विनय कुमार
चंडीगढ़
ईमानदारी, साहस, धैर्य, सावधानी, बुद्धिमत्ता, विद्वता, मित्रता, दया, भरोसा, सामाजिक दर्द, जिज्ञासु होना पत्रकार के लिए जरूरी है, निरीक्षक, समीक्षक, आलोचक दृष्टि, दूरदृष्टि,
प्रसन्नता, आशावादिता, विनोदीवृत्ति, सुरक्षात्मक दृष्टि आदि उसके व्यक्तित्व के लिए
बेहद जरूरी हैं। हमारे देश में पत्रकारिता को लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के रूप में माना
जाता है। क्योंकि यह जन-जन की अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का जनतांत्रिक तरीका है। यह
बात ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी व कवयित्री राजिन्द्र रोजी ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में
16वां युवा पत्रकार सम्मान दिवस के दौरान रखे। इस
दौरान प्रिंट मीडिया,इलैक्ट्रॉनिक मीडिया, वेब मीडिया व प्रिंट मीडिया के फोटोजर्नलिस्ट
को उनके प्रभावशील कार्यो के लिए तथा पंजाब युनिवर्सिटी चंडीगढ़ से मॉस कॉम पत्राचार
के टॉपर छात्र को शुद्ध चांदी के सिम्मी मरवाहा स्मृति सम्मान प्रदान किए गए । राजिन्द्र रोजी ने कहा कि पत्रकारिता क्षेत्र
में बीते समय के दौरान जिस तरह से नई तकनीक आई है उसी तरह युवाओं के लिए चुनौतियां
भी बढ़ी हैं। उन्होंने बताया कि हर साल 3 अप्रैल को उनके जन्म दिवस को युवा पत्रकार सम्मान दिवस के तौर
पर मनाया जाता है। ट्रस्ट अभी तक देश भर से 60 पत्रकारों को सम्मानित कर चुका है । हिन्दी प्रिंट मीडिया श्रेणी
में यमुनानगर(हरियाणा) के अमर उजाला से कौशिक
खान, अंग्रेजी प्रिंट मीडिया में चंडीगढ़ के इंडियन
एक्सप्रैस से जगप्रीत संधू, वेब मीडिया में डेली पोस्ट के ठाकुर अमनदीप सिंह
और पंजाब युनिवर्सिटी चंडीगढ़ से मॉस कॉम्युनिकेशन पत्राचार की इस बार की टॉपर कृति
ठाकुर को ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी कवयित्री राजिंदर रोज़ी ने यह सम्मान प्रदान कर
सम्मानित किया ।
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