गांधी स्मारक भवन ने धूमधाम से मनाया प्राकृतिक
चिकित्सा दिवस
चंडीगढ़
गांधी स्मारक भवन
सैक्टर 16 ए, चंडीगढ़ के सभागार में आज प्राकृतिक चिकित्सा
दिवस धूमधाम से मनाया गया । यह कार्यक्रम नोर्थ जोन कल्चर सैंटर, पटियाला एवं भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से आचार्यकुल एवं प्राकृतिक
चिकिसा समिति चण्डीगढ के तत्वाधान में सम्पन्न हुआ कार्यक्रम की अध्यक्षता गांधी
स्मारक निधि के अध्यक्ष के.के.शारदा ने की । मुख्य वक्ता एवं प्राकृतिक चिकित्सा
समिति नई दिल्ली क प्रसिद्ध प्राकृतिक चिकित्सक डा. ए.के.अरुण थे। इसे अलावा डा.
एम.पी.डोगरा ने भी विचार व्यक्त किए। स्वागत डा. देवराज त्यागी और धन्यवाद प्रेम
विज ने किया । मुख्य वक्ता के रुप में
बोलते हुए डा. अरुण ने कहा कि जब से हम प्राकृति से दूर हुए है तब से बिमारियों से
घिर गए है । जब से हम मिठाईयां या जंक फूड का चलन षुरु हुआ है तब से पौष्टिक तत्व
कम हुआ स्वस्थ को बनाये रखने के लिये हमें प्राकृति अर्थात आपको उपवास और पानी का
ज्यादा उपयोग करना होगा । डा एम.पी.डोगरा ने प्राकृतिक उपचार पर बोलते हुए कहा कि
आज हमनें मोटे अनाज जब से ज्वार, बाजरा, कोदार आदि का प्रयोग करने से षरीर में विटामिन सी इत्यादि की पूर्ति होती
है एवं पाचन षक्ति बढ़ती है । के.के.शारदा ने बोलते हुए कहा कि स्वस्थ रहना
प्रत्येक मनुष्य के हाथ में है अर्थात उसे प्राकृति के साथ समन्वय रख कर अपनी जीवन
षैली अपनानी चाहिये । सुबह के समय “रन फार नैचरोपैथी” का आयोजन सुखना लेक पर किया गया जिसमे 170 लोगों ने भाग लेकर प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति लोगो को जागरुक किया ।
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