Wednesday 24 October 2018

आईएएस, आईपीएस, एचसीएस, एचपीएस अधिकारियों की सम्पति सार्वजनिक करने का केस


आईएएस, आईपीएस, एचसीएस, एचपीएस अधिकारियों की सम्पति सार्वजनिक करने का केस
-         राज्य सूचना आयोग की चंडीगढ़ में निर्णायक सुनवाई 25 अक्टूबर को
एन टी 24 न्यूज़
चंडीगढ़
  राज्य सूचना आयोग के कड़े रूख के चलते राज्य के सभी आईएएस, आईपीएस, एचसीएस, एचपीएस अधिकारियों को अपनी चल-अचल सम्पति सार्वजनिक करनी पड़ सकती है। राज्य सूचना आयुक्त हेमंत अत्री व शिव रमन गौड़ की खंड पीठ 25 अक्टूबर को चंडीगढ़ में इस 9 वर्ष पुराने केस की निर्णायक सुनवाई करेगी। गत 22 जून को केस की सुनवाई के उपरांत राज्य सूचना आयोग ने प्रदेश के मुख्य सचिव से इस संबंध में राय मांगी थी । मुख्य सचिव की राय आयोग को मिल चुकी है। आयोग ने सुनवाई में कार्मिक विभाग के अवर सचिव व डीजीपी कार्यालय के अधीक्षक तथा पुलिस मुख्यालय के एसपी (कानून व्यवस्था) को भी तलब कर रखा है । पानीपत के आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने बातया कि 16 दिसम्बर 2009 को उन्होंने मुख्य सचिव को आरटीआई आवेदन भेजकर प्रदेश के सभी आईएएस, आईपीएस, एचसीएस व एचपीएस अधिकारियों की सम्पति का ब्यौरा मांगा था। कपूर ने इस ब्यौरे को हरियाणा सरकार की आधिकारिक वैबसाईट पर सार्वजनिक करने की मांग भी की थी । 
    कपूर ने बताया कि हरियाणा सरकार ने उनकी आरटीआई पर राज्य के सभी आईएएस से वर्ष 2012 में राय मांगी तो कुल 69 में से 36 आई.ए.एस ने अपनी सम्पति सार्वजनिक करने के लिए सहमति दे दी थी। जबकि 33 आईएएस ने इन्कार कर दिया था। दूसरी ओर पुलिस विभाग ने सम्पति की सूचना देने से स्पष्ट इन्कार कर दिया था। तभी से यह मामला राज्य सूचना आयोग में लम्बित था। गत 22 जून को केस की सुनवाई के उपरांत राज्य सूचना आयुक्त हेमंत अत्री व योगेन्द्र पाल गुप्ता की खंड पीठ ने प्रदेश के मुख्य सचिव से छह सप्ताह में सरकार की इस मुद्दे पर राय मांगी थी । इन अधिकारियों ने दी थी सहमति:- हरियाणा सरकार ने सभी आईएएस से इस मुद्दे पर उनसे राय मांगी थी। इस पर वरिष्ठ आईएएस अशोक खेमका, समीर माथुर, वी.उमा शंकर, टीके शर्मा, बलबीर मलिक, अमित अग्रवाल, पीके दास, जे. गणेशन सहित कुल 36 आईएएस ने अपनी सम्पति सार्वजनिक करने के लिए सरकार को सहमति दी थी । अशोक खेमका ने कैबिनेट सचिव व केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त को भेजे पत्र में लिखा था कि ईमानदार लोकसेवकों को अपनी सम्पति का ब्यौरा सार्वजनिक करने में कोई भय नहीं होता । सम्पति के खुलासे से इन्कार:- तत्कालीन सरकार को भेजे अपने जवाब में आईएएस राजेश खुल्लर, सुनील गुलाटी, वीएस कुंडू, सुप्रभा दहिया, अशोक लवासा, विजय दहिया, डा० चन्द्रशेखर सहित कुल 33 आईएएस ने अपनी सम्पति का ब्यौरा सार्वजनिक करने से स्पष्ट इन्कार कर दिया । 


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