Monday, 6 July 2020
nt24 nEWS : रामेश्वर गिरी बने AMWA के चेयरमैन .....
रामेश्वर गिरी बने AMWA के चेयरमैन
साथ ही एसएस परवाना बने प्रधान
एन टी 24 न्यूज़
अजीत झा / विनय शर्मा
मनीमाजरा
ऑल मनीमाजरा वेलफेयर एसोसिएशन
की शनिवार को माडी वाला टाऊन में वार्षिक मीटिंग का आयोजन किया गया। इस मीटिंग
एसोसिएशन के संरक्षक
डा बलदेव अरोड़ा की अध्यक्षता में 2020-2021 के
लिए कमेटी सदस्यों के पदों की नियुक्ति की गई । इस मीटिंग में सर्व सहमति से
रामेश्वर गिरी को चेयरमैन चुना गया। जबकि एसएस परवाना को र्निविरोध प्रधान ,
इसके साथ ही सुभाष धीमान, विजय गोयल,विजय शर्मा, रामभज शर्मा को उप-प्रधान चुना गया। वहीं गुरबचन लाल सूद और राज कुमार सैनी को महासचिव,
रविकांत व्यास को सचिव , प्रदीप बागरा को
सलाहकार , राजीव शर्मा व
नीरज शर्मा को कानूनी सलाहकार , मंजूर अहमद झूलेलाल
को कोषाध्यक्ष और अंकित अरोड़ा व मनीष
कुमार, को प्रेस सचिव बनाया गया । इस बारे में चेयरमैन
रामेश्वर गिरी ने बताया कि संस्था का मकसद सामाजिक कार्यों को बढ़ावा देना है ।
देश के हालात सामान्य होने पर आल मनीमाजरा वेलफेयर एसोसिएशन पहले की तरह बढ़-चढ़कर
कार्य करेंगे। RWA, MHC , सेक्टर 13 की ओर से एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया,
इस अवसर पर RWA, MHC के अध्यक्ष कर्नल गुरसेवक
सिंह ने चण्डीगढ़ नगर निगम के डिप्टी मेयर और इलाक़ा पार्षद जगतार सिंह जग्गा का
स्वागत करते हुए और उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट विकास कार्यों के लिए ट्राफ़ी
देकर सम्मानित किया, और इस मौक़े पर एक ओपन ऐअर जिम का भी
उद्घाटन किया गया ,RWA के
उपाध्यक्ष एस सी लूथरा ने निगम के बाग़वानी विभाग के जे ई , हरचंद सिंह को उनके योगदान के लिए ट्रॉफ़ी देकर सम्मानित किया, RWA
के महासचिव एस ए क़ुरैशी ने जगतार जग्गा से लम्बित पड़े हुए कार्य
जैसे कि पार्कों की टो वाल , केटगरी -3 के गेरेज वाले एरिया का कंकरीट का कार्य और पार्किंग स्थल का लेवल आदि
कार्य जो कि काफ़ी अरसे से पेंडिंग पड़े हैं, उनमें तेज़ी
लाने का आग्रह किया , इसके जवाब में जग्गा ने बताया कि MHC
में पानी की पुरानी पाइप लाइनों को बदलने के कार्य को स्मार्ट सिटी
प्रोजेक्ट में मंज़ूर करवा दिया है, जिसमें जल्दी काम शुरू
हो जाएगा ,
NT24 News : कोरोना नहीं लेकिन भीड़ से रखें परहेज : आरडी धीमान
कोरोना नहीं लेकिन भीड़ से रखें
परहेज, खांसने, थूकने से वायरस फैलने का ज्यादा खतरा : आरडी धीमान
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
शिमला / चंडीगढ़
देश भर में अनलॉक को
चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया है, जहां मसरूफियत के साथ
लोग कोरोना संक्रमण प्रतिबंधों को नजरअंदाज करते दिख रहे हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव
(स्वास्थ्य) आरडी धीमान ने बताया कि याद रखना होगा लॉकडाउन खत्म हुआ है, कोरोना नहीं। इस समय हमे और अधिक सजग व सावधान रहने की आवश्यता है। उन्होंने
बताया कि आर्थिक गतिविधियां और पर्यटन व्यवसाय में तेजी आते ही कोविड-19 वैश्विक महामारी के इस दौर में हम स्वयं व समाज को जागरूक रहते हुए
संक्रमण से बच सकते हैं। डरने या भ्रमित होने के बजाय आवश्यकता सजग-सतर्क
रहने की है। संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण
सांस के रास्ते आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इनसान के फेफड़े शरीर में वह जगह
हैं, जहां से ऑक्सीजन शरीर में पहुंचना शुरू होता है,
जबकि कार्बन डाईऑक्साइड शरीर से बाहर निकलता है, लेकिन कोरोना के बनाए छोटे-छोटे एयरसैक में पानी जमने लगता है और इस कारण
आपको सांस लेने में तकलीफ होती है और आप लंबी सांस नहीं ले पाते। ऐसे में मरीज को
वेंटीलेटर की जरूरत पड़ती है। आरडी धीमान ने जनसाधारण से आह्वान किया कि एक मीटर
के फासले को बरकरार रखते हुए परस्पर सामाजिक दूरी के सिद्धांत को बनाए रखें।
NT24 News : प्रदेश में रफ्तार पकड़ते ही डराने लगा शिमला का मानसून
प्रदेश में रफ्तार पकड़ते ही डराने लगा मानसून
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
शर्मा
शिमला
हिमाचल
प्रदेश में मानूसन ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। राज्य में बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के अधिकतर
क्षेत्रों में तूफान के साथ झमाझम बारिश हुई है। बताया जा रहा है कि तूफान के कारण
प्रदेश के कई इलाकों नुकसान भी हुआ है। कई जगह बिजली के खंभे व तारें टूटने के
अलावा मकानों को भी नुकसान हुआ हैं। वहीं, बारिश होने
से अधिकतम तापमान में एक से छह डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। मौसम विभाग की
मानें तो राज्य में 11 जुलाई तक मौसम खराब बना
रहेगा। इस दौरान अनेक स्थानों पर गर्जन के साथ बारिश होगी। राज्य के मैदानी इलाकों
सहित शिमला, कुल्लू, सोलन, मंडी, सिरमौर और डलहौजी में आठ व नौ जुलाई को
बहुत भारी बारिश होगी। विभाग ने इन दो दिनों के
दौरान बहुत भारी बारिश होने का यलो अलर्ट जारी किया है। राज्य में रविवार को मौसम
साफ बना रहा। दोपहर तक अधिकतर क्षेत्रों में धूप खिली रही, मगर शाम के समय आसमान में फिर से बादल घिरने शुरू हो गए थे। बीते 24 घंटों के दौरान मूसलाधार बारिश होने से तापमान में गिरावट आई है। कल्पा के
तापमान में सबसे ज्यादा छह डिग्री की गिरावट आई है। इसके अलावा ऊना व केलांग में
पांच, भुंतर, नाहन, सोलन व डलहौजी के तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की भारी गिरावट आई
है। तापमान में एकाएक भारी गिरावट आने से जनता को दिन के समय पड़ रही प्रचंड गर्मी
से काफी हद तक की राहत मिली है। अधिकतम तापमान के साथ साथ न्यूनतम तापमान में भी
गिरावट आई है। न्यूनतम तापमान में एक से पाचं डिग्री
सेल्सियस तक की भारी गिरावट आई है। मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने बताया
प्रदेश में 11 जुलाई तक मौसम खराब बना रहेगा। आठ व
नौ जुलाई को बहुत भारी बारिश होगी। कहां, कितनी
बारिश धर्मपुर में सबसे ज्यादा 54 मिली मीटर बारिश हुई है। पालमपुर में 50, धर्मशाला
में 48, नगरोटा में 42, बैजनाथ में 37, शिमला, ऊना में 32, नादौन में 31, मनाली में 27, मडी में 24 और सुंदरनगर में 22 मिलीमीटर बारिश हुई है। कहां, कितना तापमान शहर अधिकतम न्यूनतम, शिमला 25.0 -13.6, सुंदरनगर
32.6-20.0, भुंतर 32.6-17.8, कल्पा 20.2-10.3, धर्मशाला 30.8-18.6, ऊना 4.4-21.0, नाहन 28.8-20.1, कांगड़ा 32.0-19.6, बिलासपुर 35.5-22.0, हमीरपुर 34.4-22.4, चंबा 31.5-19.3, डलहौजी 9.1-16.7, केलांग 20.1-7.5,
NT24 News : एचआरटीसी कर्मियों को नहीं मिली पगार...............
एचआरटीसी कर्मियों को नहीं मिली पगार, मुलाजिमों
में निराशा, निगम को हर रोज हो रहा चार-पांच लाख का घाटा
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
शिमला/ चंडीगढ़
एचआरटीसी कर्मचारियों
को इस महीने भी तनख्वाह के लाले हैं। अभी तक इन कर्मचारियों को प्रबंधन जून महीने
का वेतन नहीं दे पाया है। पिछले तीन महीनों से कमोवेश यही स्थिति चलती आ रही है,
जिससे इस बार भी एचआरटीसी के कर्मचारी दो-चार हो रहे हैं। लॉकडाउन में
बसें चलाने के बावजूद परिवहन निगम की मुश्किलें जस की तस हैं। निगम के पास
कर्मचारियों के वेतन के भुगतान के लिए पैसा नहीं है। धनाभाव व बढ़ते घाटे की वजह
से निगम अपने कर्मचारियों को जून माह के वेतन का भुगतान नहीं कर सका है।
कर्मचारियों को 11 जुलाई से पहले वेतन का भुगतान कर दिया
जाएगा, ऐसा निगम के अधिकारियों का कहना है। हिमाचल पथ परिवहन
निगम लगातार घाटे में है। गत माली साल में निगम को 165 करोड़
का घाटा हुआ था। हालांकि चालू वित्त वर्ष के घाटे का पूरा ब्यौरा साल के अंत तक ही
सामने आएगा, मगर कोरोना संकटकाल ने निगम की मुश्किलों को और
बढ़ाया है। कोविड-19 महामारी के दौरा में पहले निगम की 3200
बसें सड़कों पर खड़ी रहीं। निगम का प्रति किलो मीटर बस चलाने का
खर्च 27 रुपए है। खर्च के मुकाबले आमदन सिर्फ 22 रुपए प्रति किलो मीटर हो रही है। लगातार बढ़ते घाटे की वजह निगम खर्चों को
पूरा करने के लिए सरकार से मिलने वाली करीब 270 करोड़ की
इक्विटी पर आश्रित है। साथ ही सरकार ने निगम को इस साल
64 करोड़ का पूंजीगत अनुदान देना भी मंजूर किया है। इक्विटी
में से करीब 117 करोड़ की रकम निगम को सरकार को दो किश्तों
में दे चुकी हैl निगम के प्रबंध निदेशक यूनूस का कहना है कि 11 जुलाई से पहले वेतन की अदायगी कर दी जाएगी। अभी वित्त प्रबंधन सही तरह से
नहीं चल पा रहा है। सरकार से इक्विटी शेयर लेकर वेतन की अदायगी हो रही है।
कर्मचारियों में वेतन नहीं मिलने से खासी नाराजगी है।
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