नही रही लता मंगेशकर, शाम 6.30 बजे
ली अंतिम सांसे
एन टी 24 न्यूज़
पूजा गुप्ता
चंडीगढ़ / मुम्बुई
भारत का रत्न और स्वर कोकिला कहलाने
वाली प्रसिद्ध गायिका महान गायिका लता मंगेशकर का आज 92 वर्ष की आयु में निधन हो
गया। लता मंगेशकर
28 सितंबर
1929 को
इंदौर में जन्मी थीl लता मंगेशकर के निधन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की
गई है। अनुभवी गायिका को इस साल जनवरी की शुरुआत में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल
में भर्ती कराया गया था जहाँ उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था। इसी
दोरान उन्हें कोविड -19 और निमोनिया भी हो गया था। उनमे सुधार के मामूली लक्षण दिखाने के बाद उन्हें वेंटिलेटर
से हटा दिया गया था। लेकिन 5 फरवरी को लता
मंगेशकर की हालत फिर से बिगड़ गई और वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर वापस आ गईं। इससे पहले
शनिवार को लता की बहन आशा भोंसले ने अस्पताल पहुंचकर हाल जाना था। जब आशा अस्पताल
से बाहर निकलीं थी तो उनके चेहरे पर मायूसी से अंदाजा लग गया था कि लता मंगेशकर की
हालत ठीक नहीं है। उसके बाद रविवार को लता मंगेशकर के निधन की पुष्टि हुई। पीएम नरेंद्र
मोदी ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "लता
दीदी के गानों ने कई तरह के इमोशन्स को उभारा। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत
के बदलावों को करीब से देखा। फिल्मों से परे,
वह हमेशा भारत के विकास के बारे में भावुक
थीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी।" बॉलीवुड इंडस्ट्री की
इस महान गायिका के निधन से बॉलीवुड
इंडस्ट्री में शोक की लहर सी फ़ैल गयी है। बॉलीवुड से जुड़े दिग्गजों ने उनके निधन
को अपूर्णीय क्षति बताया है। तमाम
संगीतकारों ने उनके निधन को बड़ी क्षति बताया है। भारत रत्न से भी हुई थी सम्मानित
आप को बता दें की लता मंगेशकर
28 सितंबर
1929 को
इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थीं। उनका छ:
दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा
भाषाओं में फिल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा
में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। अपनी बहन आशा भोंसले के साथ लता जी का
फिल्मी गायन में सबसे बड़ा योगदान रहा है। लता की जादुई आवाज के भारत के साथ-साथ
पूरी दुनिया में दीवाने हैं। लता मंगेशकर को भारत सरकार ने 'भारतरत्न' से
सम्मानित किया था। लता मंगेशकर 1969 में तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण, 1999
में पद्म विभूषण, दूसरा
सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार और 2001 में सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत
रत्न प्राप्तकर्ता थीं। लता मंगेशकर को 2009 में फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक
पुरस्कार, 'ऑफिसर
डे ला लीजियन डी'होनूर' (ऑफिसर
ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर) से भी सम्मानित किया गया था। उन्हें 'परिचय' (1972), 'कोरा
कागज़' (1974)
के 'रूठे
रूठे पिया' और
'लेकिन...
(1991)' के
'यारा
सेली सेली' गाने
के लिए तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिले।
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