हेल्थ मिनिस्टर बलबीर सिंह सिद्धू ने चिकित्सा जगत के
प्रतिष्ठित डॉक्टर्स को पिलर्स ऑफ मेडिकल साइंसेज में किया सम्मानित
हेल्थ मिनिस्टर बलबीर सिंह सिद्धू ने चिकित्सा जगत के
प्रतिष्ठित डॉक्टर्स को पिलर्स ऑफ मेडिकल साइंसेज में किया सम्मानित
पंजाब को खुशहाल बनाने के लिए केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों के साथ की विचार-चर्चा -अरविन्द केजरीवाल
आप पंजाब के विधायकों के साथ मैराथन बैठक कर केजरीवाल ने समझाए
नुक्ते
पार्टी के झंडे और एजंडे को छोड़ किसान आंदोलन में सहयोग
देने संबंधी दिए दिशा-निर्देश
आप विधायकों के साथ बैठक में केजरीवाल ने मिशन-2022 को लेकर की विचार-चर्चा
सीएसआर के तहत न्यू लाइफलाइन अस्पताल को एंबुलेंस दान की गई
पंजाब नेशनल बैंक के
जोनल मैनेजर संदीप कुमार पाणिग्रही ने एंबुलेंस को अस्पताल को सौंपा
अंग्रेज़ों से माफियां मांगने वालों के बुत तो सरकारों ने संसद में लगाए, परन्तु शहीद होने वाले नायकों को भूला दिया- भगवंत मान
शहीद ऊधम सिंह की क़ुर्बानी ने पंजाब के आत्म सम्मान और इज्जत को दुनिया में जिंदा रखा-हरपाल सिंह चीमा
कांग्रेसी
नेताओं के पोते-पुत्रों को नौकरी वाली नीति के अंतर्गत शहीद ऊधम सिंह के वारिसों
को मिले सरकारी नौकरी-अमन अरोड़ा
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
सुनाम/ चंडीगढ़
शहीद ऊधम सिंह के शहादत दिवस पर आम आदमी पार्टी पंजाब की सीनियर
नेताओं पंजाब अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान, पंजाब विधान
सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा और स्थानीय विधायक अमन अरोड़ा ने शहीद ऊधम
सिंह के शहादत दिवस पर शनिवार को सुनाम (ऊधम सिंह वाला) में शहीद के पैतृक घर में
जा कर श्रद्धा के फूल अर्पित किए। इस मौके संबोधन करते सांसद भगवंत मान ने कहा,‘देश की सरकारों ने अंग्रेज़ों से माफियां मांगने वालों की प्रतिमाएं तो
संसद में स्थापित किए हुए हैं, परन्तु आजादी के संघर्ष के
लिए शहीद होने वाले नायकों को भूला दिया है।’ इसके साथ ही
भगवंत मान ने अपने एमपी लैड फंड में से शहीद ऊधम सिंह यादगारी समिति को शव-यात्रा
वाहन देने का भी ऐलान किया है। सांसद भगवंत मान ने शहीद ऊधम सिंह की शहादत को याद करते कहा,
‘हम यहां शहीद के समक्ष नतमस्तक होने आए हैं, जिन्होंने
हमें आजादी लेकर दी है, जिनकी बदौलत आज हमारा फूल-मालाओं के
साथ मान-सम्मान किया जा रहा है।’ उन्होंने कहा समय की
सरकारों ने आजादी के परवानों को अनदेखा किया है, परन्तु
शहीदों के दीवाने लोग संसद और विधान सभाओं में पहुंच कर शहीदों की कुर्बानियों को
दुनिया के आगे रख रहे हैं। मान ने कहा कि सुनाम उनकी जन्म और कर्म-भूमी है और वह
शहीद ऊधम सिंह से सम्बन्धित यादगार को ओर विकसित करने के लिए हर संभव यत्न करेंगे।
हरपाल सिंह चीमा ने शहीद ऊधम सिंह को श्रद्धांजलि देते कहा कि शहीद ऊधम सिंह की
कुर्बानी ने पंजाब की आत्म सम्मान और इज्जत को दुनिया में जिंदा रखा है। विधायक
अमन अरोड़ा ने कहा कि जिस नीति के अधीन पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते,
कांग्रेसी विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा और राकेश पांडे के पुत्रों पर
सरकारी नौकरियों की मेहरबानी की जा रही थी, उसी नीति के अधीन
शहीद ऊधम सिंह के सभी योग्य वारिसों को भी सरकारी नौकरियां दीं जाएं। उन्होंने कहा
कि इससे बड़ा दुख क्या हो सकती है कि सरताज शहीदों के परिवार दर दर की ठोकरें खा
रहे हैं, परंतु सत्ता का सुख भोग रहे परिवारों के बच्चों को
नौकरियां वितरित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हम शहीद ऊधम सिंह के परवाने बन कर
श्रद्धा के फूल अर्पित करने के लिए आए हैं और प्रण करते हैं कि शहीदों के सपनों का
समाज और देश का निर्माण करने के लिए यत्न किए जाएंगे। इस मौके ‘आप’ नेताओं ने विजिटर बुक पर शहीद ऊधम सिंह बारे में
अपने ख्याल दर्ज किये और प्रबंधकों की तरफ से सभी नेताओं का सम्मान किया गया।
नतमस्तक होने वालों में स्थानीय ‘आप’ नेता
और बड़ी संख्या में वॉलंटियर भी उपस्थित थे।
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स एसोसिएशन की कार्यकारिणी गठित की प्रधान कमल गुप्ता ने : जतिंदर सिंह होंगे महासचिव
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य में आओ पेड़ लगाएं अभियान शुरू किया
सीनियर डिप्टी मेयर महेशइंद्र सिंह सिद्धू ने किया पौधारोपण अभियान
का शुभारम्भ
एन टी 24 न्यूज़
विनयकुमार शर्मा
चण्डीगढ़
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद के दिशा निर्देशानुसार वार्ड नंबर 2 में मंडल अध्यक्ष राकेश कुमार
शर्मा की अगुआई में सेक्टर 7 स्थित सनातन धर्म मंदिर के
सामने स्पोर्ट कंपलेक्स में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के उपलक्ष में आओ पेड़
लगाएं अभियान शुरू किया गया जिसमें सीनियर डिप्टी मेयर महेशइंद्र सिंह सिद्धू
मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे व यहां पौधा रोप कर पौधारोपण अभियान का शुभारम्भ
किया। पार्टी के जिला शहीद भगत सिंह के प्रभारी तेजेंद्र सिंह सरां व अध्यक्ष
सरदार सत्येंद्र सिंह संधू एवं कोषाध्यक्ष गिरीश बिंजोला व स्वराज सिंह आदि भी
यहां मौजूद रहे। इस अवसर पर औषधीय पोषे भी रोपे गए व इनका वितरण भी किया गया।
चुनावी पैंतरा है कैप्टन सरकार का एस.सी वैलफेयर कानून का ऐलान-हरपाल सिंह चीमा
कहा, साढ़े चार वर्षों में सबसे ज्यादा सरकारी अनदेखी का शिकार हुआ है दलित वर्ग
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
कैप्टन सरकार द्वारा प्रदेश के अनुसूचित जाति (एस.सी) वर्ग के लिए ‘एस.सी वैलफेयर कानून’ बनाए जाने के ऐलान को चुनावी
पैंतरा करार देते आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और नेता प्रतिपक्ष
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि कैप्टन के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अब अपने आखिरी
दिनों में एस.सी वैलफेयर बिल लाकर दलित वर्ग को लुभाने की गुंमराहकुन कोशिश न करे,
क्योंकि पिछले साढ़े चार सालों में दलित वर्ग के साथ हुई अनदेखी,
धोखाधड़ी, घोटाले और वायदा खिलाफियों को दलित
वर्ग भूल नहीं सकता। शनिवार को पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में हरपाल सिंह चीमा
ने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस का यह ‘चुनावी भलाई बिल’
वास्तव में लाखों दलित विद्यार्थियों का अरबों रुपए का वजीफा हजम
करने और वायदा-खिलाफियों के कारण पैदा हुए लोगों में गुस्से को शांत करने का असफल
यत्न है। उन्होंने कहा कि नया कानून बनाने का ऐलान करके कैप्टन अमरिंदर सिंह ने
मान लिया है कि बीते साढ़े चार सालों में उनकी सरकार ने दलित वर्ग का कोई आर्थिक
और सामाजिक विकास नहीं किया है, बल्कि इस वर्ग को केवल वोट
बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया है। चीमा ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर
सिंह दलितों के लिए सचमुच गंभीर होते तो वह पहले पेश किए गए कुल 5 बजटों में दलितों के लिए विशेष फंड रखते, परन्तु अब
चुनाव नजदीक आते देख कैप्टन अमरिंदर सिंह दलितों को बुद्धू बनाने का यत्न कर रहे
हैं। चीमा ने कहा कि वास्तविकता यह है कि 2022 के अगले बजट
के समय तक कांग्रेस सरकार का सफाया हो जाएगा। उन्होने
आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2017 के चुनाव समय
दलित वर्ग के साथ किये वायदों में से एक भी वायदा पूरा नहीं किया, जिस कारण दलित परिवारों को बीते साढ़े चार सालों में शगुन स्कीम का 51
हज़ार रुपया, 5-5 मरले के प्लाट और दलित
बुजुर्गों को 2500 की पेंशन नसीब नहीं हुई। ‘आप’ नेता ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक साजिश
के तहत दलित वर्ग के हकों पर डाका मारा है। हर बार दलित वर्ग की नौकरियां खत्म की
हैं और उनके आमदन के स्त्रोतों को बेचा है। इस समय भी कैप्टन सरकार ने सरकारी
विभागों के पुनर्गठन के नाम पर लाखों दलितों से नौकरियां छीन ली और मोंटेक सिंह
आहलूवालिया समिति की सिफारिशों के द्वारा दलित वर्ग को मिलती बिजली सब्सिडी भी
छीनी जा रही है।