कट्टरपंथी नेतृत्व के एक वर्ग द्वारा राज्य में शांतिपूर्ण माहौल बिगाड़े जाने की कर रहा कोशिश: राजा वड़िंग
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने
कट्टरपंथी नेतृत्व के एक वर्ग द्वारा राज्य में शांतिपूर्ण माहौल बिगाड़े जाने की
कोशिश को लेकर आलोचना की है। इन नेताओं सहित शिरोमणी अकाली दल-अमृतसर के प्रमुख
सिमरनजीत सिंह मान,
जिन्होंने हाल ही में भारतीय संविधान की शपथ ली है, द्वारा 15 अगस्त को अपने घरों पर राष्ट्रीय तिरंगा
फहराने की बजाय केसरी झंडे लगाने संबंधी आह्वान किया है, पर
प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए वड़िंग ने कहा कि ऐसे कार्य स्पष्ट तौर पर मुश्किल से
हासिल की गई पंजाब की शांति को भंग करने हेतु किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तिरंगा हमारा राष्ट्रीय चिन्ह है और हर भारतीय को
इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी किसी को अपने घरों पर केसरी झंडा
लगाने से नहीं रोकता और हर किसी को केसरी रंग पर गर्व होना चाहिए, जो खालसा पंथ की महानता का प्रतीक है। इसी तरह तिरंगा भारत की स्वतंत्रता का राष्ट्रीय चिन्ह है और इसे
सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों जिनमें से अधिकतर पंजाबियों और
सिखों ने तिरंगे के सम्मान की रक्षा हेतु अपनी जिंदगियों का बलिदान दिया है और जो
इसका निरादर करने का प्रयास कर रहे हैं, वे अपने शहीदों और
उनकी शहादत का अपमान कर रहे हैं। इस दौरान वड़िंग ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस
पार्टी केंद्र की भाजपा सरकार की विघटनकारी नीतियों का पुरजोर विरोध करती है और
जिस प्रकार वह देश में बहुसंख्यकवाद थोपने का प्रयास कर रही है। उन्होंने
स्वतंत्रता दिवस जैसे पवित्र अवसरों को मनाने में भी भाजपा द्वारा पक्षपात की
सियासत लाए जाने के प्रयास की निंदा की। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा हमें
स्वतंत्रता दिवस पर अपने घरों पर तिरंगा फहराने के लिए बोलने वाली कौन होती है।
कांग्रेस पार्टी का तिरंगे की रक्षा और सम्मान हेतु बलिदान देने का इतिहास रहा है
व हम हमेशा अपनी आखिरी सांस और खून की आखिरी बूंद तक ऐसा करते हैं।
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