एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर वीमेन ने
आज वार्षिक दीक्षांत समारोह में 1100 से अधिक
स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्राओं को डिग्रियां प्रदान कीं । हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, शिमला की कुलपति एवं कॉलेज की पूर्व छात्रा प्रोफ़ेसर निष्ठा
जसवाल ने बतौर मुख्य अतिथि यंहा उपस्थित होकर डिग्री धारकों के इस अवसर को और भी
स्मरणीय बना दिया । समारोह का आरंभ कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ निशा भार्गव द्वारा
कॉलेज के वार्षिक विवरण की प्रस्तुति से हुआ । इस रिपोर्ट में इस शैक्षिक सत्र में
कॉलेज की विविध शैक्षिक,
सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा जगत की उपलब्धियों की झांकियां थी । अपने
जीवन के इस महत्वपूर्ण पड़ाव की बेहतरीन सफलता के लिए डिग्री धारकों को बधाई देते
हुए प्रोफ़ेसर जसवाल ने उन्हें आगामी उपलब्धियों के लिए भी निरंतर प्रयासरत रहने की
प्रेरणा दी । डॉ. निष्ठा जसवाल ने काव्यात्मक उद्धरण देते हुए छात्राओं को प्रेरक
भाषण दिया । उनके अनुसार एक अच्छे इंसान बनने के लिए ज्ञान अर्जित करना आवशयक है ।
आपकी असली पहचान ही आपकी ब्रैंड है और वह आपके मूल्यों, विचारों और व्यवहार से अभिव्यक्त होती है। भाग्य और पुरुषार्थ परस्पर एक दुसरे पर आश्रित
हैं । हमें नेतृत्व के लिए ज्ञान अर्जित करना अनिवार्य है। समानुभूति की भावना सीखनी आवश्यक है । डिग्रियों
के अतिरिक्त,
15 यूनिवर्सिटी टॉपर्स को विशिष्ट पुरस्कारों से भी नवाजा
गया। स्वदेशी भाषाओँ को प्रोत्साहित करने
में योगदान देने वाली छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया । विजयलक्ष्मी को हिंदी
इलेक्टिव में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए सीता देवी विनायक अवार्ड से
सम्मानित किया गया तथा ग़ज़ल को संस्कृत
में कॉलेज में प्रथम स्थान ग्रहण करने पर ईश्वरी देवी अवार्ड दिया गया । कॉलेज की
प्रिंसिपल डॉ निशा भार्गव ने छात्राओं को अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों द्वारा कॉलेज
की सर्वश्रेष्ठता की अनुपम परंपरा को सतत गतिमान रखने पर बधाई दी । डॉ. निशा
भार्गव ने उन्हें अपनी उपलब्धियों से संतुष्ट होकर विराम लेने से मना करते हुए कहा
कि उन्हें अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एकाग्रचित्त होकर लगन से काम में जुट
जाना चाहिए । डॉ. भार्गव ने उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं ।
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