विश्व रेडियो दिवस पर आयोजित हुआ " रोल आफ मॉडुलेशन इन कम्युनिकेशन " सेमिनार
चंडीगढ़ डिफेंस अकेडमी
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चण्डीगढ़
विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर जाने-माने ब्रॉडकास्टर सर्वप्रिय निर्मोही
द्वारा चंडीगढ़ डिफेंस अकेडमी में " रोल आफ
मॉडुलेशन इन कम्युनिकेशन " सेमिनार आयोजित हुआ ,
मॉडुलेशन यानि संवाद का कम्युनिकेशन स्किल्स पर कितना असरदार व्
गहरा प्रभाव है इस पर केंद्रित रहा यह सेमिनार , निर्मोही ने
बताया कि हमारी सुंदरता व लिबास से अधिक असरदार होता है संवाद यानी अपनी बात को
रखने का लहजा, यदि आपकी बात में दम हो तो सफलता निश्चित है ,
जैसे दमदार डायलग डिलीवरी के कारण कई
साधारण दिखने वाले कलाकार भी शिखर पर पहुंच पाए , वैसे ही
दमदार संवाद के बल पर स्टूडेंट्स भी अपनी पर्सनालिटी निखार सकते हैंl ।ऑल इंडिया
रेडियो के पूर्व सीनियर ब्रॉडकास्टर सर्वप्रिय निर्मोही ने कहा कि आज हर कार में पूरा दिन बजने वाला रेडियो किसी समय हर घर की शान
होता था। घरों में सुबह 5 बजे ही सुरमई संगीत शुरू हो जाता
था और लोग तैयार होते, शेव करते व अन्य काम निपटाते हुए पूरा
दिन रेडियो ही सुनते थे लेकिन आजकल के दौर में रेडियो सिर्फ कारों व मोबाइल तक ही
सीमित रह गया है। लेकिन यदि हमें समय का सबसे ज्यादा सदुपयोग करना है या सारी
दुनिया की खबरों से हर वक्त ताजी खबर व जानकारी रखनी
है तो रेडियो ही उसका सबसे उचित व आसान साधन है। ये मनोरंजन का भी सबसे सस्ता साधन
है। इस मौके पर रेडियो लिसनर्स क्लब की प्रवक्ता व
चंडीगढ़ डिफेंस ऐकडमी की भावना ने बताया कि युद्ध हो
या शांतिकाल अथवा कोई प्राकृतिक आपदा आन पड़ी हो, हर समय
रेडियो ने अपनी अहम भूमिका निभाई है। जनता को जागरूक करने में भी रेडियो का
महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसलिए रेडियो के महत्व को देखते हुए बड़े स्तर पर मनाया
जाना जरूरी है।सेना के लिए भी आपतकाल में रेडियो अहम भूमिका निभाता हैl
No comments:
Post a Comment