Sunday 11 October 2020

NT24 News : लोकनायक की सम्पूर्ण क्रान्ति के द्वितीय.........

 आज देश में लोकनायक की सम्पूर्ण क्रान्ति के द्वितीय चरण की अत्यन्त आवश्यकता- एडवोकेट अरूण जौहर

एन टी 24 न्यूज़

विनय कुमार शर्मा

चंडीगढ़

भारत माता के महान सपूत, ‘ भारत रत्न लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी की 118वीं जयन्ती आज स्थानीय सैक्टर 16-ए स्थित गांधी स्मारक भवन में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट अरूण जौहर, जो कि जिला हिसार के गांव खैरमपुर के स्वतंत्रता सेनानी परिवार से सम्बन्ध रखते हैं, ने लोकनायक जय प्रकाश नारायण को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद, मुख्य वक्ता के रूप में अपने सम्बोधन में कहा कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण द्वारा सन् 1974 में चलाये गये सम्पूर्ण क्रान्ति आन्दोलन को देश के युवाओं व विशेष कर कॉलेज और यूनिवर्सिटियों के छात्रों का भरपूर समर्थन मिला। और युवा छात्र अपनी पढ़ाई छोड़ कर, अपने नागरिक अधिकारों के लिये सड़कों पर उतर आये। भ्रष्टाचार, भाई भतिजावाद व बेरोजगारी के विरूद्ध एक माहौल पूरे देश में बन गया, जिसका परिणाम यह निकला कि 19 महीनों के आपातकाल के बाद, मार्च 1977 मे लोकसभा चुनाव में जनता ने तत्कालिन सभाधारियों को सड़क पर ला दिया और स्वतंत्र भारत में पहली बार गैर-कांग्रेसी सरकार (जनता पार्टी की सरकार) सभा में आई। परन्तु भिन्न-भिन्न विचारधाराओं के गठजोड़ से बनी जनता पार्टी की सरकार केवल ढ़ाई वर्ष तक ही रेंग-रेंग कर चलने के बाद, सभा से बाहर हो गई। जौहर ने आगे कहा कि आज लोकनायक की 118वीं जयन्ती पर देश के 80 करोड़ युवाओं को यह संकल्प लेना चाहिये कि वे भारत माता को भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद एवं बेरोजगारी के जंजाल से उसी जोश एवं जज़्बे से मुक्त करवायेंगे, जैसा जोश व जज़्बा भारत माता को गुलामी की जंजीरों से आज़ाद करवाने के लिये लोकनायक जय प्रकाश नारायण,महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस एवं शहीद-ए-आज़म भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव जैसे हज़ारों युवाओं एवं देशभक्तों ने दिखाया था। जौहर ने कहा कि आज देश में सम्पूर्ण क्रान्ति के (द्वितीय) चरण की अत्यंत आवश्यकता है। गांधी स्मारक भवन के निदेशक डॉ. देवराज त्यागी ने लोकनायक को अपने श्रृद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि भूदान आंदोलन के समय जे.पी. ने अपना देह दान समाज को कर दिया था। उनसे प्रेरणा लेकर संत विनोबा जी ने भी अपने शरीर को दान कर दिया था। लोकनायक ने सम्पूर्ण क्रान्ति के दौरान कहा था कि हमें यदि भ्रष्टाचार दूर करना है तो उसकी जड़ तक पहुँचना होगा । जड़ है राजनीति और प्रशासन में भ्रष्टाचार । इन दो की वजह से सारा जनजीवन भ्रष्ट हो गया है। इस अवसर पर श्री मनमोहन शर्मा, डॉ. एन. डी. शर्मा, योग गुरू नरेश शर्मा पापिया चक्रवर्ती, गुरप्रीत कौर, आनन्द राव, अमित कुमार एवं सरदार अमनदीप सिंह  की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। 

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