Wednesday, 10 October 2018

पंजाबी फिल्म " अफ़सर " की स्टारकॉस्ट प्रमोशन के लिए पहुंची शहर में


पंजाबी फिल्म  " अफ़सर "  की स्टारकॉस्ट प्रमोशन के लिए पहुंची शहर में
एन टी 24 न्यूज़
चंडीगढ़
जब नदर फिल्म्ज़ और वेहली जनता फ़िल्म्ज़ जैसे प्रोडक्शन हाउसज़ किसी भी फिल्म के पीछे हों जिन्होंने पंजाबी सिनेमा को बम्बूकाट , वेख बरातां चलियाँ व् रब्ब दा रेडियो जैसी फिल्में दीं हों तो उन से काफी उम्मीदें बंध जाती हैं. ये ही उम्मीद होती है की जा सकती है की फिल्म का ना तो सिर्फ अलग किस्म की होगी बल्कि एक बिलकुल ही अलग विष्य पे भी होगी. "अफसर" फिल्म हमें पंजाब के पटवारी और कानूंगो के बारे में जानकारी देगी. नदर फ़िल्म्ज़ व् वेहली जनता फ़िल्म्ज़ के बैनर में बनी फिल्म "अफसर" के निर्माता हैं अमीक विर्क व् मनप्रीत जौहल अथवा इस के सह-निर्माता हैं टुंग फिल्म्स, 7 टी 1 फ़िल्म्ज़, नेक्स्ट लेवल प्रोडक्शनज़ और हरसिमरन वड़ैच। फिल्म के निर्देशक हैं गुलशन सिंह. फिल्म  की कहानी व् स्क्रीनप्ले लिखा है मशहुर लेखक जस ग्रेवाल और इस के डायलॉग्स लिखे हैं जतिंदर लल्ल ने. फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर ओमजी ग्रुप से मुनीश साहनी करेंगे इस को वर्ल्डवाइड रीलीज़। फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में तरसेम जस्सड़ व् निम्रत खैड़ा के साथ साथ हम गुरप्रीत घुग्गी, कर्मजीत अनमोल, राणा जंग बहादुर, हरदीप गिल, पुखराज भल्ला, तरसेम पौल व् गुरप्रीत भंगु को भी एहम भूमिकाओं  में देखेंगे फिल्म की प्रोमोशन के लिए फिल्म की स्टारकास्ट आज यहाँ शहर पहुंची. इस मौके पे पत्रकार सम्मलेन के दौरान, निर्देशक गुलशन सिंह ने कहा, “अफसर" वास्तव में 'पटवारी' की एक नई और अनूठी कहानी है, (जो राज्य के राजस्व संग्रह प्रणाली में सबसे कम राज्य कार्यकर्ता है) पंजाब में, "अफसर" पटवारी के प्रभावों पे प्रकाश डालेगी के गाँव में इन का क्या प्रभाव है और जो अपनी मर्ज़ी से ज़मीनों के कागज़ातों को अपनी तरफ से ही बदलते रहते हैं. साक्षरता के निम्न स्तर के कारण, मासुम ग्रामीण अक्सर सोचते हैं कि वे कनंगो की तुलना में रैंक में भी अधिक हैं, जहां कनंगो वास्तव में वे अधिकारी हैं जिनका काम उनके चार्ज में पटवारियों के काम की निगरानी करना है, और यह उनका कर्तव्य है कि वे पटवारी के कामों पर निगरानी करें और अगर पटवारी कोई गलत, बुरा या दुर्व्यवहार करे तो वो आगे इस की शिकायत करें". उन्होंने आगे बताया के दर्शकों को ये फिल्म पसंद आएगी   
   लीड एक्टर तरसेम जस्सड़ ने कहा, "यह फिल्म सच में एक अनोखी कहानी कहानी है और असली जिंदगी के करीब है और इस फिल्म द्वारा मुझे एक बार फिर अपने आप को साबित करने का मिला और मुझे उम्मीद है के जैसे दर्शकों ने मेरी पहले की फिल्मों को प्यार दिया है वो इस को भी उतना हे प्यार देंगे ". फिल्म के निर्माता अमीक विर्क व् मनप्रीत जौहल ने कहा, "हमें बहुत ख़ुशी है के हमने एक ऐसी फिल्म बनाई है जो समाज की सच्चाइयों के बहुत करीव है फिल्म की कहानी बहुत हे शानदार है और हमें ख़ुशी है के हमें इस तरह के प्रोजेक्ट पे काम करने का मौका मिला. और हम उम्मीद करते हैं के इस फिल्म द्वारा पंजाबी सिनेमा के लिए शायद कुछ अच्छा कर पायें".  फिल्म का संगीत त्यार किया है जयदेव कुमार, प्रीत हुंदल व् आर गुरु ने. फिल्म में गायक तरसेम जस्सड़, निम्रत खैड़ा, रंजीत बावा, अर्जन ढिल्लों, गुरनाम भुल्लर व् कर्मजीत अनमोल की आवाज़ों में कुल 8 गीत हैं जिन्हे लिखा है तरसेम जस्सड़, अर्जन ढिल्लों, हरमनजीत व् गुरबिंदर मान ने.