एलजीबीटीक्यूआईए के प्रति समाज सोच बदले, तभी हालात बदलेंगे : यशविंदर सिंह
विनय कुमार
चण्डीगढ़
समाज के एक तबके के साथ कुदरत ने न्याय
नहीं किया। उसमें उनका कोई कसूर नहीं था। इसके जैविक कारण भी थे। समाज में उनके
बारे में पूरी जानकारी नहीं थी। हमारे धार्मिक आख्यानों में इस वर्ग को इज्जत दी
गई। रामायण में भगवान राम ने उन्हें आशीर्वाद दिया था। महाभारत में पांडवों में
अर्जुन ने उनका रूप धरकर अज्ञातवास पूरा किया था। पहल फाउडेंशन के संस्थापक सदस्य
यशविंदर सिंह ने ये विचार एलजीबीटीक्यूआईए समाज के अधिकारों के प्रति जागरूकता
जगाने के लिये संपन्न मीडिया कार्यशाला में रखे। एलजीबीटीक्यूआईए समुदाय के
अधिकारों के लिये लंबे समय से काम कर रहे हमसफर ट्रस्ट और चण्डीगढ़ प्रेस क्लब के
सांझे प्रयासों से आयोजित इस कार्यशाला में पत्रकारों तथा पत्रकारिता विभाग पीयू
के छात्रों ने भाग लिया। यशविंदर ने कोर्ट के द्वारा दिये फैसलों को इस तबके के
जीवन बदलने वाला बताया। उन्होंने कहा कि इस वर्ग की हालत तब बदलेगी जब कानून के
साथ समाज भी इस वर्ग के साथ इज्जत का व्यवहार करना होगा। समाज में धीरे-धीरे इस
वर्ग की जैविक समस्याओं व व्यावहारिक दिक्कतों को समझा जा रहा है। उन्होंने कहा
ब्रिटिश सरकार में इस समाज की खराब छवि बना दी गई। इस मौके पर एडवोकेट करण गौतम ने
देश में न्यायालय की सक्रियता और बदलावकारी फैसलों से एलजीबीटीक्यूआईए समुदाय के
जीवन में आये बदलाव विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने इस अभियान में मीडिया की
रचनात्मक भूमिका की जरूरत को बताया। कार्यक्रम का संचालन हमसफर ट्रस्ट के
कार्यक्रम अधिकारी अमन ने किया। इस मौके पर प्रेस क्लब प्रेसिडेंट सौरभ दुग्गल ने
मुख्य वक्ताओं के प्रति आभार जताया और उन्हें स्मृति चिन्ह दिए।
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