Sunday 1 July 2018

पंचांग : * दिनांक - 02 जुलाई 2018*, *दिन - सोमवार *




     दिनांक - 02 जुलाई 2018*,  *दिन - सोमवार * ,  *विक्रम संवत - 2075* , *शक संवत -1940*, *अयन - दक्षिणायन*,  *ऋतु - वर्षा*,  *मास - आषाढ़*,  *पक्ष - कृष्ण* ,  *तिथि - रात्रि 08:20 तक चतुर्थी*,  *नक्षत्र - रात्रि 12:36 तक धनिष्ठा*,  *योग - प्रीति पूर्ण रात्रि तक*,  *राहुकाल - सुबह 07:44 से 09:23* ,  *सूर्योदय - 06:02*,  *सूर्यास्त - 19:23* ,  *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*,
*व्रत पर्व विवरण *
 *विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*, *वर्षा स्नान* , *बारिश के पानी में स्नान करने से बुढ़ापे  में लकवा, संधिपात (जोडों का दर्द) आदि की तकलीफें आती हैंl लेकिन धूप निकलती हो, उस समय वर्षा में स्नान करना अमृत स्नान माना गया है l*
*श्रीरामचरितमानस*
 *श्रीरामचरितमानस के अरण्यकांड में जब शूर्पणखा लक्ष्मण द्वारा नाक, कान काटे जाने के बाद रावण के पास जाती है, तब वह रावण को बताती है कि किन 6 को कभी छोटा यानी कमजोर नहीं समझना चाहिए। आज हम आपको उन्हीं 6 के बारे में बता रहे हैं*, *रिपु रुज पावक पाप प्रभु अहि गनिअ न छोट करि।*, *अस कहि बिबिध बिलाप करि लागी रोदन करन।।*, *अर्थात- शत्रु, रोग, अग्नि, पाप, स्वामी और सर्प को छोटा नहीं समझना चाहिए। ऐसा कहकर शूर्पणखा अनेक प्रकार से विलाप करके रोने लगी।*
*शत्रु यानी दुश्मन*
*दुश्मन भले ही कितना भी छोटा क्यों न हो, लेकिन उससे हमेशा सावधान रहना चाहिए। कई बार छोटे दुश्मन भी इतना बड़ा नुकसान कर देते हैं, जिसके कारण बाद में पछताना पड़ता है।*, *रोग यानी बीमारी*, *छोटी से छोटी बीमारी को भी कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सर्दी, जुकाम या बुखार आदि भले ही साधारण लगते हो, लेकिन जब यह बढ़ जाते हैं तो शरीर को खोखला कर देते हैं।*,
*अग्नि*,*आग का सबसे छोटा रूप एक चिंगारी होती है, लेकिन जब यह विकराल रूप ले लेती है तो इस पर नियंत्रण पाना किसी के बस में नहीं होता। ये कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।*,  *पाप यानी बुरे काम*, *कई बार मनुष्य सब कुछ जानकर भी छोटे-छोटे गलत काम करते हैं। इन कामों से प्राप्त होने वाला पाप भी कम ही होता है, लेकिन जब इन छोटे-छोटे पाप कर्मों का फल एकत्रित हो जाता है तो इसकी भयानक सजा मिलती है। इसलिए पाप कर्म भले ही छोटा है, लेकिन करने से बचना चाहिए।*, *स्वामी यानी मालिक*, *मालिक को कभी भी छोटा नहीं समझना चाहिए। क्योंकि अगर मालिक नाराज हो जाए तो वह आपका बड़ा नुकसान कर सकता है। मालिक को जब भी मौका मिलेगा, वह आपका नुकसान करने से नहीं चूकेगा। इसलिए मालिक को कभी छोटा यानी कमजोर नहीं समझना चाहिए।*,
*
सांप*

*सांप दिखने में भले ही कितना भी छोटा क्यों न हो, लेकिन यदि वह एक बार काट ले तो किसी की भी मृत्यु का कारण बन सकता है। इसलिए सांप को कभी छोटा (कमजोर) नहीं समझना चाहिए।*





सतगुरू की शिक्षाओं पर चलना ही गुरूसिख का जीवन हैः सुशील चोपडा


सतगुरू की शिक्षाओं पर चलना ही गुरूसिख का जीवन हैः सुशील चोपडा

एन टी 24 न्यूज़ 

चंडीगढ़,
  गुरूसिख का कर्म ही उसकी पहचान है और सतगुरू की शिक्षाओं पर चलना ही गुरूसिख का जीवन होता है। यह विचार सन्त निरंकारी सत्संग भवन सैक्टर-30 में आयोजित सत्संग के दौरान अमृतसर से प्रचार यात्रा पर आए श्री सुशील चोपडा जी ने कहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गुरूसिख कभी किसी का दिल नहीं दुखाते हैं और सदैव दूसरों का भला मांगते हैं। गुरूसिख ऐसी भावना को अपनाता है जो मनुष्य को मनुष्य से जोड़ती है । उन्होंने आगे फरमाया कि जिस प्रकार से प्रभु-प्रमात्मा की कोई जाति-पाति नहीं है, उसी प्रकार से उसकी संतान की कोई भी जाति नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि किसी भी व्यक्ति को देख लीजिए, उसके रक्त का रंग लाल होता है। प्रभु प्रमात्मा ने किसी विशेष व्यक्ति को विशेष रंग से नहीं नवाजा है। उसने सभी को एकसार व एकरूप बनाया है। यह रंगभेद, जाति-पात सब मनुष्य की अपनी देन है। सारा विश्व एक परिवार का स्वरूप है- यही संदेश सद्गुरू माता सविन्द्र हरदेव जी महाराज दे रहे हैं । इसलिए आज हम सबको जैसा सद्गुरू माता जी ने समझाया कि अपने कर्मों में प्रीत, प्यार व नम्रता जैसे गुणों से सरोबार होकर रोशन मिनार बनना है, उसे सही मायनों में चरितार्थ करने की आवश्यकता है । 
      इस अवसर पर चंडीगढ़ के संयोजक श्री नवनीत पाठक जी, मुखी श्री एस0एस0बंगा, मुखी श्री पवन कुमार जी, मुखी श्री एन0के0गुप्ता जी ने श्री सुशील चोपडा जी का अभिनन्दन व स्वागत किया ।

Lion Lalit Bajaj honored with Best Club Awards

Annual Award Function Organized by Lions District 321 F AARAVLion Lalit Bajaj honored with Best Club Awards



National Tele24 News
Chandigarh
Annual Award Function of Lions District 321 F AARAV 2018 was organized today at Lions Bhawan Sector 18 Chandigarh by MJF Lion Anand Sawhney District Governor. MJF Lion Vinay Garg, Multiple Council Chairperson graced the ceremony as Chief Guest. Pmjf Lion Yogesh Soni Vice Multiple Council Chairperson, Ist Vice District Governor Mjf Lion Gopal Krishan Sharma, Second Vice District Governor Mjf Lion P R Jairath, many Past District Governors honored clubs with awards for their social works done through out the year. Lions Club Mandi Gobindagarh , Lions Club Ludhiana Greater , Lions Club Kharar City and Lions Club Gidderbaha Greater Lion Club Chandigarh Host were honoured with Best Club Awards in their respective catagories. Lion Naresh Jain , Lion Lalit Bajaj,  Lion Lalit Behal , Lion Santokh Singh ,  Lion Gurmukh Singh Maan  and Lion Kamal Aggarwal were declared as Outstanding President of the District. Lion of the year award was given to Mjf Lion Sanjeev Sood. Leader of Masses award was given to PMJF Lion Yogesh Soni. Lions of the District showed their gesture towards Mjf Lion Anand Sawhney District Governor by honoring him with Leader of Commitment Award.


शिमला की हसींन वादियाँ.....

शिमला  की हसींन वादियाँ

न टी 24 न्यूज़

भानूप्रिया की जुवानी

शिमला
किसी ने अर्ज़ किया है के ....... 
“ ये हसीन वादियाँये खुला आसमांआ गये हम कहाँ ,ऐ मेरे साजना l  इन बहारों में दिल की कली खिल गयीमुझको तुम जो मिले हर खुशी मिल गयी ” 
जी हाँ, शिमला की वादियाँ हैं ही इतनी हसींन के यहाँ आने के बाद वापिस जाने का मन ही नही करता l ऊँचे ऊँचे पहाड़, चरों ओर हरियाली, साम के वक्त चलती ठंडी हवा उपर से बरसात हो गयी तो रिज़ पर तो सोने पर सुहागा हो जाता है l 
     शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी है । 1864 में, शिमला को भारत में ब्रिटिश राज की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया था । एक लोकप्रिय पर्यटन स्थलशिमला को अक्सर पहाड़ों की रानी  के रूप में जाना जाता है । 
शिमला ठंडी जलवायु, सुरम्य प्राकृतिक दृश्यों, हिमाच्छादित पहाड़ी दृश्योंचिड़ और देवदार के जंगलों और औपनिवेशिक वास्तु के आकर्षक शहरी भूदृश्य के लिये विख्यात है । इन्हीं कारणों से यह भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था । 1864 में शिमला को अंग्रेजों की राजधानी बनाया गया था । शिमला एक पर्यटक स्थल के रूप में भी मशहूर है । रविवार को शिमला का तापमान 19डिग्री तक रहा l  
चार्ल्स कैनेडी ने यहाँ पहला ग्रीष्‍मकालीन घर बनाया था । शिमला हिमालय की पश्चिमी सीमाओं के उत्तर में स्थित है । 2397.59 मीटर के एक औसत से कम ऊंचाई,शहर के एक टीले पर फैला है । यहाँ भिन्न त्योहारों को मनाया जाता है । शिमला समर फेस्टिवल, पीक पर्यटन सीजन के दौरान हर साल रिज पर आयोजित किया जाता है l इसका मुख्य आकर्षण सभी देश भर से लोक प्रिय गायकों द्वारा प्रदर्शन शामिल है l हिमाचल प्रदेश की राजधानी और ब्रिटिश कालीन समय में ग्रीष्म कालीन राजधानी शिमला राज्य का सबसे महत्‍वपूर्ण पर्यटन केन्‍द्र है । यहां का नाम देवी श्‍यामला के नाम पर रखा गया है जो काली का अवतार है ।  शहर के मध्य में एक बड़ा और खुला स्थान, जहां से पर्वत श्रंखलाओं का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है । यहां शिमला की पहचान बन चुका न्यू-गॉथिक वास्तुकला का उदाहरण,
क्राइस्ट चर्च जो रात के समय दिल को छू लेता हैं और न्यू-ट्यूडर पुस्तकालय का भवन दर्शनीय है । शिमला का मुख्य शॉपिंग सेंटर, जहां रेस्तरां भी हैं । गेयटी थियेटर, जो पुराने ब्रिटिश थियेटर का ही रूप है, अब सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र है । कार्ट रोड से मॉल के लिए हि.प्र.प.वि.नि. की लिफ्ट से भी जाया जा सकता है। रिज के समीप स्थित लक्कड़ बाजार, लकड़ी से बनी वस्तुओं और स्मृति-चिह्नों के लिए प्रसिद्ध है । यह मंदिर स्कैंडल प्वाइंट से जनरल पोस्ट ऑफिस से की ओर कुछ गज की दूरी पर स्थित है । माना जाता है कि यहां श्यामला देवी की मूर्ति स्थापित है । (2.5 कि॰मी॰) 2455 मी. : शिमला की सबसे ऊंची चोटी से शहर का सुंदर नजारा देखा जा सकता है। यहां "भगवान हनुमान" का प्राचीन मंदिर है। रिज पर बने चर्च के पास से पैदल मार्ग के अलावा मंदिर तक जाने के लिए पोनी या टैक्सी द्वारा भी पहुंचा जा सकता है ।


डॉक्टर हे भगवान के समान : रूबी गुप्ता


डॉक्टर हे भगवान के समान  : रूबी गुप्ता

राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के अवसर पर विशेष

एन टी 24 न्यूज़ 
विनय कुमार
 चंडीगढ़
 1 जुलाई 2018 .
     राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के अवसर पर महिला मोर्चा उपाध्यक्ष रूबी गुप्ता द्वारा चंडीगढ़ के विभिन्न सेक्टरों में कार्यक्रम आयोजित किया गया l सबसे पहले चण्डीगढ़ सेक्टर 22  के सरकारी सिविल हस्पताल व ततपश्चात सेक्टर 46 स्थित धनवंतरी मेडिकल कॉलेज में कार्यक्रम  का आयोजन किया गया  l जिसकी अध्यक्षता भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की अध्यक्ष मोनिका बंसल द्वारा की गई l
अस्पताल के विख्यात डॉक्टर अंकुर, डॉक्टर नवजोत , डॉ अंशु, डॉक्टर हरदीप , डॉ सनुज सहित अन्य डॉक्टरों को फूलों के गुलदस्ते व उपहार देकर सम्मानित किया गया l
इस अवसर पर रूबी गुप्ता भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा उपाध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि, जिस प्रकार दर्द से कराहते मरीज के लिए ऊपर सिर्फ भगवान और नीचे धरती पर डॉक्टर है जिसके नाम-मात्र से ही एक आश्वासन, एक सुरक्षा की भावना प्रकट हो जाती है l
साथ ही मोनिका बंसल ने  संबोधन करते हुए कहा कि डॉ और भगवान बिना भेद - भाव, धर्म - जाति के अपने कार्य को करते रहते हैं और समाज सदैव उनका कर्जदार रहेगा l महिला नेता मोनिका भारद्वाज ने सभी डॉक्टरों को दर्द से कराहते लोगों को सुख देने वाले मसीहा का दर्जा देकर उन्हें सम्मानित किया l
कार्यक्रम के दौरान हस्पताल के सभी कर्मचारी व महिला मोर्चा की टीम मोनिका भारद्वाज, बॉबी आहूजा, अमित शर्मा ने हिस्सा लिया l



चंडीगढ़ नगर निगम के स्वच्छता अभियान की खुली पोल : अविनाश सिंह शर्मा


चंडीगढ़ नगर निगम के स्वच्छता अभियान की खुली पोल : अविनाश सिंह शर्मा

एन टी24न्यूज़
चंडीगढ़
चंडीगढ़ की स्वच्छता अभियान की पोलखोल करने के लिए “चंडीगढ़ की आवाज” के चेयरमैन अविनाश सिंह शर्मा एवं महामंत्री कमल किशोर शर्मा चंडीगढ़ के सेक्टर 2 के पंजाब-हरियाणा सेक्रेटेरिएट के नाक के नीचे विद्युत सब स्टेशन के साथ में 100 मीटर के दायरे में कूड़े का लगा बड़ा अंबार | नए डड्डूमाजरा बनाने की तैयारी | मुझे मालूम नहीं पड़ता कि स्वच्छता अभियान में किस तरीके से चंडीगढ़ को तीसरा स्थान मिल गया | यह तो बड़ा सवालिया निशान है | स्वच्छता टैक्स के नाम पर पैसे तो लिए जाते हैं , और नए काऊ सैस टैक्सनया गोडसे टैक्स लगाने की तैयारी चल रही है गाय कचरे के ढेर पर पॉलिथीन खाते हुए दिख रही है आवारा कुत्ते भी कचरे के ढेर पर दिख रहे हैं | 7 के लगते गांव ख़ुडा अली शेर की हजारों हजारों आबादी इस कचरे के ढेर से परेशान है | अनेकों बार उन लोगों ने भी सवाल उठाया चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर देवेश मोदगिल नगर निगम के कमिश्नर के कान पर जूं भी नही रैग रही है | अनेकों तरह के टैक्स जनता के ऊपर ठोके (थोपेजा रहे हैं | प्रॉपर्टी टैक्सस्वच्छता टैक्सपार्किंग टैक्सचंडीगढ़ नगर निगम में जनता के पैसों की लूट मची है जिसका खामियाजा प्रत्येक दिन 40 से 50 डॉग बाइट की सभी सामने आ रहे हैं | पिछले दिन नहीं 18 महीने के बालक आयुष को आवारा कुत्तों ने नोच नोच कर मार डाला था | अगर समय रहते चंडीगढ़ नगर निगम इस कचरे के ढेर को नहीं हटाई तो चंडीगढ़ की आवाज को नगर निगम के कार्यालय के बाहर शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा | चंडीगढ़ सेक्टर-2 भी वीआईपी इलाका है उस इलाके में कूड़े का ढेर लगा है | आम जनता जिस इलाकों में रहती है वहां पर क्या सफाई होगी ये आम जनता भी जानती हैं |


पंचांग : दिनांक - 01 जुलाई 2018*, * दिन – रविवार * ,


 दिनांक - 01 जुलाई 2018*,  * दिन – रविवार * ,  *विक्रम संवत - 2075*,  *शक संवत -1940*,  *अयन - क्षिणायन*, *ऋतु - वर्षा*,  *मास - आषाढ़*,  *पक्ष - कृष्ण*,  *तिथि - शाम 05:54 तक तृतीया*,  *नक्षत्र - रात्रि 09:37तक श्रवण*, *योग - 02/7 प्रातः 05:47 तक विष्कम्भ*,  *राहुकाल - शाम 05:41 से 07:20* ,  *सूर्योदय - 06:01*,  *सूर्यास्त - 19:23*,  *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*,  *व्रत पर्व विवरण - संकष्ट चतुर्थी  (चन्द्रोदय रात्रि 09-52)*,  *विशेष - तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है । (ब्रह्मवैवर्त पुराणब्रह्म खंडः 27.29-34)*,  *रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराणब्रह्म खंडः  27.29-38)*,  *रविवार के दिन मसूर की दालअदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराणश्रीकृष्ण खंडः 75.90)*,  *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए । (ब्रह्मवैवर्त पुराणश्रीकृष्ण खंडः 75)*,  *स्कंद पुराण के अनुसार , रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए । इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं ।*,
विघ्नों और मुसीबते दूर करने के लिए *
*01 जुलाई 2018 रविवार को शाम 05:55 से 02 जुलाईसोमवार को रात्रि 08:20 तक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है ।*,  *शिव पुराण में आता हैं कि  हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी ( पूनम के बाद की ) के दिन सुबह में गणपतिजी का पूजन करें और रात को चन्द्रमा में गणपतिजी की भावना करके अर्घ्य दें और ये मंत्र बोलें :*,
*ॐ गं गणपते नमः ।*,  *ॐ सोमाय नमः ।*
 *चतुर्थी तिथि विशेष* , *चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान गणेशजी हैं।*,  *हिन्दू कैलेण्डर में प्रत्येक मास में दो चतुर्थी होती हैं।* , *पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्ट चतुर्थी कहते हैं।अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं।*, *शिवपुराण के अनुसार “महागणपतेः पूजा चतुर्थ्यां कृष्णपक्षके। पक्षपापक्षयकरी पक्षभोगफलप्रदा ॥*, * “ अर्थात प्रत्येक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को की हुई महागणपति की पूजा एक पक्ष के पापों का नाश करनेवाली और एक पक्षतक उत्तम भोगरूपी फल देनेवाली होती है ।*,
कोई कष्ट हो तो *
*हमारे जीवन में बहुत समस्याएँ आती रहती हैंमिटती नहीं हैं ।कभी कोई कष्टकभी कोई समस्या | ऐसे लोग शिवपुराण में बताया हुआ एक प्रयोग कर सकते हैं किकृष्ण पक्ष की चतुर्थी (मतलब पुर्णिमा के बाद की चतुर्थी ) आती है | उस दिन सुबह छः मंत्र बोलते हुये गणपतिजी को प्रणाम करें कि हमारे घर में ये बार-बार कष्ट और समस्याएं आ रही हैं वो नष्ट हों |*
*छः मंत्र इस प्रकार हैं –*
*ॐ सुमुखाय नम: : सुंदर मुख वाले; हमारे मुख पर भी सच्ची भक्ति प्रदान सुंदरता रहे ।*
*ॐ दुर्मुखाय नम: : मतलब भक्त को जब कोई आसुरी प्रवृत्ति वाला सताता है तो… भैरव देख दुष्ट घबराये ।*
*ॐ मोदाय नम: : मुदित रहने वाले, प्रसन्न रहने वाले । उनका सुमिरन करने वाले भी प्रसन्न हो जायें ।*
*ॐ प्रमोदाय नम: : प्रमोदायदूसरों को भी आनंदित करते हैं । भक्त भी प्रमोदी होता है और अभक्त प्रमादी होता    हैआलसी । आलसी आदमी को लक्ष्मी छोड़ कर चली जाती है । और  जो प्रमादी न होलक्ष्मी स्थायी होती है ।*
                          * ॐ अविघ्नाय नम : *, * ॐ विघ्नकरत्र्येय नम : *