* दिनांक - 04 जुलाई 2018*, *दिन - बुधवार *, *विक्रम संवत - 2075*, *शक संवत -1940*, *अयन - दक्षिणायन*, *ऋतु - वर्षा*, *मास - आषाढ़*, *पक्ष - कृष्ण*, *तिथि - रात्रि 12:06 तक षष्ठी*, *नक्षत्र - 05/07 प्रातः 05:23 तक पूर्व भाद्रपद*, *योग - सुबह 07:12 से सौभाग्य*, *राहुकाल - दोपहर 12:43 से 02:22*, *सूर्योदय - 06:02*, *सूर्यास्त - 19:23*, *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*, *व्रत पर्व विवरण -* , *विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
* गुरूवार के पूजन से स्थायी लक्ष्मी *
*हर गुरुवार को तुलसी के पौधे में शुद्ध कच्चा
दूध गाय का थोडा-सा ही डाले तो, उस घर में लक्ष्मी स्थायी
होती है और गुरूवार को व्रत उपवास करके गुरु की पूजा करने वाले के दिल में गुरु की
भक्ति स्थायी हो जाती है |*
*तुलसी की पूजा करने वाले
के घर में लक्ष्मी स्थायी हो जायेगी |*
* बल व् स्मरणशक्ति वर्धक
प्रयोग *
*1) रात को 2 – 4 बादाम पानी में भिगो दे | सुबह छिलके उतारकर 1 - 2
कालीमिर्च और मिश्री मिलाकर खूब महीन पीस लें | इसे सुबह
खाली पेट लेने से बुद्धि,स्मरणशक्ति तथा शारीरिक शक्ति में
वृद्धि होती है | इससे नेत्रज्योति भी बढती है |*
*2) 100 - 100 ग्राम बादाम,
किशमिश, छुहारा, सूखा
नारियल तथा 400 ग्राम भुने चने और 800 ग्राम मिश्री सभीको पीसकर रख लें | 20 से 50 ग्राम रोज नाश्ते में खिलाने से बालक
बलवान बनते हैं तथा उनकी याददाश्त व बौद्धिक क्षमता
में वृद्धि होती है ।*
* भूत प्रेत का उपाय *
*अगर किसी को भूत-प्रेत या
इस प्रकार कोई भय हो तो डरने की कोई जरूरत नहीं है | जादू
टोने, गन्दे तावीज के चक्कर में नहीं पड़ो ! शास्त्र का ही
आधार लो | भागवत में आता है, एक लोटा
पानी में थोड़ा गंगाजल डाल कर रखें और नारायण कवच का पाठ करें । पाठ ख़त्म होने पर
पानी में ज़रा सी फूँक मारें । ऐसा २१ बार करें । फिर जिसको तकलीफ है, उस पर थोड़ा छांटे -और वह पानी शरीर पर आजू-बाजू छिड़कें और खुद भी पियें या
जिसको बाधा हुई है उसको पिलायें ऐसा प्रयोग रोज करें जब तक आराम नहीं होता ....3/4
दिन करने से आराम हो जायेगा |प्रेत व मैली
विद्या का प्रभाव नष्ट हो जायेगा ।*