श्री मद्भभागवत कथा का सेक्टर 51में आयोजन
एन टी 24 न्यूज़
नीतिका
चंडीगढ़
सेक्टर 51 के ग्राउंड में श्री राधा बल्लभ भागवत सेवा ट्रस्ट द्वारा,आयोजित श्री मद्भभागवत कथा में व्यास श्री विजय शास्त्री ने अपने प्रवचन से अमृत वर्षा करते हुए बताया कि कंस को पता चल गया था कि उसके पापों का अंत करने वाला पैदा हो चुका है । मृत्यु के भय से आक्रांत कंस ने अपने शत्रु को समाप्त करने के सभी प्रयत्न किए । पूतना और कालिया नाग सहित भगवान से वैर भाव रखते वाले सभी शत्रु एक एक कर समाप्त हो गए । माता यशोदा को मुंह में ब्रह्मांड दिखाकर अचंभित कर दिया । साथी घर वालों के साथ माखन चुराना, रास लीला का सुंदर वर्णन कर श्री शास्त्री जी ने भक्तों को भाव विभोर कर दिया । भगवान अपने भक्तों को हर विपत्ति से मुक्त कराते हैं । इंद्र के प्रकोप से मथुरा वासियों की रक्षा करने के लिए गोबर्धन को हाथ पर उठा लिया था । महिला कीर्तन मंडल प्रधान रंजू गुप्ता ने पत्रकारों को बताया के भगवान श्री कृष्ण को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग भी लगाया गया । श्री मद्भभागवत कथा में भाजपा के अध्यक्ष संजय टंडन व अन्य वरिष्ट गणमान्य लोग भी पधारे । भगवान ने जिस कारण मानव अवतार लिया था, उस सबसे बड़े शत्रु कंस का वध कर मथुरा वासियों को उसके पाप कर्मों से मुक्ति दिलाई । साथ ही कथा के छठे दिन कथा व्यास शास्त्री ने अपने प्रवचन से अमृत वर्षा करते हुए आगे बताया कि भगवान ने रुक्मिणी के साथ विवाह क्यों किया जबकि राधा कृष्ण के प्रेम में दीवानी थी। शास्त्री जी ने इस अंतर को बड़े सुंदर ढंग से समझाया । रुक्मिणी विवाह के अवसर पर आज पंडाल को बड़े सुंदर ढंग से सजाया गया था । यजमान वह भक्त इस अवसर पर सुंदर पोशाकों में आए थे । वे रुक्मिणी के विवाह में बाराती बने । विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ भगवान का विवाह संपन्न हुआ । इस अवसर पर महिलाओं ने मंगल गीत गाए ।
नीतिका
चंडीगढ़
सेक्टर 51 के ग्राउंड में श्री राधा बल्लभ भागवत सेवा ट्रस्ट द्वारा,आयोजित श्री मद्भभागवत कथा में व्यास श्री विजय शास्त्री ने अपने प्रवचन से अमृत वर्षा करते हुए बताया कि कंस को पता चल गया था कि उसके पापों का अंत करने वाला पैदा हो चुका है । मृत्यु के भय से आक्रांत कंस ने अपने शत्रु को समाप्त करने के सभी प्रयत्न किए । पूतना और कालिया नाग सहित भगवान से वैर भाव रखते वाले सभी शत्रु एक एक कर समाप्त हो गए । माता यशोदा को मुंह में ब्रह्मांड दिखाकर अचंभित कर दिया । साथी घर वालों के साथ माखन चुराना, रास लीला का सुंदर वर्णन कर श्री शास्त्री जी ने भक्तों को भाव विभोर कर दिया । भगवान अपने भक्तों को हर विपत्ति से मुक्त कराते हैं । इंद्र के प्रकोप से मथुरा वासियों की रक्षा करने के लिए गोबर्धन को हाथ पर उठा लिया था । महिला कीर्तन मंडल प्रधान रंजू गुप्ता ने पत्रकारों को बताया के भगवान श्री कृष्ण को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग भी लगाया गया । श्री मद्भभागवत कथा में भाजपा के अध्यक्ष संजय टंडन व अन्य वरिष्ट गणमान्य लोग भी पधारे । भगवान ने जिस कारण मानव अवतार लिया था, उस सबसे बड़े शत्रु कंस का वध कर मथुरा वासियों को उसके पाप कर्मों से मुक्ति दिलाई । साथ ही कथा के छठे दिन कथा व्यास शास्त्री ने अपने प्रवचन से अमृत वर्षा करते हुए आगे बताया कि भगवान ने रुक्मिणी के साथ विवाह क्यों किया जबकि राधा कृष्ण के प्रेम में दीवानी थी। शास्त्री जी ने इस अंतर को बड़े सुंदर ढंग से समझाया । रुक्मिणी विवाह के अवसर पर आज पंडाल को बड़े सुंदर ढंग से सजाया गया था । यजमान वह भक्त इस अवसर पर सुंदर पोशाकों में आए थे । वे रुक्मिणी के विवाह में बाराती बने । विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ भगवान का विवाह संपन्न हुआ । इस अवसर पर महिलाओं ने मंगल गीत गाए ।
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