एमसीएम डीएवी में स्वास्थ्य और पोषण पर कौशल विकास
कार्यक्रम का शुभारम्भ
विनय कुमार
चंडीगढ़
स्वास्थ्य
और पोषण प्रबंधन के क्षेत्र में महिलाओं के उद्यमशीलता कौशल को विकसित करने के उद्देश्य
से, एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर
वीमेन की कौशल विकास समिति ने खाद्य और पोषण पर एक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया । टैगलाइन 'बी ए
हेल्थ मैनेजर' के साथ
आरम्भ की गयी इस अनूठी पहल के अंतर्गत, 23 गहन
सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को भोजन
और पोषण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। सैद्धांतिक ज्ञान के साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान देने के लिए इस पाठ्यक्रम
को दो प्रशिक्षण सत्रों में विभाजित किया गया है जिसमे की 12 नॉलेज सत्र और 11 हैंड्स
ऑन ट्रेनिंग सत्र शामिल हैं । फॉउण्डेशन्स
ऑफ़ गुड हेल्थ - मोस्ट कॉमन न्यूट्रिशनल डेफिशिएंसीज
शीर्षक से उद्घाटन सत्र का आयोजन किया गया जिसका संचालन जाने-माने पोषण कोच श्री पंचम प्रहार ने किया था । उद्घाटन सत्र में डीएवी
कॉलेज प्रबंध समिति, नयी
दिल्ली के सीनियर गवर्निंग बॉडी मेंबर श्री एच आर गांधार बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे । एमसीएम की इस पहल की प्रशंसा करते हुए एवं अपनी
विरासत से जुड़े रहने के महत्व को रेखांकित
करते हुए श्री गंधार ने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी हमारे पूर्वजों के अनुभवात्मक
ज्ञान में निहित है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी
चली आ रही है । अत्यधिक जानकारीपूर्ण सत्र में श्री प्रकाश ने कहा कि आजकल होने वाले
बीमारियों का एक प्रमुख कारण पोषण की कमी
है क्योंकि एक खराब आहार न केवल किसी के शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित
करता है । मैग्नीशियम और विटामिन डी की पोषण संबंधी कमियों पर प्रकाश डालते हुए, श्री प्रकाश ने प्रतिभागियों को हमारे स्वास्थ्य में इन पोषक तत्वों की भूमिका, उनकी कमी के कारणों और लक्षणों के बारे में बताया
। इस सत्र में छात्राओं की साथ साथ शिक्षकों
ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया । कॉलेज प्रिंसिपल
डॉ निशा भार्गव ने कहा कि एमसीएम की इस पहल का उद्देश्य प्रतिभागियों को व्यावसायिक
ज्ञान से समृद्ध करना है । उन्होंने कहा
कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे जीवन में भोजन की महत्वपूर्ण भूमिका के बावजूद, यह हमारे जीवन का सबसे अनदेखा पहलू है ।
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