सारागढ़ी के शहीदों को मिले उचित सम्मान : जोशन
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
सारागढ़ी की लड़ाई व शहीदों को उचित मान-सम्मान दिलाने के लिए सारागढ़ी
फांउडेशन पूरी तरह से सक्रिय हो गई है । एक तरफ जहां बालीवुड कलाकार अक्षय कुमार
इस जंग पर फिल्म बना चुके हैं और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किताब
लिख चुके हैं वहीं पंजाब सरकार द्वारा दो साल पहले सारागढ़ के शहीदों की याद में
की गई घोषणाएं आजतक पूरी नहीं हुई है । जिन्हें पूरा करवाने के लिए सारागढ़
फांउडेशन ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से दोबारा मुलाकात करके
ज्ञापन देने का फैसला किया है । पाकिस्तान में सारागढ़ी गुरूद्वारे का निर्माण
करवाने में अहम भूमिका निभाने वाले यू.एस. के शोधकर्ता, लेखक
एवं फिलोस्फर तथा सारागढ़ी फांउडेशन के चेयरमैन गुरिंदरपाल सिंह जोशन तथा सैक्टरी
जनरल गुरजीत सिंह चीमा ने शनिवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि
जब तक सारागढ़ी के शहीदों को उचित मान-सम्मान नहीं मिलेगा तब तक शहीदों को सच्ची
श्रद्धांजलि नहीं दी जा सकती । उन्होंने कहा कि गुरूनानक देव जी के 550 वें प्रकाशोत्सव के अवसर पर समूचे विश्व में बसी नानक नाम लेवा संगत की
भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उनके द्वारा जहां पाकिस्तान में गुरूद्वारा साहिब
का निर्माण करवाया गया है वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा
सरागढ़ी के शहीदों के प्रति खासी हमदर्दी रखते हैं। लेकिन अमरिंदर सिंह द्वारा की
गई घोषणाएं आजतक अधर में लटकी हुई हैं । जोशन ने बताया कि नौ दिसंबर 2017 को चंडीगढ़ में हुए मिल्ट्री लिटरेरी फैस्ट के दौरान सारागढ़ फांउडेशन के
प्रतिनिधि के रूप में उन्होंने भी भाग लिया था। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के
दौरान जब उनकी मुलाकात कैप्टन अमरिंदर सिंह से हुई तो उन्होंने फांउडेशन की तरफ से
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के पाठयक्रम में (किसी भी कक्षा में) एक अध्याय सारागढ़ी
की जंग व शहीदों को समर्पित करने की मांग की थी। इसके अलावा जिस दिन यह लड़ाई हुई
उस दिन को सारागढ़ी दिवस घोषित करते हुए हर साल सरकारी अवकाश घोषित किया जाए । इसके
अलावा फांउडेशन की ओर से चंडीगढ़ के सैक्टर-तीन में बने वार मैमोरियल में सारागढ़ी
के शहीदों की याद में अलग स्मारक बनाने की मांग की थी। जोशन ने फांउडेशन के प्रधान
ब्रिगेडियर कंवलजीत सिंह काहलों, सैक्टरी जनरल गुरजीत सिंह
चीमा, उपाध्यक्ष गुरभेज सिंह टिब्बी, मीडिया
सलाहकार रणजीत सिंह खालसा, संयुक्त सचिव तनवीर सिंह बैनीपाल
समेत कई अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन
अमरिंदर सिंह द्वारा उपरोक्त कार्यक्रम के दौरान सभी मांगों को स्वीकार करते हुए
इन्हें जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन दो साल बीतने के बाद भी अभी
तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है । फांउडेशन के नेताओं ने कहा कि पंजाब में इस समय
नौजवान गलत रात पर पड़ चुके हैं। राज्य सरकार द्वारा अगर शहीदों को उचित
मान-सम्मान दिया जाएगा तो युवाओं में देश भक्ति के प्रति जज्बा पैदा होगा और वह
सेनाओं में भर्ती होने की तरफ अपनी दिलचस्पी बढ़ाएंगे। फांउडेशन के प्रतिनिधियों
के कहा कि वह अपनी मांगों को लेकर जल्द ही पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरदिर
सिंह से मुलाकात करेंगे ।
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