भारत के सर्वश्रेष्ठ ब्वॉयज बोर्डिंग में से एक
सिंधिया स्कूल, ग्वालियर
ने दी चंडीगढ़ रीजन में दस्तक
विनय कुमार
चंडीगढ़
11 मई,
2018
भारत में लडक़ों के
प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूल- दि सिंधिया स्कूल, ग्वालियर के प्रिंसीपल एवं प्रख्यात
शिक्षाविद् डॉ. माधव देव सारस्वत ने मध्य प्रदेश में ग्वालियर किले पर स्थित स्कूल
की 121-वर्ष पुरानी समृद्ध विरासत के बारे में आज यहां
मीडिया से बातचीत की। उल्लेखनीय है कि सिंधिया स्कूल की स्थापना 1897 में दूरदर्शी महाराजा माधव राव सिंधिया-प्रथम ने की थी, और अब सिंधिया राज परिवार के उत्तराधिकारी श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया
स्कूल के गवर्नर्स बोर्ड के अध्यक्ष हैं। ट्राईसिटी के प्रतिष्ठित शिक्षाविद् एवं
सिंधिया स्कूल के पूर्व छात्र, श्री मितुल दीक्षित भी
इस अवसर पर डॉ. सारस्वत के साथ मौजूद थे। ‘भारत के सबसे
अच्छे शिक्षा पोर्टलों में से एक, एजूकेशन वल्र्ड ने
वर्ष 2017-18 के लिए, सिंधिया
स्कूल को भारत के बोर्डिंग स्कूलों में नंबर 2 की
रैंक दी है, जबकि ब्वॉय
लीगेसी बोर्डिंग स्कूलों की श्रेणी में इसे मध्य प्रदेश का नंबर 1 स्कूल घोषित किया है। मुझे चंडीगढ़ आने की खुशी है और यह घोषणा करते हुए
भी प्रसन्नता हो रही है कि हमारे आउटरीच प्रोग्राम के एक हिस्से के रूप में हम
यहां पेरेंट्स के लिए एक ओपन हाउस का आयोजन करने जा रहे हैं, जो सिंधिया स्कूल के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और मेरे साथ एक इंटरेक्टिव व
अत्यधिक जानकारीपूर्ण सेमिनार होगा,’ डॉ. माधव देव
सारस्वत ने कहा। बताया गया कि यह सेमिनार शनिवार, 12 मई,
2018 को होटल ताज, सेक्टर 17, चंडीगढ़ में सायं 5-7 बजे के बीच आयोजित
किया जाएगा। डॉ. सारस्वत ने कहा, ‘यह कार्यक्रम चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व पंजाब के संभावित
छात्रों को स्कूल के बारे में जानकारी देने और इससे जुडऩे संबंधी उचित निर्णय लेने
में सहायता के लिए स्कूल की योजना के एक हिस्से के रूप में चंडीगढ़ लाया गया है।
स्कूल इस रीजन को गंभीरता से ले रहा है। ओपन हाउस न केवल माता-पिता को सीधे मुझसे
बात करने का अवसर देगा, बल्कि उन्हें स्कूल के कुछ
पूर्व छात्रों व सहयोगियों से मिलने का भी मौका देगा, क्योंकि
वे पहले से ही इस लोकप्रिय शिक्षा संस्थान का एक हिस्सा रह चुके हैं।’ उल्लेखनीय है कि सिंधिया स्कूल के नामी पूर्व छात्रों में फिल्म निर्देशक
अनुराग कश्यप, अभिनेता सलमान खान, पी एंड जी के पूर्व सीएमडी भारत वी. पटेल, रेडियो
सीलोन प्रसिद्धि वालेउद्घोषक अमीन सयानी, पूर्व विदेश
मंत्री के. नटवर सिंह, तथा पूर्व उप-सेनाध्यक्ष, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) समेर पाल सिंह ढिल्लों प्रमुख हैं। मितुल दीक्षित ने कहा, ‘मैं अपने पूर्व स्कूल, दि सिंधिया स्कूल का ऋणी हूंं। स्कूल में दी गई समग्र शिक्षा व्यक्ति को
समाज का एक स्वतंत्र, निर्णायक और जिम्मेदार सदस्य बनने
में मदद करती है।’
डॉ. सारस्वत ने कहा, ‘हमारा
उद्देश्य स्कूल में ऐसी शिक्षा प्रदान करना है जो लडक़ों को उनकी असली क्षमताओं का
एहसास कराये, फिर चाहे वो अकादमिक क्षेत्र हो, समाज हो, रचनात्मक क्षेत्र या खेल आदि। शिक्षा
जो उन्हें वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भारतीयता से जोड़े रखते हुए नेतृत्व की क्षमता
प्रदान कर सके।’स्कूल छात्रों को अकादमिक एवं बौद्धिक रूप से
सर्वगुणसंपन्न सज्जन व्यक्ति के रूप में आकार देने के लिए विख्यात है। यह देश के
अग्रणी आवासीय विद्यालयों में से एक है, और अपने समृद्ध
इतिहास, असाधारण स्टेंडर्ड और प्रेरक वातावरण के लिए
जाना जाता है। यहां आकर छात्रों ने अपने बचपन के वर्षों में अपनी शक्तियों को खोजा
है। सिंधिया स्कूल में कुछ अत्याधुनिक बुनियादी
सुविधाएं मौजूद हैं, जैसे विज्ञान केंद्र, एफ जी पीयर्स लाइबे्ररी, जहां 10,000 से अधिक पुस्तकों का संग्रह है, ओपन एयर थिएटर
जिसमें 3000 लोगों के बैठने की क्षमता है,
800 लोगों के बैठने की क्षमता वाला भोजन कक्ष और स्विमिंग पूल
आदि। स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध है। इसके कुछ
बेहतरीन अकादमिक पहलुओं में द राउंड स्क्वेयर कांफ्रेंस प्रमुख है, जो जीवन में परिवर्तनकारी अनुभव ला सकती है और छात्रों में नेतृत्व कौशल
बढ़ाने तथा अंतर-सांस्कृतिक समझ को बढ़ाकर व्यक्तित्व विकास के अवसर प्रदान करती
है। स्कूल में ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग अवार्ड योजना भी है, जिसके
तहत स्वयं-सुधार कार्यक्रम पूरा करने के लिए युवाओं को पुरस्कार दिया जाता है।
इसके अलावा, सूर्योदय पहल, सामाजिक
और सामुदायिक सेवाओं, आदि का भी स्कूल में विशेष स्थान
है।
स्कूल हॉकी, फुटबॉल, तैराकी, तीरंदाजी, निशानेबाजी
जैसे खेलों की एक विस्तृत श्रृंखला को भी प्रोत्साहित करता है। विशेषज्ञ सलाहकारों
के मार्गदर्शन में छात्रों को ये खेल खिलाये जाते हैं। इसमें एक समर्पित हॉर्स
राइडिंग क्लब भी है।
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