कांग्रेस के खिलाफ भाजपाइयों का
ज़ोरदार प्रदर्शन
कांग्रेस
भवन का घेराव करने जा रहे भाजपाइयों पर छोड़ी पानी की धार
विनय
कुमार
चण्डीगढ़
देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने तथा भारत की
अंतर्राष्ट्रीय साख से समझौता कर जनता से राफेल सौदे को लेकर बोले गए गंभीर झूठ के
प्रति कांग्रेस पार्टी और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसेवक के पद से
मुक्त करने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी चण्डीगढ़ सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने
प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन के नेतृत्व में कांग्रेस भवन की ओर कूच किया । इस दौरान
भारी पुलिस दल ने भाजपा कार्यकर्ताओं को सैक्टर 34
के थाने के समीप
रोकने की कोशिश की । कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते पुलिस ने बल का प्रयोग किया और
पानी की बौछारे की । पुलिस की इस कार्यवाही से पार्टी के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी
गंभीर रूप से घायल हुए और कई कार्यकर्ताओं को चोट भी लगी। इस प्रदर्शन में आपदा की
स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा एम्बुलेंस की व्यवस्था भी नहीं की
गई थी जिसके चलते पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन ने गंभीर रूप से घायल पार्टी
के उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी को स्वयं सैक्टर 32
स्थित अस्पताल
में इमरजेंसी में भर्ती करवाया और जोकि अभी उपचाराधीन है । इस घेराव प्रदर्शन के
बारे में पार्टी के प्रदेश महासचिव चन्द्रशेखर ने बताते हुए कहा कि पार्टी के
सैंकड़ो कार्यकर्ता सुबह भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय कमलम् में एकत्रित हुए। इस
प्रदर्शन में पार्टी के पदाधिकारी, जिला, मोर्चा, पार्षद, मंडल, विभाग और प्रकोष्ठों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भारी
संख्या में हाथों में पार्टी के झंडे और तख्तियाँ लेकर सैक्टर 35 स्थित कांग्रेस भवन को घेरने के लिए निकले जिसका नेतृत्व भाजपा चण्डीगढ़ के
प्रदेशाध्यक्ष ने किया । इस दौरान कांग्रेस पार्टी व राहुल गांधी के खिलाफ जम कर
नारेबाजी हुई और गली-गली में शोर है, चौकीदार हमारा खालिस साने की तरह प्योर है", गली - गली में शोर है हल्ला करने वाली कांग्रेस पार्टी और
राहुल गांधी ही असली चोर है, चौकीदार तो प्योर है माँ बेटा ही चोर है" आदि नारों के साथ कांग्रेस पार्टी पर हल्ला बोला ।
कार्यकर्ताओं के भीतर इतना रोष था कि भारी पुलिस की तैनाती और उनके द्वारा किए गए
बल प्रयोग के बावजूद कार्यकर्ता प्रदर्शन वाले स्थल से टस से मस न हुए । जैसे ही
पुलिस पानी बरसाये कार्यकर्ता ओर अधिक ताकत से पुलिस के द्वारा लगाये गए बेरीगेट
की तरह दौड़-दौड़ कर बढ़े । पार्टी के कई पदाधिकारी, पार्षद और युवा मोर्चा के कार्यकर्ता तो बेरीगेट के ऊपर चढ़ गए और पुलिस ने
उन पर भी बल का प्रयोग किया । कार्यकर्ताओं में जोश और रोष इतना था कि एक बार तो
पुलिस के भी पसीने छुट गए । इस प्रदर्शन में शामिल हुए पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं
को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन ने कहा कि उनकी पार्टी इतने में भी
हार नहीं मानने वाली है। कांग्रेस पार्टी और उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी
द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार का मुह तोड़ जवाब देंगे और उनके इस झूठ का पर्दाफाश
करेंगे ताकि चण्डीगढ़ वासियों को भी पता चल सके कि औछी राजनीति के लिए कांग्रेस पार्टी
इस स्तर तक भी जा सकती है कि देश के ईमानदार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे
में अपशब्द का प्रयोग करें और देश की सुरक्षा में लगे सैनिकबलों का मनोबल कमजोर
करने किस कद्र लगे हुए हैं । उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के यह संस्कार
नहीं की वह किसी भी सवैंधानिक संस्था का सम्मान न करे । जबकि दूसरी ओर कांग्रेस
पार्टी की तरफ से कोई भी ऐसी सवैंधानिक संस्था नहीं बची जिसका उन्होंने अपमान न
किया हो । यह विडम्बना ही है कि कांग्रेस पार्टी अपने राजनैतिक लाभ के लिए किसी को
भी अपराधी न होने बावजूद उसका दुष्प्रचार करती है और गलत ढंग से सत्ता को हासिल
करने की नापाक कोशिश करती है । कांग्रेस पार्टी के नेता न तो देश का शासन ढंग से
चला पाये न ही विरोधी दल की भूमिका अदा कर सके । कांग्रेस के राहुल गांधी राफेल
मामले पर संसद के बाहर तो खूब हल्ला कर
रहे हैं और संसद के भीतर इस पर चर्चा से भाग रहे हैं । सच तो उनको पता है लेकिन
जनता को गुमराह करके उनकी सहानुभूति बटोरना चाहते हैं । किंतु राहुल गांधी को यह
नहीं पता कि देश की जनता समझदार है वह जानती है कि देश का चौकीदार चोर नहीं प्योर
है । इसलिए भारतीय जनता पार्टी पूरजोर मांग करती है कि कांग्रेस और राहुत गांधी
सबसे पहले देश के प्रधानमंत्री को अपमानित करने के लिए माफी मांगे और फिर देश की
जनता से माफी मांगे जिनको की उन्होंने गुमराह किया तीसरा उन्हें देश के उन सैनिकों
से भी माफी मांगनी चाहिए जिनके मनोबल और उनकी ईमानदारी पर भी उन्होंने सवालिया
चिन्ह लगाये हैं । इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने देश के राष्ट्रपति से माँग की है
कि कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़़ करने तथा भारत की अन्तर्राष्ट्रीय साख से समझौता
कर जनता से बोले गए इस गंभीर झूठ के लिए उन्हें लोकसेवक के पद से नैतिकता से आधार
पर त्यागपत्र दे देना चाहिए ।