Sunday 7 February 2021

NT24 News: पंजाब के लोक संगीत हमेशा सदाबहार रहेंगे ये युवाओं को.....

 ‘पंजाब के लोक संगीत हमेशा सदाबहार रहेंगे ये युवाओं को अपनी लोक गायकी से जोड़े रखेंगे : किरण कौर

एन टी24 न्यूज़

विनय कुमार  

चंडीगढ़

‘आवाज पंजाब दी ‘ फेम गायिका  किरण कौर ने हाल ही में अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा लखनऊ में आयोजित 14-दिवसीय समारोह हुनर हाट में भी प्रस्तुति दी। वह जुत्ती कसूरी, बूहे बारिया, अज्ज दी दिहाड़ी जैसे पंजाबी लोकगीतों को अपनी आवाज दे रही हैं। पंजाबी गायिका किरण कौर अपनी दिलकश आवाज के माध्यम से पंजाबी लोक गीतों के जादू को फिर से युवाओं के बीच जगाने का प्रयास कर रही हैं। इन गीतों के बोल तो पुराने ही रहेंगे, हालांकि इनका संगीत रीमिक्स किया जाएगा और इन्हें एक नये रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।

किरण कौर ने कहा, ‘पंजाबी लोकगीत हमेशा सदाबहार रहेंगे। इनमें पंजाबी संस्कृति और इतिहास का सही सार छुपा हुआ है। गीत और संगीत न केवल युवाओं की आत्मा को छूएगा, बल्कि उन्हें अपनी जड़ों से भी जोड़े रखेगा। ‘मुझे लगता है कि पंजाब के युवा इन दिनों ऐसे पंजाबी गाने गा रहे हैं, जिनमें ज्यादातर हथियारों की तारीफ की जाती है, महिलाओं को एक वस्तु की तरह पेश किया जाता है और भौतिक संपत्ति का महिमा मंडन रहता है। सारे गीत भले ही ऐसे न हों, लेकिन वर्तमान पंजाबी गीतों में से ज्यादातर ऐसे हैं जो पंजाब में दिखावे की संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं। मुझे लगता है कि एक जिम्मेदार कलाकार होने के नाते मैं पंजाबी लोक गीतों को पुनर्जीवित करना पसंद करूंगी। ‘

प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए किरण कौर ने सुपरटोन रिकॉर्ड्स के साथ समझौता किया हैl जो की मुख्य रूप से भक्ति गीतों के लिए जाना जाता है। जहां किरण कौर अपनी आवाज में पंजाबी लोक गीतों को रिकॉर्ड करायंगी, वहीं सुपरटोन अपने यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ भी करेगा।

किरण कौर ने आगे कहा, ‘हमने पहले ही कुछ लोक गीत तैयार कर लिए हैं। जो लोक गीत रिकॉर्ड किए जा रहे हैं, उन्हें पहले पंजाब की स्वर साम्राज्ञी कही जाने वाली सुरिन्दर कौर और उनकी बहन प्रकाश कौर द्वारा गाया जा चुका है। इतना ही नहीं, पंजाबी लोक गायकों और पाकिस्तानी गायकों के अन्य हिट गाने भी रिकार्ड किए जा रहे हैं। हालांकि गीत वही पहले वाले हैं, लेकिन इनके संगीत को एक आधुनिक टच दे रहे हैं, ताकि युवाओं के साथ भी सहज रूप से जुड़ा जा सके। ‘

किरण कौर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि इस तरह के संगीत का कोई मुकाबला नहीं है, क्योंकि इनमें बहुत पवित्रता है। इतना ही नहीं, पंजाबी लोक संगीत का तो एक शानदार खजाना है। सच में, यह हमें हमारी संस्कृति को फिर से समझने का मौका देता है। मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैं एक बीते युग के करिश्मे को वापस लाने के उद्देश्य से प्रयास कर रही हूं।


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