डिजिटल मीडिया की मांगों को लेकर पीआईबी अपर महानिदेशक से मिला ऑनलाइन मीडिया एसोसिएशन
श्री चैतन्य गौड़ीय मठ में ऑनलाइन श्री रामनवमी महोत्सव मनाया गया
एन टी24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
श्री चैतन्य गौड़ीय मठ, सेक्टर 20, चण्डीगढ़ में भगवान श्री रामचंद्र जी का जन्म महोत्सव बड़ी श्रद्धा, उल्लास एवं विधिपूर्वक वर्चुअल ऑनलाइन मनाया गया। अखिल भारतीय श्री चैतन्य गौड़ीय मठ संस्थान के महासचिव भक्ति विचार विष्णु महाराज एवं प्रबंधक बामन जी महाराज जी के सानिध्य में आयोजित किया गया। मठ के प्रवक्ता जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि श्री रामनवमी उत्सव एवं श्रील ॐ विष्णुपाद 108 श्री श्रीमद भक्ति वल्लभ तीर्थ गोस्वामी महाराज का 96वां जन्मोत्सव (आविर्भाव तिथि पूजा) गुरु पूजा कोविड-19 करोना महामारी के मद्देनजर कार्यक्रम को पूरी तरह से ऑनलाइन वर्चुअल रखा गया। भक्तों ने अपने घर में रहकर इस कार्यक्रम को फेसबुक अकाउंट से दर्शन कर आनंद प्राप्त किया। संस्थान के महासचिव भक्ति विचार विष्णु जी महाराज जी ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि आज से लाखों साल पहले भगवान श्री राम जी की जो शिक्षाएं हैं, भगवान श्री राम जी के जो आदर्श हैं वो हम सबके कल्याण के लिए थे और आज भी हैं। भगवान श्री राम के आदर्श जिस तरह से त्रेता युग में बहुत काम के थे आज भी बहुत फलीभूत हैं। इसलिए हमें श्री राम जी के बारे में अधिक से अधिक पढ़ना-सुनना चाहिए और उनके आदर्शों को अपने जीवन में ढालना चाहिए। इससे हम, हमारा परिवार, हमारा समाज, हमारा देश और भगवान श्री राम का यह पूरा विश्व एक सही दिशा की ओर चलने लगेगा। उन्होंने जानकारी दी कि अखिल भारतीय श्री चैतन्य गौड़ीय मठ संस्थान के आचार्य श्री भक्ति बल्लभ तीर्थ गोस्वामी जी महाराज, जो श्री चैतन्य गौड़ीय मठ संस्थान के अध्यक्ष रहे हैं, का भी आज दिव्य जन्म उत्सव बड़े हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। उन्होंने अपना पूरा जीवन शुद्ध कृष्ण भक्ति के प्रचार प्रसार मे समर्पित कर रखा था।
“Nyay Seva Kendra”
dedicated to Female prisoners with an aim to rehabilitate and reform them-
Justice Jaswant Singh
कोविड
संक्रमण समाप्त होने पर हार्ट पर इसके हानिकारक प्रभाव रीज़ॉल्व्ड हो जाते हैं :
विशेषज्ञ
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
‘‘हाल ही में हुई कुछ स्टडीज में देखा गया है कि जो लोग कोरोनावायरस से
संक्रमित हुए थे, उनमें मायोकार्डिटिस की लक्षण भी देखे
गए हैं। ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें हार्ट की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप हार्ट के काम करने की प्रक्रिया असामान्य हो सकती है।’’ पंजाब
रत्न अवॉर्ड से सम्मानित डॉ.रजनीश कपूर ने मंगलवार को वल्र्ड हार्ट डे पर कहा कि ‘‘ऐसी संभावना है कि कोरोनोवायरस से
संक्रमित रोगी हार्ट से संबंधित लक्षण जैसे कि सांस लेने में समस्या, सीने में दर्द, ईसीजी में बदलाव और ट्रोपोनिन
स्तरों वृद्धि आदि से पीडि़त हो सकते हैं।’’ डॉ.
कपूर जो मेदांता, द
मेडिसिटी में वाइस चेयरमैन, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी के
तौर पर कार्यरत हैं, ने आगे बताया कि कोरोनावायरस
संक्रमण एक ऐसा रोग है जो इंटरल्यूकिन्स और साइटोकिन स्ट्रोम के रिलीज होने के
कारण सूजन का कारण बनता है। यह हार्ट की मांसपेशियों की सूजन पैदा करके हार्ट के
काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिसे
मायोकार्डिटिस के रूप में जाना जाता है। यह धमनियों में अवरोध भी पैदा कर सकता है, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है। इसलिए जिन रोगियों को कोरोनोवायरस संक्रमण
हुआ है और उनमें इस तरह के लक्षण देखे गए हैं तो उन्हें इस हार्ट रोग का इलाज
करवाना चाहिए। उन्होंने
बताया कि अच्छी खबर यह है कि संक्रमण के कम होने या इसके समाप्त हो जाने के बाद
हार्ट पर कोविड संक्रमण के हानिकारक प्रभाव रीज़ॉल्व्ड हो जाते हैं व रोगियों के
बाद के जीवन में नॉर्मल हार्ट फंक्शन होने की संभावना को बढ़ाता है। इस वल्र्ड हार्ट डे पर लोगों से हमारी अपील है
कि वे हार्ट की बीमारी की रोकथाम की दिशा में कदम उठाते रहें, जैसा कि वे कोविड काल से पहले करते
रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण है दिन में 45 मिनट
व्यायाम करना, बीपी-शुगर-कोलेस्ट्रॉल-वजन को नियंत्रण
में रखना, दिन में कम से कम 7 घंटे सोना, धूम्रपान और शराब का सेवन
पूरी तरह से छोडऩा और तनाव का प्रबंधन करना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘दिल का दौरा पडऩे के संकेत मिलने पर अस्पताल में
चैकअप करवाने से न डरें। यह एक आपातकालीन स्थिति है और पहले 8 घंटे या गोल्डन पीरियड में इलाज किया जाना चाहिए। अस्पताल आने के लिए
सुरक्षित हैं और कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।’’