नशे पर आधरित पुस्तक “ ये जिंदगी है अनमोल ” का
हुआ भव्य विमोचन
एन टी24 न्यूज़
विनय कुमार
चण्ड़ीगढ
भण्डारी अदबी टस्ट्र] गांधी स्मारक निधि व संवाद
साहित्य मंच की ओर से गांधी स्मारक भवन के सभागार में प्रसिद्ध शायर अषोक नादिर की
नशे पर आधारित हिन्दी व पंजाबी में कविताओं पुस्तक “
ये जिंदगी है अनमोल ” का
भव्य समारोह में विमोचन हुआ । मुख्य अतिथि डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस चण्ड़ीगढ संजय
बेनीवाल जी ने युवाओ को नषे से दूर रहने का अग्रह किया । उन्होंने कहा कि यदि घर
में बच्चा नषा करके आये तो उसको सख्ती से पेष आना चाहिए । बच्चो को नषे से दूर
रखने के लिए माताओं-पिताओं को भी ध्यान देना होगा । विषिष्ट अतिथि प्रेम जनमेजय
वरिष्ठ व्यंगकार व संपादक ‘ व्यंग यात्रा ’ नई दिल्ली डा. चन्दर त्रिखा उपाध्यक्ष हरियाणा
उर्दू अकादमी और अध्यक्षता के.के.शारदा अध्यक्ष गांधी
स्मारक निधि ने की । कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध संचालिका शैली
तनेजा ने किया । कार्यक्रम के आरम्भ
में पुस्तक के लेखक अषोक नादिर ने बताया कि नषा विष्वव्यापी समस्या है । इस समस्या
की जड़ में जाने की बजाये हम अदीबों ने फैसला किया कि कविताओं,नज्मों व गजलों के माध्यम से
युवा वर्ग को इस जाल से बचने का आग्रह करें तथा उनमें उत्साह और जोष की भावना पैदा
करें । के.के.शारदा
ने कहा कि भारत में सबसे पहले
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने नषा के विरूध आवाज उठायी । उन्होंने नादिर को मुबारक
देते हुए कहा कि यह पुस्तक घर-घर तक विषेष कर पंजाब के गांवो में पढ़ाई जाए । इस
अवसर पर अषोक नादिर, प्रेम
विज, सिरी राम अर्ष, केदार
नाथ केदार, प्रज्ञा शारदा, गुरदीप गुल, गुरमिंदर सविता
गर्ग ने अपनी कविताओं का पाठ किया। हिन्दी व पंजाबी के अनेक कवि व साहित्यकार
उपस्थित डॉ. सुभाष गोयल और डॉ.एम.पी.डोगरा ने नषे के उपचार पर अपने विचार रखे ।
डॉ. देवराज त्यागी ने धन्यवाद किया ।
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