पंजाब यूनिवर्सिटी में संपन्न हुई बोर्ड आफ फाइनेंस
की बैठक
एन
टी 24 न्यूज़
चंडीगढ़
पंजाब यूनिवर्सिटी में
मंगलवार को संपन्न हुई बोर्ड आफ फाइनेंस (बी.ओ.एफ) की बैठक
में 577.32 करोड़ रुपए की राशि
पर मौहर
तो लग गई मगर इस बजट के पास
होने के साथ इसका
विरोध भी शुरू हो गया है । बुधवार को छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने वीसी
आफिस के बाहर धरना दिया । इस धरने में उन्होंने वीसी के समक्ष
आवाज उठाई कि वह इस बजट को नहीं मानते है क्योंकि इसमें छात्रों के लिए कुछ
भी नहीं
है । बोर्ड आफ फाइनेंस
ने बैठक
में केवल
पीयू के फैक्लटी सदस्यों को ध्यान
में रखा
है । एबीवीपी के इस प्रोटेस्ट में
राष्ट्रीय महामंत्री आशिष
चौहान भी शामिल हुए । इसके
अलावा करीब 150 छात्रों ने इस प्रोटेस्ट में शामिल
होकर छात्रों के प्रति
के हक के प्रति आवाज उठाई ।
बजट में स्टूडेंट्स को किया गया नजरअंदाज : पीयू में एबीवीपी के प्रेसिडेंट कुलदीप ने कहा
कि बजट
सिर्फ खानापूर्ति के लिए घोषित किया गया है । बजट में
पारित हुई राशि ठीक है, मगर
उसका बंटवारा गलत है । छात्रों के कई समस्याएं
है जिन्हें
पीयू प्रशासन नजरअंदाज कर रहा है ।
राशि की कमी का हवाला देकर झाड़ लेता है प्रशासन पल्ला : इस वर्ष
हुए छात्र
संगठन चुनाव में एबीवीपी
की ओर से प्रेसिडेंट पद के उम्मीदवार आशिष राणा ने कहा
कि पीयू
के होस्टलों
में कितनी
असुविधाएं फैली हुई हैं
। इस विषय में जब भी पीयू प्रशासन से बात
की जाती
है तो वह राशि की कमी का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेता
है । इस बजट में
उन्हें छात्रों को प्राथमिकता दी जानी
चाहिए थी ।
बजट में 66 प्रतिशत पीयू फैक्लिटी पर खर्च : आगामी वर्ष के बजट
में से 361 करोड़
रुपये सैलेरी व 20 करोड़ रिटायरमेंट बेनिफिट
के लिए
आरक्षित रखा गया है, जो कुल
बजट का तकरीबन 66 % है । सैलेरी बजट पिछले
वर्ष से तकरीबन 6 % ज्यादा
है वहीं
रिटायरमेंट बेनिफिट का बजट
तकरीबन 15% ज्यादा
है ।
छात्रों के बजट में
आ रही
है साल
दर साल
गिरावट: इन सभी
भागों में बढ़ोतरी के बाद हैरानी
की बात
यह कि सीधे छात्रों से जुड़े हुए मामलों के बजट में
साल दर साल गिरावट आती जा रही
है जैसे
आगामी बजट में किताबों
और जर्नल्स
में 6.59% गिरावट रिसर्च और विभिन्न
आउटरीच एक्टिविटीज में
8.3% गिरावट, स्कालरशिप में लगभग
3% की गिरावट
दर्ज की गई हैं
।
नाम मात्र का दिया गया बजट : एबीवीपी प्रेसिडेंट कुलदीप
ने कहा
कि बजट
सिर्फ नाम मात्र दिय गया है।
लाइब्रेरी के रख रखाव, होस्टल के रोजमर्रा के खर्चों, होस्टल
में आधुनिक
किचन और बाथरूम, लाइटों
और सुरक्षा
की व्यवस्था, डिपार्टमेंटों के रख रखाव, खेल व खिलाड़ियों के लिए बस नाम
मात्र का बजट दिया
गया है।
वीसी के सामने रखी यह मांगे : एबीवीपी ने विश्विद्यालय के छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वीसी के सामने अपनी कुछ मांगों को रखा है और जिसमे उन्होंने बेहत शिक्षा गुणवत्ता के लिए बजट बढ़ाया जाए, नई किताबों और जर्नल्स की खरीद के लिए बजट बढ़ाया जाए, केंद्रीय लाइब्रेरी व सभी विभागीय लाइब्रेरी के लिए बजट बढाया जाए । इसी प्रकार कुछ ओर भी मांगो को बोर्ड के समक्ष रखा है ।