40वीं वर्षगांठ के उपलक्ष पर ट्रांसएशिया
बायोमेडिकल्स की हिमैटोलॉजी रेंज को किया पेश
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
भारत की नंबर 1 इन-विट्रो डायग्नोस्टिक (आइवीडी) कंपनी,
और उभरते बाजारों पर केंद्रित अग्रणी वैश्विक कंपनियों में से एक, ट्रांसएशिया बायो-मेडिकल्स
लिमिटेड ने आज अपनी 40वीं वर्षगांठ के उपलक्ष पर घोषणा की है कि इसकी अंतर्राष्ट्रीय
हिमैटोलॉजी रेंज अब चंडीगढ़ में उपलब्ध है। 3-पार्ट डिफरेंशियल एनालाइजर (3पीडीए) से
लेकर 5-पार्ट डिफरेंशियल एनालाइजर (5पीडीए), पूरी तरह से ऑटोमेटेड हिमैटोलॉजी एनालाइजर,
रीएजेंट्स और कंट्रोल्स यूरोपीय आरएंडडी द्वारा समर्थित हैं । ये उपकरण कई आधुनिक फीचर्स
से लैस हैं, जिससे संस्थानों, क्लिनिशयंस और लैब टेक्नोलॉजिस्ट्स को सही डायग्नोसिस
करने में मदद मिलेगी। एच 360, एच 560 और इलीट 580 हिमैटोलॉजी एनालाइजर का उत्पादन इरबा
लैचीमा ने किया है, जो ट्रांसएशिया की 100 फीसदी स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। यूरोप
और दुनिया के अन्य हिस्सों में इनका व्यापक रूप से इस्तेमाल होता है। मरीजों में बीमारी
का पता लगाने और उसकी निगरानी के लिए रक्त कोशिकाओं को गिनने और उनके प्रकार का पता
लगाने के लिए हिमैटोलॉजी एनालाइजर का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है। तीन भागों में
अलग-अलग श्वेत रक्त कोशिकाओं (डब्ल्यूबीसी) की गिनती से बेसिक एनालाइजर संपूर्ण रक्त
कोशिकाओं (सीबीसी) की गणना करते हैं। आधुनिक तकनीक से बनाए गए एनालाइजर कोशिका के आकृति
विज्ञान को मापते है और छोटी कोशिकाओं की आबादी का पता लगाकर रक्त से जुड़े दुर्लभ
और आसानी से पकड़ में न आने वाली बीमारियों का पता लगा सकते हैं । रक्त
की जांच के ये नए उपकरण नियमित मानकों के अलावा उन्नत ऑटोमेटेड हिमैटोलॉजी एनालाइजर्स
द्वारा रिपोर्ट किए जाने वाले प्लेटलेट लार्ज सेल रेशियो (पी-एलसीआर) और प्लेटलेट लार्ज
सेल कंसन्ट्रेशन (पी-एलसीसी) जैसे अतिरिक्त मानदंड भी मुहैया कराते हैं, जो असामान्य
प्लेटलेट्स की गणना के संभावित कारणों के लिए अधिक जानकारी प्रदान करते हैं। इस लिहाज
से ये उपकरण चंडीगढ़ के लिए खासतौर पर जरूरी महत्व के हो जाते हैं, क्योंकि हिमाचल
प्रदेश और पंजाब के ग्रामीण इलाकों से काफी संख्या में लोग इलाज के लिए यहां आते हैं।
यह देखा गया है कि इनमें से अधिकांश रोगी एनीमिया, थैलेसीमिया और अन्य हीमोग्लोबिनोपैथी
से पीडि़त होते हैं।
अब
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इस
अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रांसएशिया बायो-मेडिकल्स लिमिटेड के चेयरमैन
और प्रबंध निदेशक, सुरेश वजीरानी ने कहा, हमें आज यहां अपनी हिमैटोलॉजी रेंज की शुरुआत
करते हुए बेहद खुशी हो रही है। चंडीगढ़ ने खुद को गुणवत्तापूर्ण हेल्थकेयर सेवाएं देने
वाले भारत के शीर्ष स्थानों में स्थापित कर लिया है। अपनी शानदार एकेडमिक फैकल्टी के
साथ पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) भारत के
बेहतरीन चिकित्सा संस्थानों में से एक है। इसके अलावा, पिछले 5 सालों में ही पंजाब
हेल्थ सिस्टम कॉर्पोरेशन (पीएचएससी) ने सभी जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित
रक्त परीक्षणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का बढिय़ा काम किया है। पीएचएससी ने इसके
लिए डायग्नोस्टिक केंद्रों में नवीनतम बायोकेमिस्ट्री, हिमैटोलॉजी और एलिसा एनालाइजर्स
मुहैया कराए हैं। इसके अलावा, शहर का सबसे पुराना, गवर्नमेंट मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल
भी बड़ी संख्या में रोगियों की जरूरतें पूरी करता है। ट्रांसएशिया का इन संस्थानों
के साथ लंबा और सतत जुड़ाव रहा है। विभिन्न स्पेशियल्टीज के हमारे ज्यादातर उपकरण इन
जगहों पर स्थापित हैं। प्रति व्यक्ति आय के मामले में चंडीगढ़ देश में ऊपरी स्थान पर
है और यहां के लोग बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तकनीक और स्वचालन पर खर्च करने
के इच्छुक हैं। इस प्रकार यह ट्रांसएशिया के लिए अपनी यूरोपीय तकनीक को पेश करने के
लिहाज से सबसे अधिक उपयुक्त बाजार है । सुरेश
वाजिरानी ने कहा, 2018 में इंडस्ट्री की रिपोर्ट के अनुसार भारत में मेडिकल डिवाइस
इंडस्ट्री 5.2 बिलियन डॉलर (35,097.49 करोड़ रुपये की है), जिसमें से ज्यादातर उत्पादों
को आयात किया गया है। भारत में ट्रांसएशिया जैसे दिग्गज खिलाड़ी इस माहौल को बदलने
के लिए अग्रिम मोर्चे पर तैनात हैं और मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाने में मदद कर रहे
हैं । स्वास्थ्य
रक्षा के विभिन्न पैमानों की गुणवत्ता और पहुंच के आधार पर बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं
मुहैया कराने के क्षेत्र में भारत का नंबर 176 देशों में 145वां है। कुशल जनशक्ति और
तकनीकों सहित गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा बुनियादी ढांचे तक सीमित पहुंच छोटे शहरों और
ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 70: से अधिक भारतीयों की दुखती रग है। ट्रांसएशिया
स्वदेशी विकास और प्रौद्योगिकी अपनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो घरेलू विनिर्माण
के जरिए सस्ती डायग्नोस्टिक सुविधाएं सुलभ कराते हैं । इस
नवीनतम लॉन्च रेंज के बारे में ट्रांसएशिया की बिजनेस यूनिट हेड और एमडी पैथोलॉजी,
डॉ. प्रीत कौर कहती हैं, इरबा के हिमैटोलॉजी उत्पादों की रेंज अपनी गुणवत्ता, सटीकता
और कामकाज में आसानी के चलते दुनियाभर में स्वीकृत है। अब इन उत्पादों की बदौलत भारतीय
डायग्नोस्टिक लैब्स में स्वचालित हिमैटोलॉजी परीक्षण को अपनाए जाने में बढ़ोतरी होगी । भारत
में ट्रांसएशिया का 65 हजार से ज्यादा उपकरणों का आकर्षक आधार है। ट्रांसएशिया में
250 सर्विस इंजीनियरों, 400 से ज्यादा लोगों की सेल्स और मार्केटिंग टीम, 23 जोनल ऑफिस
और 350 से ज्यादा वितरक हैं। यह पहली भारतीय कंपनी है, जो 1990 में ब्लड एनालाइजर और
रीएजेंट्स का उत्पौदन और निर्यात करती है। आज ट्रांसएशिया के स्वदेशी अनुसंधान के नतीजे
के तौर पर आधुनिक उपकरण, मेक इन इंडिया के तहत बनाए गए प्रॉडक्ट्स और टेक्नोलॉजी का
विकास किया जा रहा है, जिससे कंपनी के प्रॉडक्ट्स विश्व में सर्वश्रेष्ठ बनते जा रहे
हैं। ट्रांसएशिया का सफर 4 दशकों से ज्यादा हो गया है। ट्रांसएशिया को स्वास्थ्य रक्षा
के प्रति प्रतिबद्धता के लिए दुनिया भर में पहचाना गया है। ट्रांसएशिया को कई पुरस्कार
मिल चुके हैं, जिसमें द इकोनॉमिक टाइम्स बेस्ट ब्रैंड्स 2019 अवॉर्ड, इंडिया मेडिकल
डिवाइस एक्सपोर्ट कंपनी ऑफ द ईयर और वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम का ग्लोबल ग्रोथ कंपनी-2014
अवॉड समेत अन्य पुरस्कार शामिल है। ट्रांसएशिया का मुख्यालय मुंबई में है। यह ग्लोबल
ट्रांसएशिया-इरबा ग्रुप का एक हिस्सा है।समूह ने विभिन्न अधिग्रहण के माध्यम से संयुक्त
राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, चेक गणराज्य, फ्रांस, इटली, रूस और तुर्की में अपनी
उपस्थिति बढ़ाई है। ट्रांसएशिया-इरबा ग्रुप की ब्रिटेन, भारत और चेक गणराज्य में प्रॉडक्शन
साइट्स और फ्रांस, ब्रिटेन, भारत और चेक गणराज्य में रिसर्च एंड डिवेलपमेंट सेंटर्स विश्वस्तरीय प्रॉडक्ट्स की डिलीवरी के लिए स्वदेशी
निर्माण का हब बनाते है। आज यह ग्रुप 100 देशों में लाखों लोगों को सेवाएं प्रदान कर
रहा है। अधिक जानकारी के लिए कृपया www.erbamannheim.com विजिट
करें ।
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