गैंगरेप
में पुलिस की कार्रवाई पर किए सवाल खड़े, कहा एसएचओ को बदलें और आरोपियों को गिरफ्तार कर
दें सजा : कांता अलाडिय़ा
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
पंचकूला
कालका में एक
बच्ची के साथ पांच आरोपियों द्वारा गैंगरेप करने के बावजूद पुलिस द्वारा एक ही
आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करना बड़ा ही शर्मनाक है। बाकि आरोपियों को पुलिस ने छोड़
दिया,
जबकि उन्होंने भी बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया था । यह
बात प्रजा परिवर्तन पार्टी की प्रदेशा अध्यक्ष कांता अलाडिय़ा ने रसाल द्वीप रेस्टोरेंट, सेक्टर 16, पंचकूला में एक प्रेस वार्ता में कही। कांता कलाडिय़ा ने बताया कि
सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा राणा इस मामले की शुरु से ही नेतृत्व कर रहीं थी और
उन्होंने परिवार एवं बच्ची द्वारा बताये गये आरोपियों के बारे में पुलिस को बताया
था। बच्ची ने पुलिस वालों को चार आरोपियों की शिनाख्त भी करवा दी थी, परंतु पुलिस ने मिलीभगत करके आरोपियों को छोड़ दिया। महिला थाना का
एसएचओ ही आरोपियों को बचाने में जुटा हुआ है। उन्होंने
कहा कि इस मामले में यदि कोई कार्रवाई नहीं तो उनकी पार्टी डीजीपी हरियाणा का
घेराव करेगी और यदि कानून के रक्षक ही भक्षक बन जायेंगे, तो
कानून से लोगों का भरोसा उठ जाएगा । कांता अलाडिय़ा ने कहा कि यह बड़े ही शर्म की बात है कि बच्ची को
बार-बार ब्यान बदलने के लिये पुलिस ने दबाव बनाया। बच्ची ने बताया है कि उसे पुलिस
द्वारा करंट तक लगाया गया, जोकि बहुत ही घिनौना काम है।
मासूम को ब्यान बदलने के लिये कहना पुलिस का घिनौना चहेरा दिखाता है। उन्होंने कहा
कि जिस प्रदेश में एक महिला थाने का एसएचओ होगा, वहां पर
महिलाओं के साथ न्याय हो, उस बात का सोचना ही बेवकूफी है । उन्होंने सीएम
मनोहर लाल के शासन पर सवाल उठाते हुये कहा कि क्या पूरे प्रदेश में कोई ऐसी महिला
पुलिस अधिकारी नहीं है, जोकि एक महिला थाने में लगाई जा
सके। पुरुष को एसएचओ लगाने के पीछे मंशा ठीक नहीं नजर आती । उन्होंने तुरंत पुरुष एसएचओ हटाकर महिला
को चार्ज देने की भी मांग की । साथ
ही इस गैंगरेप में सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की ।
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