30
जुलाई को होगी सावन महाशिवरात्रि
जानें पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व और शिव को चढ़ाएं ये भोग
शिव पूजा का शुभ
मुहूर्त सुबह 9:10 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक होगा.
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
17 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो गया है | अब आप सोच रहे होंगे कि सावन की शिवरात्रि कब की है ? तो इस सावन की शिवरात्रि मंगलवार 30 जुलाई
को मनई जायेगी | सावन की शिवरात्रि के साथ ही
त्योहारों की शुरुआत हो जाती है | हिन्दुओं के लिए सावन का
महीना एक खास महत्व रखता है | श्रावण मास में पड़ने वाले चार
सोमवार और सावन शिवरात्रि दोनों ही शिवभक्तों के लिए महत्वपूर्ण हैं |मान्यता है के जो भक्त सावन के सोमवार के व्रत और शिवरात्रि की पूजा करता
है वह हर मनोकामना पूर्ति आशीर्वाद प्राप्त करता है | आगे हम
बताते है शिवरात्रि की पूजा विधि के बारे में व
इसके शुभ मुहूर्त के बारे में | हर महीने की कृष्णपक्ष
चतुर्दशी को मास शिवरात्रि होती है, सावन और फाल्गुन
कृष्ण चतुर्दशी को पड़ने वाली शिवरात्रि खास होती हैं| फाल्गुन
में पड़ने वाली शिवरात्रि को महाशिवरात्रि के रूप में पूजा जाता है| माना जाता है कि इसी दिन शिव पार्वती का विवाह हुआ था | क्यों है सोमवार का खास महत्व - महाशिवरात्रि
सोमबार 4 मार्च को थी |सावन के सोमवार भी अपने आप में खास
होते हैं | असल में सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने की
परंपरा काफी समय से चली आ रही है | सोमवार के दिन भगवान शिव
की पूजा करने का खासा महत्व रहता है | सोमवार के दिन लोग
व्रत भी रखते हैं, जिसे सोमश्वर कहा जाता है | सोमेश्वर के दो अर्थ होते हैं, पहला अर्थ
चंद्रमा और दूसरा अर्थ देव. यानी जिसे सोमदेव भी अपना देव मानते हैं यानी शिव
शिवपुराण के मुताबिक हर सोमवार भगवान शिव की पूजा करने से काफी कष्टों से निजात
पाई जा सकती है. माना जाता है कि अगर किसी व्यक्ति पर शिवजी प्रसन्न हो जाएं तो
इससे उसकी कुंडली से सभी प्रकार के दोष दूर जाते हैं. इसके साथ ही गरीबी से भी
छुटकारा मिल जाता है. सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करते वक्त इन बातों का
विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए | सावन
शिवरात्रि के शुभ मुहूर्त- श्रावण मास 17 जुलाई से शुरू हो गया है | इस महीने में पड़ने वाली शिवरात्रि को सावन शिवरात्रि कहा जाता है | माना जाता है कि इस शिवरात्रि के मौके पर शिव बहुत जल्दी पसन्न होते हैं. इस बार सावन शिवरात्रि 30 जुलाई को
है. माना जाता है कि इस दिन शिवशंभू को जल चढ़ाने से वे जल्दी प्रसन्न होते
हैं और भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं. सावन शिवरात्रि यानी 30 जुलाई को शिव पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9:10 बजे से लेकर दोपहर 2:00 बजे तक होगा | सावन शिवरात्रि 2019 पूजा विधि - शिव को भोले के नाम से जाना जाता है
| माना जाता है कि शिव को सच्चे मन से याद करने पर वे मदद
करते हैं | इसलिए शिव की पूजा करने की विधि भी बेहद आसान
माना जाती है | माना जाता है कि भोले की सच्चे मन से पूजा
करना ही काफी है | सामान्य पूजा और सच्चे मन से अराधना कर ही
आप शिव को प्रसन्न कर सकते हैं एसा मन जाता है कैसे करें शिवरात्रि
पर भगवान शिव का अभिषेक - शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठें और नहाधोकर खुद को स्वच्छ करें. मंदिर में जाते समय जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, इत्र, चंदन, केसर, भांग
सभी को मिलकार एक बर्तन में साथ ले जाएं और शिवलिंग का अभिषेक
करें | भगवान शिव को भोग में क्या दें हम सभी जानते है कि शिव को भोले भी कहा
जाता है इसकी वजह इसकी
वजह है भी मानी जाती है कि वे अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं और जो
भी भक्त चढ़ाते हैं प्रसन्नता से ग्रहण करते हैं | फिर भी शिव को भोग में कुछ चीजें चढ़ाने की मान्यता है | चलिए जानते हैं उनके बारे में शिव को गेंहूं से बनी चीजें अर्पित करें - एश्वर्य पाने के लिए शिव को मूंग का भोग गायें | मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए शिव को चने की दाल का भोग लगायें - वहीं, शिव को तिल चढ़ाने की भी मान्यता है.
माना जाता है कि शिव को तिल चढ़ाने से पापों का नाश होता है |
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