नार्थ ज़ोन हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में दिल्ली ऑडिट ने एजी पंजाब को 5-1 से दी शिकस्त
फाइनल मैच मशहूर दिवंगत खिलाड़ी ओलम्पियन सुखबीर सिंह गिल को समर्पित
चण्डीगढ़
आईए एंड एडी नार्थ ज़ोन हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल मुक़ाबले में दिल्ली ऑडिट ने एजी पंजाब को 5-1 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। यह मैच मशहूर दिवंगत खिलाड़ी ओलम्पियन सुखबीर सिंह गिल को समर्पित किया गया। मैच शुरू होने से पहले सारा माहौल उस समय गमगीन हो गया जब दिवंगत खिलाड़ी ओलम्पियन सुखबीर सिंह गिल को श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी माता, पत्नी, पुत्र और पुत्री मुख्य अतिथि भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान राजपाल सिंह और तेग़ सिंह, महालेखाकार पंजाब एवं यूटी मैदान में उतरे। सभी खिलाड़ियों, माननीय अतिथियों और भारी संख्या में पहुँचे हुए दर्शकों द्वारा दो मिनट का मौन रखकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। मैच की शुरुआत से ही दिल्ली ऑडिट की टीम ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया और मैच के चौथे मिनट में नीलम संजीव ने गोल करके 1-0 की बढ़त बना ली। खेल के 7वें मिनट में दिल्ली ऑडिट के विशाल सिंह ने दूसरा गोल कर दिया। एजी पंजाब की टीम इन दो शुरुआती झटकों से अभी संभल भी नहीं पाई थी कि दिल्ली के विशाल सिंह ने 16वें मिनट में अपने इस मैच का दूसरा गोल करके स्कोर 3-0 कर दिया। एजी पंजाब की टीम के फॉरवर्ड खिलाड़ियों ने कई बार वापसी करने की कोशिश की परन्तु उनके सारे प्रयास दिल्ली के गोलकीपर इक्रम ख़ान और डिफ़ेंडरों ने विफल कर दी। इसी बीच दिल्ली के विनोद यादव ने मैच के 27वें मिनट में गोल करके अपनी टीम को 4-0 से अपराजित बढ़त दिला दी। एजी पंजाब के खिलाड़ियों ने मैच के तीसरे क्वार्टर में कई ज़बरदस्त हमले किए और 50वें मिनट में एजी पंजाब के अमित ने गोल दागकर मैच का स्कोर 4-1 कर दिया। परन्तु तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अंततः खेल के 52वें मिनट में दिल्ली के नवनीत स्वर्णकार ने गोल करके अपनी टीम को 5-1 के बड़े अंतर से जीत दिला दी। यह मैच अंतरराष्ट्रीय अंपायरों मीनाक्षी सुंदरम और राजेश चौधरी के निगरानी में संपन्न हुआ। मैच के उपरांत तेग़ सिंह, महालेखाकार ने विजेता और उपविजेता टीमों को ट्रॉफियां और खिलाड़ियों तथा अंपायरों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया और कहा कि ऐसे टूर्नामेंट खिलाड़ियों और कर्मचारियों को अपनी ज़िंदगी में निरंतर आगे बढ़ने की और सभी को तंदुरुस्त रहने की प्रेरणा देते हैं। तेग़ सिंह ने आज की युवा पीढ़ी को यह भी संदेश दिया कि आजकल के युवाओं को खेलों से ज़्यादा से ज़्यादा जुड़ना चाहिए ताकि वो ख़ुद नशामुक्त और स्वस्थ जीवन बीता सकें। अंत में शीशराम वर्मा, वरिष्ठ उप महालेखाकार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ टूर्नामेंट का समापन हुआ।
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