भगवान शनि देव शिला सहित नवग्रह मंडल की चार दिवसीय पूजा-अर्चना और मूर्ति स्थापना कार्यक्रम के पहले दिन वैदिक मंत्रोउच्चारण से गूंज उठा मंदिर परिसर
पहले
दिन ही बड़ी संख्या में श्रद्वालुओं ने कार्यक्रम में लिया हिस्सा, श्रद्वालुओं
के लिए अटूट भंडारा आयोजित
एन
टी 24 न्यूज़
विनय
कुमार शर्मा
मोहाली
ट्राईसिटी
के जाने-माने और प्रसिद्व कारोबारी एवम परम शनि भक्त सुनील बंसल और समूचे परिवार
द्वारा चार दिवसीय रवाए जा रहे भगवान शनि मूर्ति स्थापना कार्यक्रम के चहले दिन
वैदिक मंत्रोउचारण से मंदिर परिसर पर पूरा माहौल भक्तिमय में हो गया और
श्रद्वालुओं ने बड़ी श्रद्वा-भाव से कार्यक्रम का आनंद लिया। कार्यक्रम के अंत में
श्रद्वालुओं के लिए अटूट भंडारे का भी आयोजन किया गया। गौरतलब है कि मोहाली के
फेस-9 स्थित औद्योगिक क्षेत्र के भव्य एवम प्रसिद्व भगवान परशुराम मंदिर एवम
धर्मशाला में भगवान शनि का भव्य और अनोखा शनि मंदिर या गया है जिसमें सुनील बंसल
परिवार का अहम योगदान हैं। मूर्ति स्थापना कार्यक्रम बुधवार को पूरी विधि-विधान के
साथ सुबह अपने निर्धारित समय से शुरू हुआ और निर्धारित समय पर समाप्त हुआ। इस
संबंध में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रसिद्व समाज सेविका मैडम आभा बंसल और
केएसफटी कंपनी के एमडी सुनील बंसल ने बताया कि भगवान परशुराम मंदिर एवम धर्मशाला
परियर पर शुरू करवाए गए श्री शनि देव महाराज के मंदिर निमार्ण कार्य के पूरा होने
के बाद मंदिर में मूर्ति स्थापना समारोह जो कि चार दिनों के लिए करवाया जा रहा है।
इस समारोह में शनि मंदिर का नाम नीलांजन शनि मंदिर रखा गया है और अब इसे शनिधाम के
नाम से भी जाना जाएगा। उन्होंने बताकि चार दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन भी भगवान
शनि देव के अलावा शनि शिला एवम नवग्रह मंडल की स्थापना कार्यक्रम पूरी श्रद्वा-भाव
एवम उत्साहपूर्वक करवाया जा रहा है। इस दौरान विशेष तौर पर श्री ब्रहामण सभा
मोहाली के अध्यक्ष एवम भगवान परशुराम मंदिर के मौजूदा अध्यक्ष वी.के वैद उनकी समूची
टीम, जसविंदर शर्मा, विनोद वैद,
मनमोहन दादा, एमपी कौशिक, शिव शरण शर्मा,गोपाल कृष्णशर्मा,प्रवीन शर्मा,राजकुमार शर्मा,वरिंदर
कुमार शर्मा,तिरलोक चंद गर्ग,बलदेव
कृष्ण, लक्ष्मी नारायणशर्मा,महिला
मंडला कीर्तन सभा अध्यक्ष मैडम हेमा गैरोला विद टीम,जयवंती,गुरजीत मामा मटौरिया, दीप ,नवल
किशोर शर्मा के अलावा भारी संख्या में अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए। उन्होंने
बताया कि उपरोक्त कार्य को सफल बाने के लिए आचार्य किशोरी शास्त्री की समूची टीम
और उनके अगुवाई में नौ विद्वान पंडितों द्वारा मूर्ति की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना
शुरू हो चुकी है और यह 25 फरवरी को महा कार्यक्रम के तौर पर पूरे धूमधाम तथा हर्षोउल्लास से मनाया
जाएगा। उन्होंने बताया कि आज के कार्यक्रम में सुबह 1 बजे
मूर्तियों की पूजा-अर्चना, वेदिका स्थाना, देवादि पूजन-भोजन, जाप आदि करवाया गया जबकि 23 फरवरी को पूजा -अर्चना के बाद सुबह 11 बजे
अन्नादिवास, जलादिवास, फलादिवास-भोजन
और 24 फरवरी को शोभा यात्रा-कलश यात्रा के आयोजन के साथ-साथ
पूजा-अर्चना के दौरान धनादिवास, दुगध -मिष्ठानादिवास और
भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा 25 फरवरी को सुबह 8 बजे से देवपूजन कार्यक्रम शुरू होगा और स्थापना कार्यक्रम के बाद विशाल
हवन यज्ञ करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में संत समाज के अलावा शहर के
विभिन्न मंदिरों एवम समाज सेवी संस्थाओं के पदाधिकारी भी भारी संख्या में हिस्सा
ले रहे हैं।
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