Thursday, 24 February 2022

NT24 NEWS LINK: IN VIEW OF THE FORTHCOMING ROSE FESTIVAL-2022 TO BE HELD FROM 25.2.2022 TO 27.2.2022....

CHANDIGARH TRAFFIC POLICE

IN VIEW OF THE FORTHCOMING ROSE FESTIVAL-2022 TO BE HELD FROM 25.2.2022 TO 27.2.2022, THE GENERAL PUBLIC IS REQUESTED TO CO-OPERATE WITH POLICE:-

NT24 NEWS LINK: DEPARTMENT OF PUBLIC RELATIONS............

DEPARTMENT OF PUBLIC RELATIONS

CHANDIGARH ADMINISTRATION

NT24 NEWS

PUJA GUPTA

CHANDIGARH

During the enforcement drive conducted by the enforcement staff of State Transport Authority, it came to the notice that the cabs registered in the State of Punjab and Haryana plying in Chandigarh, carrying “All India Tourist Permit” which are attached with OLA and UBER(Aggregator Companies) have not deposited/not depositing the entry fee @1000/- per quarter as per Aggregator Rules 2017 which are causing revenue loss to the Chandigarh Administration. The owners/Drivers of the cabs are directed to deposit the pending dues in the office of Secretary State Transport Authority Chandigarh on account of  being partner of Aggregator License from the date from which their respective cabs are attached with the aggregator companies immediately to avoid any inconvenience. General Public is also advised to check that whether the taxes/dues have been paid by the said driver of the taxi prior to their travel to avoid any inconvenience.

NT24 NEWS LINK: किताबों में इतिहास से छेड़छाड़ का मामला: आप ने 12वीं कक्षा की......

स्कूली किताबों में इतिहास से छेड़छाड़ का मामला: आप ने 12वीं कक्षा की विवादास्पद किताबों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की

कांग्रेस, कैप्टन और बादल बताएं कि क्या गुरु हरगोबिंद जी ने मुगल शासक जहांगीर की सेना में नौकरी की थी : कुलतार सिंह संधवां


कहा, किताबों में गुरुओं, गुरबानी और शहीदों को गलत तरीके से पेश करना बड़ी साजिश


श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार और एसजीपीसी पर भी उठाए सवाल


एन टी 24 न्यूज़

पूजा गुप्ता

चंडीगढ़

आम आदमी पार्टी (आप) ने बारहवीं कक्षा की इतिहास की विवादित किताबों को तत्काल वापस लेने की मांग की है और सत्ताधारी कांग्रेस एवं पिछली बादल सरकार पर सिख गुरुओं के इतिहास और गुरबाणी से छेड़छाड़ करने के गंभीर आरोप लगाए। पार्टी मुख्यालय से गुरुवार को जारी एक बयान में पार्टी प्रवक्ता और विधायक कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि सिख धर्म व सिख गुरुओं का इतिहास, गुरबाणी और पंजाब के शहीदों के इतिहास के बारे में तथ्यों को विकृत करने के लिए एक बड़ी और सोची समझी साजिश के तहत नई पीढ़ी को तोड़-मरोड़ कर पढ़ाई जा रही है। लेकिन कांग्रेस, कैप्टन और शिअद-भाजपा सरकारों को परवाह नहीं है क्योंकि वे सत्ताधारी निजी प्रकाशनों के साथ मिलकर  'किताब माफिया' के माध्यम से सिर्फ पैसे बनाने की सोच रहे हैं। कुलतार सिंह संधवां ने निजी प्रकाशनों द्वारा प्रकाशित प्रो. मंजीत सिंह, डॉ. एसी अरोड़ा और डॉ. एमएस मान की बारहवीं कक्षा के लिए स्वीकृत पुस्तकों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने और पाठ्यक्रम से वापस लेने की मांग की। संधवां ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, शिक्षा मंत्री परगट सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पूर्व शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल सहित कांग्रेस और अकाली दल (बादल) के तमाम नेताओं से स्पष्टीकरण मांगा कि क्या गुरु हरगोबिंद जी ने  ग्वालियर किले से 52 राजाओं को रिहा कराने के बाद मुगल शासक जहांगीर की सेना में नौकरी की थी? जैसा कि एसी अरोड़ा ने अपनी किताब 'हिस्ट्री ऑफ पंजाब' के पेज संख्या 81 में बताया है। क्या सत्ताधारी नेता और तथाकथित विद्वान इस कथन से सहमत हैं? यदि नहीं, तो ऐसी पुस्तकें अभी भी स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा क्यों हैं और वेलोग इस विवाद पर चुप क्यों हैं? संधवां ने कहा कि डॉ. मान की पुस्तक में कहा गया है कि पंजाब के जट्टों  के दबाव ने गुरु हरगोबिंद को तलवार उठाने के लिए मजबूर किया गया था। क्या ऐसी टिप्पणियां मीरी-पीरी के संकल्प पर सीधा हमला नहीं हैं? कांग्रेस और अकाली को भी इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। इसी प्रकार जट्टों के कारण श्री गोबिंद सिंह द्वारा खालसा पंथ का निर्माण करने का उल्लेख किया है, जो न केवल गलत है, बल्कि असहनीय भी है। संधवां ने कहा कि न केवल गुरु ग्रंथ साहिब की वाणी को गलत तरीके से पेश किया गया है, बाणी के शब्दों में त्रुटियों की भरमार है, जो न केवल अर्थहीन है, बल्कि गुरु की बाणी का भी अपमान है। क्या तथाकथित 'पंथ के ठेकेदार' बादल संगत को यह बात समझाएंगे? संधवां ने हैरानी जताई कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी इस मुद्दे पर चुप क्यों है। जबकि इस संबंध में लिखित शिकायत की जा रही हैं। संधवां ने कहा कि इन किताबों में श्री गुरु तेग बहादुर, खालसा पंथ और अन्य गुरुओं और ऐतिहासिक तथ्यों के साथ-साथ शहीद उधम सिंह जैसे अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में विशद टिप्पणियां हैं। संधवां ने कहा, "बच्चों का दिमाग कोरे कागज की तरह होता है, इसलिए ऐसी विवादास्पद किताबें एक गहरी साजिश का हिस्सा हैं।" संधवां ने कहा कि गुरबाणी और राग के नामों को गलत तरीके से लिखना एक बड़ी गलती है। दूसरी ओर,यह गलत बयानी शैक्षणिक स्तर पर किसी धोखाधड़ी से कम नहीं है। इसलिए जरूरी है कि ऐसी विवादित किताबों पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए।

NT24 NEWS LINK: नशा तस्करी के आरोपी मजीठिया को जेल भेजने के अदालत के फैसले का स्वागत: हरपाल सिंह चीमा..

नशा तस्करी के आरोपी मजीठिया को जेल भेजने के अदालत के फैसले का स्वागत: हरपाल सिंह चीमा

जिस काम को पंजाब और केंद्र की सरकारें नहीं कर सकीउसे अदालत ने पूरा किया: हरपाल सिंह चीमा

नशे के कारोबार में शामिल किसी भी नेता या अधिकारी को नहीं बख्शेगी आप सरकार : हरपाल सिंह चीमा

हाईकोर्ट की निगरानी में हो मजीठिया से पूछताछपंजाब पुलिस पर नहीं रहा भरोसा: हरपाल सिंह चीमा


एन टी 24 न्यूज़

पूजा गुप्ता
चंडीगढ़

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने माननीय अदालत द्वारा अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को नशा तस्करी के मामले में जेल भेजने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि माननीय अदालत का निर्णय स्वागत योग्य है। अदालत ने वही किया जो पंजाब और केंद्र सरकार को करना चाहिए था।" चीमा ने कहा कि नशा तस्करी से जुड़े सभी लोगों को जेल भेजेगी और प्रदेश से नशा माफिया को जड़ से खत्म करेगी। बता दें कि मोहाली की जिला अदालत ने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को आठ मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मजीठिया 23 फरवरी तक जमानत पर थे। गुरुवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पिछली शिअद-भाजपा सरकार की तरह कांग्रेस सरकार ने भी नशा तस्करों और उनसे मिलने वाले राजनीतिक नेताओं को खुलेआम संरक्षण दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की चन्नी सरकार और मजीठिया एक दूसरे की मदद से ड्रग केस को लटकाने के लिए नए हथकंडे अपना रहे हैंइसलिए कांग्रेस सरकार ने नशा मामले में उच्च न्यायालय द्वारा गठित एसटीएफ रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया। चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंहकांग्रेसभारतीय जनता पार्टी और अकाली दल ड्रग केस को रफा-दफा करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। जिस आदमी (बिक्रम मजीठिया) को कई साल पहले ड्रग मामले में जेल में होना चाहिए थाउस पर पिछली सरकारों और पंजाब पुलिस के खराब प्रदर्शन के कारण इतने दिनों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। मजीठिया के खिलाफ ड्रग का मामला लंबे समय से इसलिए लंबित है क्योंकि कांग्रेस और बादल सरकारों ने अदालत में ठोस सबूत पेश नहीं किए। आप नेता ने कहा कि ड्रग मामले में पंजाब पुलिस ने अदालत से मजीठिया के पुलिस रिमांड की मांग ही नहीं की। इसलिए अब पुलिस की जांच पर लोगों को विश्वास नहीं रहा। अब जरूरी है कि माननीय हाईकोर्ट की निगरानी में ही मजीठिया से पूछताछ की जाए। चीमा ने कहा कि बादल के 10 साल के शासन और कांग्रेस के शासन में नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार खुलेआम होता रहाजिसके कारण पंजाब के हजारों युवाओं की मौत हो गई और लाखों का जीवन तबाह हो गया। बिक्रम मजीठिया को जेल भेजने से यह मामला पूरी तरह से हल नहीं होगा। इसके लिए पंजाब से ड्रग माफिया और सत्ताधारी नेताओं की सांठगांठ को खत्म करना होगा। चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ड्रग माफिया के राजनीतिक संरक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी ताकि ड्रग माफिया को जड़ से  खत्म किया जा सके। 'आपसरकार ड्रग मामले में शामिल किसी भी राजनीतिक व्यक्ति या अधिकारी को नहीं बख्शेगीचाहे वह किसी भी पार्टी का हो या कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो।

 


NT24 NEWS LINK: कांग्रेसी नेता अब नशा माफिया की दे रहे दुहाई : भगवंत मान....

पांच साल सत्ता में रहे कांग्रेसी नेता अब नशा माफिया की दे रहे दुहाई : भगवंत मान

कांग्रेसी नेता औजला के डीजीपी को लिखे पत्र पर मान ने उठाए सवाल

एन टी 24 न्यूज़

पूजा गुप्ता

चंडीगढ़

आम आदमी पार्टी (आप)पंजाब के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और सांसद भगवंत मान ने कहा कि सत्ता हाथ से जाती देख सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेताओं को पंजाब की चिंता सताने लगी है। इसीलिए कांग्रेस नेता राज्य में नशा माफिया और नशे के कहर की दुहाई देने लगे हैं। मान ने कहा कि कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला के पंजाब पुलिस प्रमुख को लिखे पत्र से साबित हो गया है कि कांग्रेस के शासन में नशे का अवैध कारोबार जमकर हुआ है। ड्रग माफिया और सत्ताधारी नेता आपस मेंं मिले हुए हैं। मान ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को अब पंजाब के मुद्दों की चिंता करनी छोड़ देनी चाहिए। गुरूवार को पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में भगवंत मान ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि, '' कांग्रेस के नेताओं ने 2007 में कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में पंजाब से नशा खत्म करने के लिए गुटका साहिब की कमस खाई थी। कैप्टन अमरिंदर सिंह और चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में पांच साल तक कांग्रेस नेता सत्ता का आनंद लेते रहे। न तो प्रदेश से नशा खत्म हुआ और न ही नशा माफिया के संरक्षक नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई  की गई। कांग्रेसी नेताओं ने नशा माफिया के साथ मिलकर पंजाब को लूटा और लाखों नौजवानों को नशे के जाल में फंसाया। उन्होंने कहा कि अब जब पंजाब में कांग्रेस का शासन खत्म हो गया हैकांग्रेस नेता राज्य के पुलिस प्रमुख को पत्र लिखकर उनसे नशा माफिया पर लगाम कसने की बात कह रहे हैं। पुलिस प्रमुख के घर के सामने धरना देने की धमकी दे रहे हैं मान ने सवाल किया कि कांग्रेस नेता पिछले पांच साल से नेशे के मुद्दे पर चुप क्यों रहेकांग्रेस नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के घर के सामने धरना क्यों नहीं दियाकांग्रेस सरकार ने विशेष जांच टीम की रिपोर्ट पर कार्रवाई क्यों नहीं कीभगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी 2017 से पंजाब में नशा माफिया के खिलाफ आवाज उठा रही है। उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में कांग्रेस नेताओं ने गुटखा साहिब की झूठी शपथ लेकर पंजाब के लोगों को गुमराह किया राज्य में सरकार बनाईलेकिन इस बार लोग कांग्रेसअकाली दल और भाजपा के झांसे में नहीं आए और उन्होंने खुले मन से आदमी पार्टी खुले को वोट किया। मान ने दावा किया कि 10 मार्च के बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी और आप सरकार राज्य से नशों को खत्म करनाश माफिया और उसे संरक्षण देने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करेगी।


NT24 NEWS LINK: BVC PAYS A RIVETING MUSICAL TRIBUTE TO LEGEND.....

BVC PAYS A RIVETING MUSICAL TRIBUTE TO LEGEND LATA MANGESHKAR

BHAVAN VIDYALAYA

NT24 NEWS

PUJA GUPTA

CHANDIGARH

An enthralling tribute was paid to legendary singer and Bharat Ratna awardee Lata Mangeshkar (1929 – 2022) by the Cultural Committee, Bharatiya Vidya Bhavan, Chandigarh Kendra at their campus. Students and teachers of Junior and Senior schools came together and paid a fitting tribute to the legend by organizing this beautiful evening. General (Retd.) V.P Malik, former Chief of Army Staff graced the occasion as the Chief Guest He was accompanied by his wife Mrs. Malik. Shri. Vivek Atrey was invited as the guest of honour. Shri R.K Saboo, Chairman and guiding mentor, Bharatiya Vidya Bhavan, also graced the occasion. Honorary Secretary Mr. Madhukar Malhotra, Mr. Manmohan Kohli, Vice-Chairman, Cultural Committee, Mrs. Vineeta Arora, Sr. Principal, Bharatiya Vidya Bhavan, Ms. Inderpreet Kaur, Principal, Bharatiya Vidya Bhavan, New Chandigarh, Ms. Suparna Bansal, Vice Principal, Ms. Soma Mukhopadyay, Principal Junior wing, Kendra committee members and other faculty members and students were also part of this event. The event traced the journey of the legendary singer through the various ups and downs of her life. Various incidents and anecdotes from her life were shared with the audience. Enthralling the audience with their soulful rendition the singers sang numerous songs sung by her during her journey. Chief Guest General Malik appreciated the efforts put in by the school by uphold the legacy of the singer, and spoke of how the songs helped him reminisce the tales of valour of the Indian Army.  Shri R.K Saboo, Chairman, Bharatiya Vidya Bhavan also spoke of his meetings with the great singer and complimented the Music Department and school choir for their heart-rending performance. Mrs. Vineeta Arora, Sr. Principal, Bharatiya Vidya Bhavan concluded the program with a vote of thanks.