Wednesday, 20 June 2018

रेत माफिया ने किया वन अधिकारी पर फिर हमला, वन कर्मचारियों को हथियार मुहैया करवाने की तैयारी

रेत माफिया ने किया वन अधिकारी पर फिर हमला,  
वन कर्मचारियों को  हथियार  मुहैया करवाने की तैयारी

विनय कुमार

एन टी 24 न्यूज़
  रकार चाहे अवेध माइनिंग रोकने के लिए कार्यवाही करने के दावे क्र रही हो इससे जुड़े लोग आज भी बेखौफ यहाँ वहाँ घूम रहे हैं l उनकी गुन्द्दा गर्दी आज भी कायम है एसा ही एक मामला स्समने आया जो की स्यून्ख शिन्गरीवाला के जंगल से रात करीब 10:30 बजे निकलते हुए मार्ग पर सोमवार रेत माफिया ने कर्मचारियों पर हथियारों से हमला कर दिया l हमले में ब्लॉक ऑफिसर देविन्दर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए जो की PGI में इस वक्त जिंदगी और मौत की जंग से जूझ रहे हैं l वहीं उनके साथी
महेंद्र सिंह, राजिन्द्र सिंह, करनैल सिंह, रविंद्र सिंह को भी चोटें आई हैं करनैल सिंह के सिर पर गंभीर चोट आई जो की उपचाराधीन है वहीं अन्य को अस्पताल से छुट्टी मिल गई l
      जंगलात अफसर ने बताया के ब्लॉक ऑफिसर देविंद्र की अगुवाई में कर्मचारियों ने स्यूंक और शिगीबाला मार्ग  नाका लगा रखा था की इसी दौरान रेत से भरी एक नीली रंग की ट्रोली आई और कर्मचारी चालक से पूछताछ करने लगे तभी पीछे से एक सफेद रंग की आई20 गाड़ी में सवार चार-पांच लोग बहर निकले और उन्होंने लोहे और बिना कोई बात किये लोहे की रॉड-डंडों के साथ देवेंद्र सिंह पर हमला कर दिया l
जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गए और अन्य कर्मचारियों को भी चोट लगी l हमलावर ट्राली से रेल सड़क पर ही बिखेरकर फरार हो गए जिससे की उनका कोई पिछा न क्र सके l रेंज ऑफिसर बलजिंदर सिंह ने बताया कि गार्ड रविंद्र ने घटनास्थल से 100 और 108 नंबर पर फोन किया था पर कोई ना पहुंचा l उन्हे  स्थानीय लोगों ने ही घायल अवस्था में PGI अस्पताल में पहुंचाया और वन विभाग को सूचना दी सूचना मिलते ही डिएफओ गुरअमन सिंह मौके पर पहुंचे और जानकारी हासिल की, और  साथ ही एस.एस.पी. कुलदीप सिंह चहल, डीसी गुरप्रीत सिंह सपरा भी पहुंचे गार्ड की  शिकायत पर उन अज्ञात लोगो के खिलाफ पर्चा दर्ज किया गया है l
       वन विभाग ने पुलिस को बताया की ट्राली बलबिंद्र सिंह व उसके बेटे की हो सकती है, वहीं जग्गा, सतप्रीत,  लवप्रीत, हैप्पी, इंदरजीत पर हमले करने का शक जताया जाता है l पुलिस ने स्यूंक के तीन लोगों को पूछताछ के लिए राउंडअप किया है l पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है
       पहले भी हमला होने के कारण पंजाब सरकार ने अब पंजाब वन विभाग के कर्मियों को हथियारबंद करने का निर्णय लिया है सरकार जल्द ही वन कर्मियों को हथियार मुहैया कराने की तैयारी मके लिए पॉलिसी तैयार कर रही है जिसे मंत्रिमंडल में मंजूरी के लिए लाया गया है l यह पॉलिसी वनकर्मी पर रेत माफिया द्वारा किए गए हमलों के कारण तैयार की गई है l  सोमवार देर रात मोहाली के भी एक गांव में माफिया ने ब्लॉक वन ऑफिसर सहित तीन अन्य कर्मचारियों पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया था l इस तरह से पहले भी कई घटनाएं सामने आ चुकी है l
        वन कर्मियों को हथियार मुहैया कराने में अभी कई प्रकार की अर्चना आ रही है इंडियन आर्म्स एक्ट के तहत बिना लाइसेंस के हथियार उपलब्ध कराना सबसे बड़ी चुनौती है 1 थानों का नियंत्रण करना और हथियारों की सुरक्षा, कारतूसों का जवाब देह  होना इस प्रकार के मामले भी पेचीदा है l जो इस मामले में काफी अड़ंगे पैदा कर देते हैं l
साधु सिंह धर्मसोत वन मंत्री पंजाब


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