टोल-फ्री नंबर-रियल एस्टेट
की मार के पीड़तों के लिए बहुत ही जरूरी शुरुआत
एन टी 4 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
पंजाब के सब से प्रसिद्ध समाज सेवी आलमजीत सिंह मान,1988 से लगातार दुर्घटनाग्रस्त
लोगों
और
नेत्रहीन और अनाथ बच्चों के लिए ख़ास उपराले कर रहे हैं। इसके साथ ही वह लावारिस लाशों
का संस्कार भी करते हैं। उनकी इन्हीं बाकमाल कोशिशों के चलते, 22 नवंबर 2001 को आलमजीत सिंह मान
को दिल्ली में राष्ट्रीय रत्न पुरस्कार से सन्मानित किया गया। 2004 में आज़ादी दिवस के
मौके पर उन्हें पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब गवर्नमेंट स्टेट
अवार्ड और प्रमाण पत्र के साथ नवाज़ा। आलमजीत सिंह मान ने उपरोक्त
पीड़तों के लिए एक 24 घंटे फ्री हेल्पलाइन भी खोली। हाल ही में उन्होने अपनी जीरकपुर की ज़मीन
पर नेत्रहीन और गरीब बच्चों के लिए एक फ्री अकादमी की भी घोषणा की। हाल ही में उन्होनें
लोगों को इस हेल्पलाइन के बारे में सचेत करने के लिए एक ख़ास प्रेस कांफ्रेंस का आयोयन
किया। यह हेल्पलाइन नंबर उन लोगों के लिए भी काम करेगी जो बिल्डरों के हाथ से तंग हो
रहे हैं,
जिन्होनें
उनको घर/फ्लैट/प्लाट देने का वायदा
किया गया पर उनकी प्रॉपर्टी की मलकियत नहीं मिली या उनके घर के निर्माण में देरी की
गयी। बहुत सारे बिल्डर घर भी नहीं देते और पैसे भी वापिस नहीं करते। इस पूरी स्थिति
में ग्राहक को
बहुत
ज्यादा माली परेशानी का सामना करना पड़ता है। और इन पैसों से बिल्डर अपने परिवारों के
साथ छुट्टियों पर जाते है और महंगे गिफ्टों पर खर्च करते हैं। जुलाई 2019 सुप्रीम कोर्ट के
फैसले के मुताबिल बिल्डर कभी भी प्रॉपर्टी की मलकियत देने में देरी नहीं कर सकते। अगर
ऐसी कोई देरी होती है तो उन्हें सारे पैसे वापिस करने पड़ेंगे। इस मौके पर आलमजीत
सिंह मान ने कहा, "मैं हमेशा से ही समाज सेवा का हिस्सा रहा हूँ क्यूंकि
मेरा मानना है कि यह कोई सेवा नहीं है बल्कि हमारी जिम्मेदारी है समाज के प्रति। इस
सर्विस के लिए,
ग्राहकों
की वकीलों के साथ सारी मीटिंगों और कागजी करवाई का सारा काम खुद अपने पैसे से करूंगा।
मैंने इस काम के लिए कभी भी किसी भी तरह से कोई दान नहीं लिया। इस पूरे काम के लिए
मेरे साथ मेरी पूरी टीम है जिसमें 30-35 वकील हैं जो इस मामले में पूरी मदद करेंगे।
भविष्य में भी मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि मैं समाज के भले के लिए कुछ कर सकूं।" यह टोल-फ्री नंबर है-+91-8427953163.
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