बेरिएट्रिक सर्जरी है वजन
घटाने के लिए दीर्घकालिक समाधान
गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम करती
है सर्जरी, फोर्टिस
मोहाली ने शुरू किया बेरिएट्रिक अभियान
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
जब वजन घटाने के अन्य सभी तरीके असफल हो
जाते हैं तो ऐसे में बेरिएट्रिक सर्जरी वजन घटाने के लिए सबसे प्रभावी दीर्घकालिक
समाधान प्रदान करता है। ये बात आज यहां डॉ.अमित गर्ग, बेरिएट्रिक एंड मेटाबोलिक सर्जन, फोर्टिस
हॉस्पिटल, मोहाली ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस
कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कही ।
इस बीच,
फोर्टिस मोहाली ने अपना व्यापक बेरिएट्रिक अभियान शुरू किया है।
स्पेशलिस्ट्स की एक टीम, एक बेरिएट्रिक सर्जन, एक डाइटिशियन और एक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट अधिक वजन वाले रोगियों को
कम्पलीमेंट्री कंसल्टेशन (परामर्श) प्रदान करेंगे। इस अवधि के दौरान, फोर्टिस मोहाली अलग-अलग स्थानों पर हेल्थ कैम्पों का भी आयोजन करेगा । डॉ.
गर्ग ने कहा कि ‘‘औसतन, लोग अपने शरीर का 60 से 70 प्रतिशत अतिरिक्त वजन कम करने की
उम्मीद कर सकते हैं, जो कि 40
किलोग्राम या उससे अधिक हो सकता है।’’ किसी भी अन्य वजन
घटाने की योजना की तरह, रोगियों को जीवनशैली में बदलाव
करने के साथ ही व्यायाम आदि करना होगा। इसके साथ ही स्वस्थ खानपान की आदतों को
अपनाना होगा । डॉ. अमित गर्ग का कहना है कि ‘‘कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह अन्य से अलग है। हम
मरीजों की देखभाल के लिए समग्र दृष्टिकोण रखते हैं और अपने रोगियों का पूरी जिंदगी
ख्याल रखते हैं। सर्जरी के बाद, हम उन्हें पहले 18 महीने और फिर सालाना उन्हें स्वस्थ और प्रेरित रखने में मदद करने के
लिए बारीकी से निर्देशों का पालन करने के लिए कहते हैं। हम वजन और पोषण की जांच
करने के लिए उनके प्राइमरी केयर डॉक्टर के साथ मिलकर काम करते हैं, लैब्स की सलाह देते हैं और किसी भी मुद्दे जैसे कि पोषण संबंधी कमी,
चिकित्सा मुद्दों और किसी भी अतिरिक्त वजन बढ़ने का समाधान करते
हैं ताकि हम अपने मरीजों का ट्रैक पर रहने में मदद कर सकें।’’ डॉ.गर्ग ने कहा कि हम यह भी समझते हैं कि
आजीवन स्वस्थ रहने के लिए एक सफल बदलाव के लिए केवल वजन कम करने की आवश्यकता ही
नहीं होती है बल्कि अन्य विशेषज्ञों के समर्थन की आवश्यकता हो सकती है।
परिणामस्वरूप,
बेरिएट्रिक सेंटर में मेडिकल न्यूट्रीशिनस्ट, एक एक्सरसाइज विशेषज्ञ और एक क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट भी शामिल हैं,
जो मरीज रोगी के मेडिकल, शारीरिक और
मानसिक स्वास्थ्य की पूरी प्रक्रिया में सहयोग और समर्थन करते हैं । डॉ.अमित
गर्ग ने कहा कि ‘‘वजन घटाने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के अलावा, अन्य कारण हैं कि एक मरीज और उसके डॉक्टर वजन घटाने की सर्जरी के बारे
में सोच रहे हैं। इस संबंध में सामने आए प्रमाण बताते हैं कि यह मधुमेह (डायबटीज),
हृदय रोग, गठिया और कैंसर जैसी गंभीर
बीमारियों को लेकर किसी भी व्यक्ति के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘मोटापे से ग्रस्त मरीजों में टाइप 2 मधुमेह और
अन्य समस्याएं हैं जो सभी प्रयासों के साथ अपना वजन कम नहीं करते हैं, उन्हें बेरिएट्रिक और मेटाबोलिक सर्जरी की सलाह दी जाती है।’’उन्होंने कहा कि सभी सर्जरीज लेप्रोस्कोपिक टेक्नोलॉजी के साथ की जाती
हैं, जिसमें कई छोटे कट लगाए जाते हैं और केवल कुछ टांकों
के साथ कट बंद हो जाते हैं। जिसके परिणामस्वरूप
जटिलताएं कम होती हैं और रोगियों को काफी जल्दी रिकवरी करने में मदद मिलती
है । डॉ.
अमित गर्ग ने कहा कि ‘‘बेरिएट्रिक सर्जरी और अन्य वजन घटाने के तरीकों से इन रोगियों को मिलने
वाले स्वास्थ्य लाभ की गुणवत्ता जबरदस्त है। इसके वे काफी आसानी से कहीं भी आ जा
सकते हैं, खुद के बारे में बेहतर महसूस करते हैं, कम अवसाद ग्रस्त होते हैं और बेहतर पारिवारिक, सामाजिक और कामकाजी जीवन जीते हैं।’’ प्रेस
कॉन्फ्रेंस में कुछ मरीजों,
जिन्होंने फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली में
बेरिएट्रिक/मेटाबोलिक सर्जरी की है, ने अपनी सफलता की
कहानियां साझा कीं। श्री विनोद बंसल, बठिंडा निवासी 47 वर्षीय पत्रकार, जिन्होंने फोर्टिस हॉस्पिटल,
मोहाली में डॉ. अमित गर्ग से मेटाबोलिक सर्जरी करवाई ने बताया कि
‘‘14.3 एचबीए1 सी के साथ बेहद
खराग ढंग से नियंत्रित मधुमेह का लंबा इतिहास था और वे रोजाना इंसुलिन डोज लेते
थे। मेटाबोलिक सर्जरी के बाद मैं डह्वायबअीज की सभी दवाएं बंद कर चुका हूं और एक
सामान्य जीवन जी रहा हूँ | ’’ एक अन्य रोगी, श्रीमती पूनम सिंह, 40 वर्षीय पंजाबी फिल्म
कोरियोग्राफर ने बताया कि ‘‘डॉ.अमित गर्ग द्वारा
डायबेटिक सर्जरी किए जाने के बाद,
अब मैं कोई डायबटीज (मधुमेह) की दवा नहीं ले रही हूं। मैं हल्का
और ऊर्जावान महसूस करती हूं और अपने काम के व्यस्त कार्यक्रम के अनुसार दिन भर की
गतिविधियां करने में सक्षम हूं।’’ गुड़गांव
निवासी 53 साल की श्रीमती दीपिका स्वरूप, जिन्होंने 18 महीने में 104 किलोग्राम वजन कम किया और 2018-2019 में सबसे बड़ी लूजर का खिताब भी हासिल किया है, ने बताया कि ‘‘68 के बीएमआई के साथ बेहद अधिक
मोटापा का शिकार होने के नाते, मुझे दिल्ली एनसीआर के कुछ
सबसे अच्छे अस्पतालों ने भी सर्जरी करने से इंकार कर दिया। बेरिएट्रिक सर्जरी से
गुजरने के बाद मेरे द्वारा उठाए गए हर कदम पर मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है और अब मैं
बहुत आजाद और प्रेरित महसूस करती हूँ।’’ लखनऊ से आईं 44 साल की श्रीमती मोनिका मित्तल ने कहा कि ‘‘मुझे
मधुमेह, हायपरटेंशन, हाई
कोलेस्ट्रॉल और अनिंद्रा (स्लीप एपनिया) था और 90 यूनिट
इंसुलिन और अन्य दवाएं ले रही थीं, लेकिन मेरा मधुमेह अभी
भी नियंत्रित नहीं था। मैंने आठ साल तक पीड़ित रहने के बाद मेटाबोलिक सर्जरी करवाई।
सर्जरी के तुरंत बाद, मेरी ब्लड शुगर का स्तर सामान्य हो
गया। वर्तमान में मैं कोई दवा नहीं ले रहा हूं और एचबीए1सी अब 6.5 है। मैं वजन
घटाने के साथ ही अपने अंदर एक नई ऊर्जा महसूस करती हूं जो डायबटीज सर्जरी का एक
बोनस था।’’ रोजी फूल, 47 वर्षीय
चंडीगढ़ निवासी उद्यमी हैं, ने बताया कि ‘‘मुझे हाइपोथायरायडिज्म और इंडोक्राइन विकार के गंभीर रोग थे और ब्यूटी
इंडस्ट्री में होने के नाते, यह मेरे लिए प्रोफेशनल तौर
पर भी ये एक झटका था। मैंने फोर्टिस, मोहाली में
बेरिएट्रिक सर्जरी करवाई और अब न केवल मेरा वजन कम हो गया है बल्कि मेरे अन्य
स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का भी समाधान हो गया है। मैं अपने नए आत्मविश्वास के साथ
बहुत आश्वस्त, हल्का और ऊर्जावान महसूस करता हूँ ।’’ विश्व
स्तर पर 18
वर्ष और उससे अधिक आयु के 39 प्रतिशत
वयस्क अधिक वजन वाले और लगभग 13 प्रतिशत मोटापे
(डब्ल्यूएचओ फैक्टशीट 2016) का शिकार हैं। एक अध्ययन के
अनुसार, 2025 तक, भारत में 17
मिलियन से अधिक मोटे बच्चे होंगे और 184 देशों में हम दूसरे स्थान पर होंगे। एनएफएचएस सर्वे 2005-2006 के अनुसार, पूरे भारत में मोटापे की दर में
पंजाब सबसे शीर्ष पर है और राज्य के 30.3 प्रतिशत पुरुष
और 37.5 प्रतिशत महिलाएं मोटापे से ग्रस्त हैं।
No comments:
Post a Comment