Wednesday 19 June 2019

NT24 News : शूलिनी यूनिवर्सिटी रिसर्च के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर हासिल कर रही हैं सफलताएं........

शूलिनी यूनिवर्सिटी रिसर्च के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर हासिल कर रही हैं सफलताएं
एन टी 24 न्यूज़ 
विनय कुमार
चंडीगढ़
हिमाचल प्रदेश स्थित शूलिनी यूनिवर्सिटी, जिसे पिछले तीन वर्षों से राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) द्वारा लगभग 900 यूनिवर्सिटीयों में शीर्ष 15 प्रतिशत के बीच स्थान दिया गया है, अब अपनी विश्वस्तरीय रिसर्च के चलते वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति का अहसास करवा रही है। स्कोप्स द्वारा साईवल के माध्यम से जारी किए गए स्वतंत्र और प्रामाणिक अंतरराष्ट्रीय आंकड़ों के अनुसार, जो 40,000 पत्रिकाओं से अधिक का विश्लेषण करते हैं, शूलिनी यूनिवर्सिटी ने कम से कम तीन मापदंडों में वैश्विक औसत से बेहतर प्रदर्शन किया है। ये सफलता अंतरराष्ट्रीय सहयोग से संबंधित हैं, दुनिया भर में सबसे अधिक सम्मानित प्रकाशनों के शीर्ष एक प्रतिशत में प्रकाशित किए गए और अधिकांश स्थापित प्रकाशनों के शीर्ष 10 प्रतिशत में प्रकाशित हुए हैं। सिर्फ 10 वर्ष पहले स्थापित यूनिवर्सिटी पहले ही इन तीन मापदंडों में देश में शीर्ष स्थान पर है। आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, शूलिनी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो.पी.के.खोसला ने कहा कि एनआईआरएफ भारतीय रैंकिंग अनुसंधान के लिए केवल 30 प्रतिशत अंक देती है, जबकि 2015-16 में यह 40 प्रतिशत दर्ज की गई थी। टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) के वैश्विक मानकों के अनुसार शिक्षण संस्थानों द्वारा किए गए शोध के लिए 60 प्रतिशत अंक आवंटित किए गए हैं। वाइस चांसलर ने कहा कि यूनिवर्सिटी पहले से ही देश के शीर्ष पांच पेटेंट फाइलरों में से एक है और लगभग 100 पेटेंटों की वार्षिक फाइलिंग में कई प्रसिद्ध यूनिवर्सिटीयों से आगे है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान स्थापित संस्थान वास्तव में स्थापित संस्थानों की तुलना में अनुसंधान परिणामों के साथ बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रो. खोसला ने यह भी कहा कि यूनिवर्सिटी ने इस वर्ष विभिन्न विभागों के छात्रों के लिए बेहतरीन एवं सराहनीय प्लेसमेंट्स भी प्राप्त की हैं।  यूनिवर्सिटी के अथक प्रयासों से कई विषयों में लगभग 100 प्रतिशत प्लेसमेंट हुए हैं, यहां तक कि शीर्ष भारतीय और मल्टी-नेशनल कंपनियों (एमएनसी) ने अपनी एचआर टीमों को प्रतिभाओं को चुनने के लिए भेजा है। प्रो.खोसला ने कहा कि औसत पैकेजों की पेशकश 5 लाख रुपए से लेकर 6 लाख रुपए प्रति वर्ष तक है। 15 लाख रुपए का उच्चतम सीटीसी पैकेज हमारे स्टूडेंट आशीष सैनी ने एमएनसी हिल्टी से प्राप्त किया है। उन्होंने घोषणा की कि ईएलईटीएस रैंकिंग 2019 द्वारा यूनिवर्सिटी की इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी को भारत के शीर्ष 30 निजी इंजीनियरिंग संस्थानों में स्थान दिया गया है। वाइस चांसलर ने कहा कि यूनिवर्सिटी का ध्यान पात्र छात्रों के लिए 100 प्रतिशत प्लेसमेंट प्राप्त करने पर है। हम सिर्फ कुछ स्टूडेंट्स को असाधारण तौरपर हाई पैकेज प्राप्त करने पर केन्द्रित नहीं हैं। प्रो खोसला ने कहा कि यूनिवर्सिटी का मैनेजमेंट प्रोग्राम, जिसे केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा की गई एनआईआरएफ रैंकिंग के अनुसार देश में 65 वां स्थान मिला है, पहले ही 100 प्रतिशत प्लेसमेंट दर्ज कर चुका है। फार्मेसी, 39 वें स्थान पर, पहले से ही फाइनल ईयर  92 प्रतिशत स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट प्राप्त हो चुकी है। प्रो.खोसला ने बताया कि कुछ अन्य कार्यक्रमों के लिए प्लेसमेंट एम.एससी. (कैमिस्ट्री) 100 प्रतिशत, सीएसई 100 प्रतिशत, बायो इंजीनियरिंग 85 प्रतिशत, बी.टैक (मैकेनिकल) 88 प्रतिशत, बी.टैक (इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स) 75 प्रतिशत और बी.टैक (सिविल) 90 प्रतिशत है। प्रो खोसला ने कहा कि 20 और कंपनियां इस महीने अपने प्रतिनिधि भेज रही हैं। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी स्प्रिंट जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से स्टूडेंट्स के सॉफ्ट स्किल्स को विकसित करने के लिए विशेष प्रयास करता है और उन्हें इंटरव्यू का सामना करने और ग्रुप डिस्कशन में भाग लेने के लिए प्रशिक्षित करता है। वाइस चांसलर ने कहा कि अनुसंधान मापदंडों में प्लेसमेंट और प्रगति छात्रों के करियर का निर्धारण करती है और यूनिवर्सिटी इन महत्वपूर्ण पहलुओं पर केंद्रित था । कैम्पस में नई सुविधाओं के बारे में प्रतिक्रिया देते हुए कहा, प्रो खोसला ने कहा कि पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के तहत एक परिसर रेडियो और टेलीविजन स्टूडियो स्थापित किया गया है जो एक बैचलर्स कोर्स और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स इन जर्नलिज्म चलाता है।


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