दलित बच्चों के वजीफे के पैसे हड़पने के मामले में मनप्रीत बादल और धर्मसोत के खिलाफ एस.सी/ एस.टी एक्ट के अधीन मामला दर्ज करे सरकार- हरपाल चीमा
मंत्रियों के भ्रष्टाचार के कारण दो लाख दलित
विद्यार्थियों का भविष्य अंधेरे में
मंत्रियों के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए चीमा ने
डीजीपी को लिखा पत्र,
इस मामले में कार्रवाई न होने पर आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ शुरु
करेगी बड़ा संघर्ष
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
जलंधर
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के
नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर अनुसूचित जातियों के साथ सम्बन्धित दो लाख
विद्यार्थियों के वजीफे की रक़म हड़पने का दोष लगाते पंजाब पुलिस प्रमुख से प्रदेश
के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल और सामाजिक भलाई मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के
खिलाफ एस.सी,
एस.टी एक्ट के अधीन मामला दर्ज करने की मांग की है और साथ ही पंजाब
सरकार को एक हफ़्ते के अंदर अंदर वजीफे की रक़म जारी करने चेतावनी भी दी है। इस मामले संबंधी जालंधर में आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और पंजाब विधान
सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा और अन्य नेतागणों ने पत्रकारों के साथ
बातचीत करते दोष लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस पार्टी ने 2017 के चुनाव दौरान वायदा किया था कि अकाली भाजपा सरकार की तरफ से एस.सी
विद्यार्थियों के वजीफे में किए घोटाले की जांच करवाई जायेगी, परन्तु कैप्टन सरकार ने कथित दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने दोष लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेसी नेताओं ने सत्ता में आ कर
एस.सी विद्यार्थियों के वजीफे की रक़म दूसरे कार्यों पर ख़र्च करके एक बड़ा घोटाला
किया है, जिस कारण आज पंजाब में दो लाख एस.सी विद्यार्थियों
का जीवन बर्बाद हो चुका है। इस समय हरपाल सिंह चीमा ने
बताया कि इस घोटाले संबंधी उन्होंने पंजाब पुलिस के प्रमुख को पत्र लिख कर कैबिनेट
मनप्रीत सिंह बादल और कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ एस.सी, एस.टी एक्ट अधीन मामला दर्ज करने की मांग की है क्योंकि पंजाब सरकार की
तरफ से पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम में घोटाला करके वजीफे के पैसों का ग़लत
इस्तेमाल किया है, जिस कारण पंजाब के प्राईवेट कालेजों की ओर
से लगभग दो लाख से अधिक दलित विद्यार्थियों के रोल नंबर रोक लिए गए हैं। चीमा ने कहा वजीफा रक़म न मिलने के कारण इन विद्यार्थियों के भविष्य पर
प्रश्न चिन्ह लग चुका है। यह विद्यार्थी अपनी डिग्री प्राप्त करने से इसी लिए
वंचित रह गए कि वह दलित वर्ग से संबंध रखते हैं। उन्होंने कहा कि एस.सी वर्ग के
विद्यार्थियों से शिक्षा प्राप्ति का हक छीनने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त
कार्रवाई की जानी अति जरूरी है। दलित बच्चे पहले ही अनेकों मुसीबतों बर्दाश्त कर
ऊंची शिक्षा तक पहुंचते हैं, परंतु ऐसे हालातों में
मंत्रियों के घोटालों के कारण उनका भविष्य धुंधला हो जाना अति चिंताजनक और निंदनीय
है। हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की तरफ
से लम्बे समय से इस मुद्दे से सम्बन्धित बार-बार आवाज़ उठाई गई है, परंतु दलित विद्यार्थियों को लूटने वाले मंत्रियों के खिलाफ अभी तक कोई
कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने दोष लगाया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह
प्रदेश के कामों में कोई रूचि नहीं ले रहे और उनको दलित विद्यार्थियों की कोई
प्रवाह नहीं है। चीमा ने पंजाब पुलिस के प्रमुख से मांग
की है कि इस घोटाले में शामिल मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और साधु सिंह धर्मसोत के
खिलाफ दलित बच्चों के हक मारने और उनका भविष्य खराब करने के दोष के अंतर्गत एस.सी
/एस.टी एक्ट के अधीन मामला दर्ज करके उनको तुरंत गिरफ़्तार किया जाए। ऐसा किया
जाना अति जरूरी है जिससे भविष्य में कोई भी दलित बच्चों के भविष्य के साथ इस
प्रकार खिलवाड़ करने की हिम्मत न कर सके। चीमा ने कहा कि
इस मामले में कोई कार्रवाई न होने पर आम आदमी पार्टी पंजाब की कैप्टन सरकार के
खिलाफ बड़ा संघर्ष शुरु करेगी। इस समय विधायक जगतार सिंह जग्गा हिस्सोवाल, विधायक बलदेव सिंह जैतो, सीनियर नेता मनविन्दर सिंह
ग्यासपुरा, लाल चंद कटरूचक्क, डा. शिवदियाल
मल्ली , सुरिन्दर सोढी, हरमिन्दर बख्शी
व दर्शन लाल भक्त भी उपस्थित थे।
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