रुद्राक्ष में है पर्यावरण
संरक्षण से लेकर औषधीय एवं आध्यात्मिक गुण भी विद्यमान : कृष्ण कुमार बेदी
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
मेहरा एनवायरमेंट एंड आर्ट फाउंडेशन के चेयरमैन कुलदीप मेहरा ने जानकारी दी कि उनकी संस्था ने हरियाणा सरकार में
माननीय राज्य मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी जी के सेक्टर-7, चंडीगढ़
स्तिथ आवासीय परिसर में पौधरोपण कार्यक्रम रखा। जिसका मुख्य शीर्षक "आओ
पृथ्वी को वापिस लौटायें" रखा गया। वहाँ पर माननीय राज्य मंत्री श्री कृष्ण
कुमार बेदी जी ने रुद्राक्ष का पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। राज्य
मंत्री ने कहा कि श्रावण मास में शिव-आराधन का विशेष महत्व है। इस महीने में हमें
पौधरोपण करते रहना चाहिए। हम भाग्यशाली हैं जो रुद्राक्ष का पौधा रोपित कर रहें
है। इसमें पर्यावरण संरक्षण से लेकर औषधीय एवं आध्यात्मिक गुण भी विद्यमान है इसको
धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। बेदी जी ने कहा कि हम पहले से
ही माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा चलाये गए पर्यावरण एवं
जलवायु संरक्षण के लिये वृक्षारोपण कार्यक्रम के प्रति संकलिप्त है। इसलिए मुझे
जहाँ भी समय मिलता है। मैं पौधरोपण कार्यक्रमों में शामिल होता हूँ, क्योंकि जब तक पेड़-पौधे सुरक्षित रहेंगे, तब तक मानव
जीवन भी सुरक्षित रहेगा। पेड़-पौधे बादलों को आकर्षित करते हैं इसलिये जहां
पेड़-पौधे अधिक होते है वहां वर्षा भी अधिक होती है। इसलिए हमें घर आंगन, स्कूल, कॉलेज, सरकारी और गैर
सरकारी संस्थानों के साथ साथ खेतों में जहाँ भी उचित जगह मिलें वहां पर अधिकाधिक
वृक्षारोपण करना चाहिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति यदि स्वस्थ रहना चाहता
है और वातावरण को सुरक्षित रखना चाहता है तो अपने जीवन काल में एक पौधा अवश्य
लगाये। हमनें इस धरती पर जब से जन्म लिया है शून्य काल से लेकर अंत काल तक हम सब
पृथ्वी से अपने उपयोगी सबकुछ हासिल करते रहे है लेकिन कुछ भी वापिस नहीं देते और
सही मायने में हम पृथ्वी के कर्जदार भी है सिर्फ पौधारोपण करके ही हम पृथ्वी के
कर्ज को पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से वापिस लौटा सकते है। मेहरा एनवायरमेंट एंड
आर्ट फाउंडेशन के चेयरमैन कुलदीप मेहरा ने जानकारी दी
कि रुद्राक्ष का शाब्दिक अर्थ होता है "रूद्र की आँख’’, रुद्राक्ष मनुष्य के लिए भगवान शिव द्वारा प्रदान किया हुआ एक अनुपम उपहार
है। पौराणिक कथानुसार: जब भगवान शिवजी ने त्रिपुर नामक असुर के वध के लिए महाघोर
रूपी अघोर अस्त्र का चिंतन किया, तब उनके नेत्रों से आंसुओं
की कुछ बूंदे धरती पर गिरीं, जिनसे रुद्राक्ष के वृक्ष की
उत्पत्ति हुई। तभी से रुद्राक्ष का माहात्म्य बढ़ गया और वेदों में इसकी महिमा पाई
गई है। रुद्राक्ष के संबंध में शिवपुराण, पदमपुराण, स्कन्द पुराण, रुद्राक्ष, रुद्रपुराण,
श्रीमदभागवत, ऋग्वेद, यजुर्वेद,
अथर्ववेद, काठक संहिता, विष्णुधर्मोंत्तर
पुराण, सूत्रधार, विज्ञान, याज्ञवलक्य स्मृति आदि अनेकानेक ग्रन्थों में रुद्राक्ष का विशद वर्णन
देखने को मिलता है। सभी ग्रंथों में रुद्राक्ष को साक्षात महादेव जी की परम प्रिय
वस्तु माना है तथा उसके स्पर्श मात्र से परमधाम को प्राप्ति माना गया है।
रुद्राक्ष को हमेशा ह्रदय के पास धारण करना चाहिए, इससे हृदय रोग, हृदय का कम्पन और ब्लड प्रेशर आदि
रोगों में आराम मिलता है। कुलदीप मेहरा ने मंत्री जी को बैम्बू प्लांट भी गिफ्ट
में दिया। इस रुद्राक्ष रोपण कार्यक्रम में मुख्यातिथि माननीय मंत्री श्री कृष्ण
कुमार बेदी, मेहरा एनवायरमेंट एंड आर्ट फाउंडेशन के चेयरमैन
कुलदीप मेहरा, मनोज कुमार, भानू प्रिया,
मनीष कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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