Wednesday, 28 August 2019

NT24 News : दरार भरने का काम युद्ध स्तर पर जारी : सरकारिया..........


दरार भरने का काम युद्ध स्तर पर जारी : सरकारिया
जालंधर, लुधियाना और मोगा जि़लों में अब तक 12 दरारें भरी

एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार 
चंडीगढ़ 
पंजाब के जल स्रोत मंत्री श्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने आज यहाँ बताया कि अब तक सतलुज नदी के 12 दरारें सफलतापूर्वक भरी जा चुकी हैं और बाकी बची दरारों को भरने का काम युद्ध स्तर पर जारी है, जिनको आने वाले कुछ दिनों में भर दिया जायेगा। बताने योग्य है कि भारी बारिशों के कारण सतलुज नदी में कुछ स्थानों पर दरारें पड़ गई थी। जल स्रोत मंत्री द्वारा राहत कार्यों और बाढ़ पीडि़तों के पुनर्वास के लिए मुख्यमंत्री राहत फंड में अपनी एक महीने का वेतन भी दिया गया  है। श्री सरकारिया ने बताया कि इस प्राकृतिक आपदा से राज्य का बड़ा नुकसान हुआ है परन्तु पंजाब सरकार और कई संगठनों के वालंटियरों के अथक यत्नों की वजह से 12 दरारें सफलतापूर्वक भर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि जल स्रोत विभाग के अधिकारियों द्वारा इन दरारों को भरने में सक्रिय भूमिका निभाई गई है। जल स्रोत मंत्री ने बताया कि फिल्लौर सब डिवीजऩ के गाँव मियोवाल और माऊ साहिब में 9 दरारें भरे जाने के अलावा लुधियाना जि़ले के गाँव भोलेवाल में 168 फुट चौड़ी दरार को शनिवार को भर दिया गया था। उन्होंने बताया कि मोगा जि़ले के गाँव किशनपुरा में भी दो दरारें भरी गई हैं। सरकारिया ने बताया कि जालंधर जि़ले के गाँव जानियां चाहल में 500 फुट चौड़ी दरार और संगोवाल में 200 फुट दरार को भरने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। उन्होंने बताया कि रोपड़ जि़ले के गाँव भाऊवाल में 50 फुट, गाँव खैराबाद में 150 फुट और गाँव सुरतापुर में 60 फुट दरार को भरा जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल स्रोत विभाग के अन्य अधिकारियों समेत निगरान इंजीनियर और कार्यकारी इंजीनियर राहत कार्यों के लिए डटे हुए हैं। बताने योग्य है कि जल स्रोत मंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का छ: बार दौरा करके दरारें भरे जाने के कार्यों का जायज़ा लिया है। सरकारिया ने बताया कि सतलुज नदी के बाँधों के निर्माण और इमरजैंसी मुरम्मत के लिए विभाग के निगरान इंजीनियरों को अपेक्षित सामान खरीदने और मज़दूर लगाने के लिए 2 करोड़ रुपए तक के फंडों के प्रयोग का अधिकार दिया गया है। चीफ़ इंजीनियर ड्रेनेज श्री संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि दरार भरे जाने के कार्यों में तकनीकी मदद जल स्रोत विभाग के ड्रेनेज विंग द्वारा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि दरार भरने के ऑपरेशन को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी और आने वाले दिनों में सभी दरारें भर दी जाएंगी।

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