Thursday, 26 March 2020

NT24 News : रामायण को करना होगा दोबारा रिलीज......रूबी गुप्ता.

कोरोना वायरस को मात देने हेतू रामानंद सागर की रामायण को करना होगा दोबारा रिलीज......रूबी गुप्ता
एन टी24 न्यूज़ 
विनय कुमार शर्मा 
चंडीगढ़
भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की
उपाध्यक्ष रुबी गुप्ता ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार से पत्र लिखकर मांग की है कि श्री रामानंद सागर द्वारा निर्मित एवं निर्देशित धारावाहिक सीरियल रामायण का प्रसारण यथाशीघ्र प्रारंभ किया जाए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा  करुणा महामारी से जंग को हराने के लिए भारत वासियों को को घरों में ही रहने का अनुरोध किया है घरों में परिवार के साथ समय व्यतीत करने के लिए दुनिया का सबसे लोकप्रिय धारावाहिक सीरियल रामायण को एक बार फिर प्रसारित किया जाए यह वह लोकप्रिय सीरियल है जब यह 80 के दशक में प्रसारित होता था तो पूरे हिंदुस्तान की सड़कें सुनी हो जाती थी और सब घरों में बैठकर परिवार सहित घंटों इसका आनंद लेते थे इस प्रसारण से देशवासी घरों में रहेंगे एवं नई पीढ़ी को हमारे इस महा ग्रंथ के प्रति रुचि बढ़ेगी एवं जानकारी प्राप्त होगी रुबी गुप्ता ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में साफ शब्दों में कहा है कि इस महामारी को खत्म करने का इस को हराने का एकमात्र अचूक दवा है, अचूक हथियार है, वह है, "सभी देशवासी अपने घरों में बंद रहे घर की लक्ष्मण रेखा का उल्लंघन मत करें" एवं 21 दिन पूरे भारत मैं लॉक डाउन रखा जाए हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने हाथ जोड़कर देशवासियों से प्रार्थना की वह घर से बाहर मत जाएं, प्रधानमंत्री जी का संदेश साफ है कि यदि देश को बचाना है करुणा को हराना है तो सोशल डिस्टेंसिंग अपनाई जाए एवं घरों में बंद रहा जाए इस सीरियल के प्रसारण से  जनता बाहर नहीं आएगी एवं घर में ही उनकी रुचि बढ़ेगी उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर से अनुरोध किया  जनता के एवं राष्ट्र के हित में करुणा वायरस को परास्त करने का सबसे बढ़िया  सबसे अचूक उपाय घर की लक्ष्मण रेखा से बाहर कदम ना रखना है यह प्रसारण इस महामारी को करुणा वायरस के साथ युद्ध में उसे चित करने में कामयाब अवश्य होगा  DD1 पर इस रामायण धारावाहिक को प्रसारित करने का विचार किया जाए ।

No comments: