*दिनांक - 24 जून 2018* *दिन - रविवार* *विक्रम संवत - 2075* *शक संवत -1940*, *अयन - दक्षिणायन* *ऋतु - वर्षा* *मास - ज्येष्ठ* *पक्ष - शुक्ल* *तिथि - रात्रि 04:54 तक द्वादशी*, *नक्षत्र - रात्रि 05:02 तक विशाखा**योग - रात्रि 12:20 तक सिद्ध* *राहुकाल - शाम 05:40 से 07:19* *सूर्योदय - 05:59**सूर्यास्त - 19:22* *दिशाशूल - पश्चिम दिशा
में*
*व्रत पर्व विवरण -*
*विशेष - द्वादशी को पूतिका(पोई)
अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*, *रविवार के दिन
स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*, *रविवार के दिन मसूर की
दाल, अदरक और लाल रंग का साग
नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*, *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना
चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण
खंडः 75)*,
*स्कंद पुराण के अनुसार
रविवार और द्वादशी के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि
महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*
*तुलसी महिमा*
*तुलसी के नाम-उच्चारण
से मनुष्य के पाप नष्ट हो जाते हैं तथा अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है |*, *पद्मपुराण (ऋषिप्रसाद – अक्टूबर २०१४ से )*
*दाद-खाज*
*नींबू के रस में इमली
के बीज पीसकर लगाने से लाभ होता है !*
*वास्तु शास्त्र*
*जिस घर या दुकान में
ज्यादातर अंधेरा रहता है, वहां
वास्तु दोष माना जाता है। अंधेरा होने की वजह से घर और व्यापार पर बुरा असर पड़ता
है।*
*घर में अशांति निवृति हेतु*
*जिनके घर में झगड़े
बहुत होते हों और अशांति के कारण वातावरण बड़ा विचित्र रहता हो तो उनको चाहिए नीम
के पत्ते घी में डुबाकर गायत्री मंत्र बोलते हुए आहुति डालें | पहले संकल्प कर दें
श्वास रोक कर कि हमारे घर में शांति बढ़े ..क्लेश ना हो ..झगड़े न हो |*
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