गोधूलि, गुरुवार को , 8वीं लग्न में गुरु के समय
मोदी का शपथ ग्रहण
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
30
मई की सायंकाल ही क्यों चुना गया शपथ ग्रहण का समय, इसके पीछे कई ज्योतिशीय कारण हैं।यों तो मोदी जी का हर कार्य 8 या 5 अंक वाले संयोग पर ही होता है परंतु इस
बार विवशताओं के कारण 26 मई को यह कार्य नहीं हो सका। 23
मई जिसका अंक 5 बनता है, को प्रचंड बहुमत के बाद वे दूसरी पारी खेलने के लिए तैयार हैं जिसमें
वे 30 मई, गुरुवार की सायं
गोधूलि मुहूर्त ,जो 7 बजकर 20
मिनट तक रहेगा और 8 अंक वाली बृश्चिक
लग्न 6 बजे से 8 बजकर 20 मिनट तक रहेगी, में प्रधानमंत्री पद की
औपचारिक शपथ लेंगे। यह शपथ बृश्चिक लग्न जो मोदी जी की अपनी लग्न भी है, और वर्तमान में इस में गुरु विराजमान हैं, एक
आयुष्मान योग और अपरा एकादशी वाले दिन शुभ समय में ली जा रही है। गुरुवार को 3
बजे दोपहर तक राहु काल है, 6 बजे तक
अशुभ चौघड़िया है। शुभ चौघड़िया 7 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। गोचर में बृश्चिक लग्न में वक्री गुरु, और पंचम में चंद्र पर दृष्टि विशेष शुभ योग दर्शा रहे हैं। परंतु दूसरे
भाव में शनि केतु और उसके ठीक सामने अष्टम भाव में राहु मंगल तथा
गंडमूल रेवती नक्षत्र बहुत चैलेंजिंग स्थितियां दिखा रही हैं। चूंकि इस समय भारत
और मोदी जी की कुंडली में चंद्रमा की दशा चल रही है जो नेता और देश के मध्य
अद्भुत समन्वय बनाकर अनुकूल योग बनाती हैं और सफलता पूर्वक नई नई योजनाओं का
चलन दर्शाती हैं । जबकि दूसरी ओर ,इस समय कांग्रेस और कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष दोनों की राहु की दशा
चल रही है जिसके कारण पार्टी में अभी अव्यवस्था का वातावरण रहेगा। 30 मई,2019 की सायं 7 बजे
की कुंडली संलग्न है।