कपिल देव को
चांसलर लगाकर हरियाणा सरकार ने बढ़ाया खिलाडिय़ों का मान
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार
चंडीगढ़
भारतीय जनता
पार्टी खेल प्रकोष्ठ ने हरियाणा सरकार के उस फैसले की प्रशंसा की जिसमें सरकार ने
भारतीय क्रिकेट स्टार कपिल देव को खेल विश्वविद्यालय राई का चांसलर नियुक्त किया है । पूर्व टेस्ट क्रिकेटर एवं
भाजपा खेल प्रकोष्ठ के संयोजक चेतन शर्मा, हरियाणा फुटबाल संघ व हरियाणा
जिमनास्टिक संघ के अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू, पुलिस की नौकरी
छोडक़र खिलाड़ी से नेता बनी बबीता फौगाट व द्रोर्णाचार्य अवार्डी एवं क्रिकेट कोच
संजय भारद्वाज ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में संयुक्त पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि
राई में अब से पहले अधिकारी वर्ग को अहम जिम्मेदारी मिलती रही है लेकिन कपिल देव
के राई विश्वविद्यालय में पहुंचने से खिलाडिय़ों को न केवल लाभ मिलेगा बल्कि पहले
के मुकाबले अधिक संख्या में नए खिलाड़ी भी पैदा होंगे।
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हरियाणा सरकार द्वारा खेलों
का बजट बढ़ाए जाने तथा उसका बड़ा हिस्सा ईनामी राशि के लिए आरक्षित रखे जाने पर
सरकार का आभार व्यक्त करते हुए सूरजपाल अम्मू व चेतन शर्मा ने कहा कि मनोहर सरकार
के कार्यकाल के दौरान झज्जर में जहां क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण शुरू हो चुका है
वहीं अंबाला में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक फुटबाल स्टेडियम बन रहा है। चेतन
शर्मा ने बताया कि हरियाणा सरकार का खेल बजट आज जहां 400 करोड़ तक पहुंच गया है वहीं
भाजपा द्वारा प्रदेश के सभी 22 जिलों में चलाए जा रहे खेल प्रकोष्ठ भी सरकार के
सहयोगी बनकर काम कर रहे हैं। सूरजपाल अम्मू ने खिलाडिय़ों को आगामी चुनाव के दौरान
टिकट दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि वह इस मुद्दे को भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला
तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष उठा चुके हैं। कोई भी खिलाड़ी अगर विधानसभा
में पहुंचता है तो यह समूचे खेल जगत के लिए गौरव की बात होगी। अम्मू ने बगैर किसी
का नाम लिए कहा कि खेल प्रकोष्ठ में कई ऐसे चेहरे हैं जो चुनाव लडऩे व जीतने में
पूरी तरह से सक्षम हैं। इस अवसर पर बोलते हुए बबीता फौगाट ने कहा कि कपिल देव के
स्पोर्टस विश्वविद्यालय में अहम पद पर पहुंचने से यह साफ हो गया है कि हरियाणा में
खेलों व खिलाडिय़ों का भविष्य उज्जवल है। इस अवसर पर बोलते हुए द्रोणाचार्य अवार्डी
एवं प्रसिद्ध क्रिकेट कोच संजय भारद्वाज ने दिल्ली सरकार की खेल नीति व हरियाणा
सरकार की खेल नीति की तुलना करते हुए कहा कि देश की राजधानी में आज एक भी नियमित
कोच नहीं है। वहां पार्ट टाइम कोच के सहारे ही काम चलाया जा रहा है। उन्होंने
हरियाणा सरकार की खेल नीति की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि आज देश के अन्य राज्यों
को हरियाणा सरकार की खेल नीति का अनुसरण करने की जरूरत है ।
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