनुष्य प्रातःकाल उठकर इन बारहनामों को पढ़ता है, उसका अमंगल नहीं होता और उसे  सभी सम्पदा सुलभ हो जाती है । *, * 4. हनुमान जी के मंदिर में हनुमत्कवच का पाठ करना चाहिए । *, * श्रावणे मंदवारे तु एवमाराध्य वायुजं। वज्रतुल्यशरीरः स्यादरोगो बलवान्नरः ।। *, * वेगवान्कार्यकरणे बुद्धिवैभवभूषितः। शत्रु: संक्षयमाप्नोति मित्रवृद्धि: प्रजायते।। *, * वीर्यवान्कीर्तिमांश्चैव प्रसादादंञ्जनीजने । *, * इस प्रकार श्रावण में शनिवार के दिन वायुपुत्र हनुमानजी की आराधना करके मनुष्य वज्रतुल्य शरीर वाला, निरोग और बलवान हो जाता है। अंजनीपुत्र की कृपा से वह कार्य करने में वेगवान, तथा बुद्धि वैभव से युक्त हो जाता है, उसके शत्रु नष्ट हो जाते हैं, मित्रों की वृद्धि होती है और वह वीर्यवान तथा कीर्तिमान हो जाता है । *, * स्कन्दपुराण के अनुसार* *श्रावण शनिवार को शनि पूजा : *, * शनि की प्रसन्नता के लिए एक लंगड़े ब्राह्मण और उसके अभाव में किसी ब्राह्मण के शरीर में तिल का तेल लगाकर उसे उष्ण जल से स्नान कराना चाहिए और श्रद्धायुक्त होकर खिचड़ी उसे खिलाना चाहिए। तत्पश्च्यात तेल, लोहा, काला तिल, काला उडद, काला कंबल, प्रदान करना चाहिए। इसके बाद व्रती यह कहे कि मैंने यह सब शनि की प्रसन्नता के लिए किया है, शनिदेव मुझपर प्रसन्न हों। तदनन्तर तिल के तेल से शनि का अभिषेक कराना चाहिए। उनके पूजन मेजन तिल तथा उड़द के अक्षत प्रशस्त माने गए हैं । *, * उसके बाद शनि का ध्यान करें : *, * शनैश्चरः कृष्णवर्णो मन्दः काश्यपगोत्रजः । *, *सौराष्ट्रदेशसम्भूतः सूर्यपुत्रो वरप्रदः। दण्डाकृतिर्मण्डले स्यादिन्द्रनीलसमद्युतिः ।*, * बाणबाणासनधरः शूलधृग्गृध्रवाहनः । *, * यमाधिदैवतश्चैव ब्रह्मप्रत्यधिदैवतः । *, * कस्तूर्यगुरुगन्ध: स्यात्तथा गुग्गुलुधूपकः। कृसरान्नप्रियश्चैव विधिरस्य प्रकीर्तितः । *, * पूजा में कृष्ण वस्तु (काली वस्तु) का दान करना चाहिये। ब्राह्मण को काले रंग के दो वस्त्र देने चाहिए और काले बछड़े सहित काली गौ प्रदान करनी चाहिए । *,* शनि पूजन में वैदिक मंत्र : *, *  शन्नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये। *, * शंयोरभिस्र वन्तु न:। ॐ शनैश्चराय नम: । *, * भगवान् शिव, शनिदेव के गुरु हैं । शिव ने ही शनि को न्यायाधीश का पद सौंपा था जिसके फलस्वरूप शनि देव मनुष्य / देव / पशु सभी को कर्मों के अनुसार फल देते हैं । इसलिए श्रावण के महीने में जो भी भगवान् शिव के साथ साथ शनि की उपासना करता है उसको शनि के शुभ फल प्राप्त होते हैं । भगवान् शिव के अवतार पिप्पलाद, भैरव तथा रुद्रावतार हनुमान जी की पूजा भी शनि के प्रकोप से रक्षा करती है । *, 20* श्रावण का द्वितीय शनिवार: 04 अगस्त 2018, सप्तमी तिथि, अश्विनी नक्षत्र 15:00 तक तत्पश्च्यात भरणी *, 30* श्रावण का तृतीय शनिवार: 11 अगस्त 2018, अमावस्या, अश्लेषा नक्षत्र *, 40* श्रावण का चतुर्थ शनिवार: 18 अगस्त 2018, अष्टमी तिथि, विशाखा नक्षत्र 17:22 तक तत्पश्च्यात अनुराधा *, 50* श्रावण का पंचम शनिवार: 25 अगस्त 2018, चतुर्दशी तिथि, श्रवण नक्षत्र 09:50 तक तत्पश्च्यात धनिष्ठा  *