क्या देश के एक और बँटवारे
की बात करती है ये है इंडिया
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
क्या
सिनेमा में कुछ भी कहने की पूर्णत आजादी होती चाहिए।निर्देशक लोम हर्ष का ऐसा ही मानना
है
" लेकिन
क्या एक फ़िल्म के माध्यम से देश के एक और बटवारे की बात करना सही है। दरअसल इन दिनों
फ़िल्म ये है इंडिया के एक संवाद को लेकर विवाद शुरू हो गया है। फिल्म ये है इंडिया
के निर्देशक लोम हर्ष निर्माता संदीप चौधरी और मुख्य अभिनेता गेवी चहल ने मिडिया से
इस विवाद के विषय में प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया। फ़िल्म ये है इंडिया के ट्रेलर
में एक संवाद से देश के
साथ ही पाकिस्तान में भी लोग आपत्ति दर्ज कर रहे है फिल्म के इस संवाद से देश की अखंडता
पर अधात के साथ ही पड़ोसी देश की नकारात्मक छवि बतायी जा रही है। देश की आजादी की समय बटवारे का विरोध
भी बहुत हुआ था कई सामाजिक संस्थाएं और समाज़ के विभिन्न क्षेत्र कला , सहित , सामाजिक
कार्यकर्त्ता
, और
राजनेता आज भी बंटवारे को एक त्रासदी मानते है. फिल्म के
ट्रेलर इस शुरू के हिस्से में भारत देश के रूढ़िवादी विचारों का देश विशाल जनसंख्या, प्रदूषण
और गरीबी के लिए पूरी दुनियाँ में छवि की बात करता है तो साथ ही देश की प्राचीन समृद्ध
परंपरा और मूल्योँ की बात करता है लेकिन ट्रेलर के अंत में यह संवाद की कानून और व्यवस्था सबके
लिए एकसमान हैही नहीं तो बना दीजिये एक नया पाकिस्तान और निकाल फेंकिए लाचार और बेबस लोगो को । ट्रेलर के इसी हिस्से का विरोध
हो रहा है क्या निर्देशक इस संवाद के जरिये देश के एक बँटवारे की मांग उठा रहे है साथ ही पाकिस्तान की नकारात्मक छवि को प्रस्तुत करता है कि क्या पाकिस्तान एक लाचार और बेबस लोगो का
देश है। देश के साथ ही पाकिस्तान की कई सोशल एक्टिविस्ट और मिडिया के लोगो ने इस ट्रेलर पर सोशल मिडिया के प्लेटफॉर्म
के जरिये अपना विरोध जाहिर कर रहे है तो
इण्डिया
में भी कई यूजर्स इसे फ़िल्मो के आजादी के नाम पर देश को बांटने का समर्थन करने का प्रयास
मानते है
l फिल्म ये है इंडिया में मुख्य भूमिकाएँ गैवी चहल और डीना
उप्पल द्वारा निभाई गई हैं। मोहन अगाशे, मोहन जोशी, सुरेंद्र
पाल,
अंतरा
बनर्जी,
विशाल
शर्मा,
जेन
ओ बोस्टोक और मेजर बिक्रमजीत जैसे दिग्गजों को महत्वपूर्ण भूमिकाओँ में नजर आएँगे । ये है इंडिया ने अपने विश्व प्रदर्श्न
के दौरान कई दिल जीते। कान्स फिल्म समारोह में विशेष प्रदर्शन के साथ – साथ इस
फिल्म का प्रदर्शन गूगल एवँ फेसबुक मुख्यालय मे भी किया गया था जहाँ इस फिल्म को बहुत
तरीफे मिली और भारतियोँ को सम्मान । यह फिल्म पहले ही ऍफ़ओजीएसवी फिल्म समारोह अमेरिका
में सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार जीत चुकी हैं। कई देशों में
भारतीयों को गौरवांवित करने के बाद "ये है इंडिया"
अब 24 मई को भारतीय
सिनेमाघरों मे आने जा रही है। इस फिल्म के निर्देशक लोम हर्ष की अब तक कि हर फिल्म
अवॉर्ड विजेता रही है।लोम हर्ष मूल रुप से ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं और उनकि जन्म भूमी
राजस्थान है। अब तक उन्होंने अपनी फिल्मों के ज़रिये 25 से अधिक
राष्ट्रिय
-अन्तराष्ट्रिय
अवॉर्ड जीते हैं। पिछले साल उन्हें भारतीय संसद (दिल्ली) में यूनिवर्सल
पीस फेडरेशन द्वारा शांति के लिए युवा राजदूत के रूप में भी सम्मानित किया गया। इस
अवसर पर निदेशक लोम हर्ष ने कहाकि " आज सबको पता हैकि देश
में क्या हो रहा है हम सब समानता, क़ानून व्यवस्था की बात करते है लेकिन सबसे पूरी हालत देश
में कानून और व्यवस्था सबसे लचर हालत में है ऐसे में ये है इंडिया में हमनें कुछ
ऐसी बातें बहुत ही खुलकर की है हम यह बताते है की हमारा इतिहार कितना समृद्ध है आज
देश के युवा वैश्विक स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे है लेकिन हमने बिना डरे हुवे देश के मजबूर
और लाचार तबके की बात है अपनी बात कहने के लिए किसी को भी पूरी
आज़ादी होनी चाहिए। हम मानवता और प्रेम की बात करते है लेकिन आज बहुत
ही साधारण सी बात पर किसी को भीड़ जान से मार देती है हम फ़िल्म में कुछ ऐसी बातो को साहसिक
तरीके से प्रस्तुत किया है। हमें पूरा विश्वास हैकि आज का युवा खुलकर बात करता है हमारा
देश महान है लेकिन अगर इसमें कुछ ग़लत है तो हमें
उस पर भी खुलकर बात करनी चाहिए। अभिनेता
गेवी चहल ने कहाकि " मैं इस विवाद पर सिर्फ इतना कहना चाहता
हूँ की हमने एक ईमानदार फ़िल्म बनायीं है आप अपने देश से प्यार करते है तो सिर्फ देश
की गुणगान करना ही जरुरी नहीं है कुछ भी गलत है तो उसके ख़िलाफ आवाज उठाइये। आज़ादी का
मतलब बिना किसी दबाव के अपनी बात रखना है। मेरा मानना है कि पहले आप फिल्म देखिये
फिर किसी संवाद या दृश्य पर आपत्ति पर अपनी राय बनाइये। फ़िल्म भारत देश की एक नयी छवि प्रस्तुत
करेगी
, देश
के गौरवशाली इतिहास , मानवीय मूल्यों और समृद्ध परम्परा और पूरी दुनिया
में मानवता,
प्रेम, आधुनिक
विज्ञानं और खेलो में अग्रणी अविष्कार की उपलब्धियो से परिपूर्ण आधुनिक भारत को पूरी दुनियाँ के सामने प्रस्तुत करेंगी फिल्म ये है इंडिया ने अंतराष्ट्रीय बाजार
में दर्शको की प्रशंसा के साथ ही बॉक्स आफिस पर उल्लेखनीय सफलता अर्जित की है अब फिल्म पुरे देश में २४ मई को प्रदर्शित होगी। फिल्म ये है इंडिया, 25 साल के
एक एनआरआई की कहानी है, जो यू.के. में पैदा
हुआ और अपने देश भारत आता है भारत के
वही रूढ़िवादी विचारों को साझा करता है, जो अपनी विशाल जनसंख्या, प्रदूषण
और गरीबी के लिए पूरी दुनियाँ में जाना जाता
है। हालाँकि,
नायक
को मीडिया में नया विकास या शायद भारत के 'एक ही सिक्के
के दूसरे पक्ष'
का
पता चलता है,
जो
पहले प्रयास में सफल मंगल मिशन के लिए भी जाना जाता है, एक राष्ट्र
जो गर्व से सचिन तेंदुलकर के लिए 'गॉड ऑफ़ क्रिकेट' का खिताब
रखता है,
जो
फिर से एक भारतीय और एक राष्ट्र जो मदर टेरेसा जैसे आइकनों के साथ अपनी पवित्र उदारता
के लिए जाना जाता है। इस फिल्म की शूटिंग राजस्थान, बिहार, मुंबई, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश
और गुजरात में हुई है "ये है इण्डिया" का निर्माण
डीएलबी फ़िल्म्स के बैनर तले किया गया
है फिल्म के प्रेज़ेंटर केसीडब्लूआरऍफ़ , फ़िल्म सह
प्रस्तुतकर्ता एयरकैम कंपनी है। रीत फ़िल्म्स के द्वारा "ये है इण्डिया"
24 मई
को पुरे देश में प्रदर्शित की जायेगी l
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