प्रभु श्रीराम ने रावण को
मार किया बुराई का अंत: विशाल ड्रामेटिक रामलीला
एन टी 24 न्यूज़
चंडीगढ़
विशाल ड्रामेटिक
रामलीला मलोया, अधर्म पर धर्म की विजय
का प्रतीक विजय दशमी का पर्व, भगवान राम की अयोध्या
वापसी, महर्षि वशिष्ठ द्वारा
भगवान राम का राजतिलक व माता सीता की अग्नि परीक्षा का मंचन किया गया तथा रामलीला
में अभिनय निभाने वाले सभी कलाकारों को सम्मान के साथ पुरस्कृत भी किया गया । राम-रावण युद्ध में रावण के प्राय: सभी योद्धा मारे गए । श्री
रघुनाथ जी के सम्मुख रावण की एक न चली। रावण के नाभि कुण्ड में श्री रघुनाथ भगवान
राम का बाण लगते ही रावण यमलोक सिधार गया । रावण के मरते ही वानर सेना ‘जय श्रीराम’ का तुमुल जयघोष करने लगी । भगवान श्रीराम ने विभीषण, हनुमान, सुग्रीव, अगद, जाम्बवान, नल और नील आदि को संबोधित करते हुए कहा, ”आप लोगों के सहयोग की वजह से ही आज मैं रावण को
मार सका हूं । जब तक सूर्य और चंद्रमा आकाश में रहेंगे, तब तक आपकी यशकीर्ति इस संसार में स्थित रहेगी । ” रावण की हत्या के बाद
श्रीराम ने सीता को मुक्त कराया, लेकिन माता सीता को
अपनी पवित्रता साबित करने के लिए अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ा और ये परीक्षा खुद
भगवान राम ने ली थी. इस दौरान अग्नि में माता सीता के प्रवेश के दृश्यों ने
दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। रामलीला के सभी पधादिकारियों ने भगवान राम का तिलक
कर पूजा-अर्चना की और इस रामलीला क्लब को हमेशा
अच्छे ढंग चलाने का प्रण लिया ।
राम का अभिनय राहुल वर्मा, लक्ष्मण - राकेश, सीता-विशाल, रावण-सोनू , मेघनाद - दीपक सिंगला तथा हनुमान - सुमित ने किया। इस मौके पर
रामलीला कमेटी के पदाधिकारी, प्रधान श्री सरवन कुमार
मिश्रा, चेयरमैन दिलावर और
डायरेक्टर सुशील सिंगला व अशोक चौहान, मेकअप आर्टिस्ट वेदपाल, पंडित नरेंदर शर्मा, डॉ. मांगे राम कश्यप, बलवंत सिंह, अश्वनी, राहुल त्रिवेदी, संजय बिहारी जी शामिल थे। विशाल ड्रामेटिक रामलीला क्लब पीछे 28 वर्षों से चल रही है।
No comments:
Post a Comment