60 सीनियर सिटीजंस ने दिल की
बीमारियों पर कैसे हो रोक पर आयोजित हेल्थ टॉक में लिया हिस्सा
एन
टी 24 न्यूज़
विनय
कुमार शर्मा
मोहाली
दिल की
बीमारियों को कैसे रोका जाए पर शैल्बी हॉस्पिटल, मोहाली में
रविवार को आयोजित एक हेल्थ टॉक में 60 के करीब सीनियर
सिटीजंस ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर मोहाली सीनियर सिटीजंस असोसिएशन के प्रधान
जरनैल सिंह व सचिव हरविंदर सिंह के अलावा सतपाल गंभीर, शैल्बी के यूनिट हेड व बृजेश सिंह बिष्ट डीजीएम भी मौजूद थे। हेल्थ टॉक के
दौरान बोलते हुए शैल्बी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. कपिल डूमरा ने कहा कि
हृदय रोग के मुख्य कारणों की वजह से हर वर्ष 17 लाख लोग की
मृत्यु हो जाती है। पश्चिमी देशों में पिछले एक दशक में 50 फीसदी
हृदय रोग से होने वाली मृत्यु को कम कर दिया है लेकिन भारत मे यह 3 गुना बढ़ गया है। दुर्भाग्य से आनुवांशिक कारणों के साथ-साथ दोषपूर्ण
जीवनशैली के कारण इस खतरे से भारतीय भी काफी जोखिम में हैँ। यह बीमारी पश्चिमी
आबादी की तुलना में लगभग 15 साल पहले शुरुआती उम्र में
भारतीयों पर हमला करती है और तेजी से बढ़ती है। दिल के दौरे वाले अधिकांश भारतीय 35
से 55 वर्ष की आयु के बीच होते हैं जबकि
पश्चिमी आबादी में वे आमतौर पर 65 वर्ष से ऊपर होते हैं। डॉ.
कपिल ने बताया कि वर्तमान पीढ़ी में बदलते रिश्तों के पैटर्न से संबंधित सभी
सकारात्मक और नकारात्मक भावनाओं और तनाव से हृदय प्रभावित होता है। दुनिया भर में
किए गए कई अध्ययनों ने साबित किया है कि जो लोग स्थिर और भावनात्मक रूप से खुशहाल
रिश्ते में हैं वे लंबे समय तक जीते हैं और स्वस्थ रहते हैं। वहीं जो लोग टूटे हुए
रिश्तों के कारण अन्य लोगों से मेलजोल नहीं करते हैं, वे
अपना ही नुक्सान करते हैं। इसके साथ ही उनमें दिल के दौरे, डायबटीज,
कैंसर, डिप्रेशन और एडीक्शंस का खतरा अधिक
होता है।
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