साधु सिंह धर्मसोत को पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले में बर्खास्त किया जाना चाहिए : कैंथ
लाखों छात्रों के भविष्य को बचाने के लिए तुरंत
छात्रवृत्ति जारी करे : कैंथ
विनय कुमार शर्मा
पटियाला
नेशनल शेड्यूल्ड कास्टस अलाइंस ने आज पोस्टमैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाला मामले में कैप्टन सरकार के कैबिनेट
मंत्री साधु सिंह धर्मसोत की भागीदारी के विरोध में संत समाज संघर्ष समिति के
आह्वान पर चक्का जाम कार्यक्रम के तहत पटियाला बस स्टैंड के सामने धरना प्रदर्शन
करते हुए सड़क पर जाम लगाया। नेशनल शेड्यूल्ड कास्टस
अलाइंस अध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ ने कहा कि जब तक पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना
के तहत 3 लाख छात्रों को दाखिला नहीं दिया जाता और जब तक 5 लाख छात्रों की
डिग्रियां व सर्टिफिकेट नहीं दिए जाते तथा घोटाले में
शामिल मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को नहीं हटाया जाता और घोटाले की सीबीआई जांच के
आदेश नहीं होते, तब तक संत समाज संघर्ष समिति के साथ नेशनल शेड्यूल्ड
कास्टस अलाइंस की ओर से संघर्ष जारी रहेगा। श्री कैंथ
ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी सरकार ने अनुसूचित
जाति के छात्रों के भविष्य को बर्बाद कर दिया है। पोस्ट-
मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत अनुसूचित जाति, पिछड़ा
वर्ग और धार्मिक अल्पसंख्यकों के छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर
मिलता था लेकिन अब वो सुनहरा अवसर व छात्रों का भविष्य अंधेरे में झोंका का रहा
है। उन्होंने आगे कहा कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों
की प्रबंध समिति के माध्यम से छात्रवृत्ति में पंजाब सरकार की मिलीभगत कई करोड़ के
घोटालों में सरकारों की भागीदारी को उजागर करती है। कैप्टन
सरकार की थर्ड पार्टी ऑडिट और नियंत्रक महालेखा परीक्षक (CAG) रिपोर्ट सितम्बर 2018 ने भी कॉलेजों और
विश्वविद्यालयों में छात्रों के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर किया है, लेकिन कैप्टन सरकार कह रही है कि कोई घोटाला नहीं हुआ है। इसके अलावा मुख्य सचिव की रिपोर्ट के मुताबिक कॉलेजों और विश्वविद्यालयों
के प्रबंधक और कैबिनेट मंत्री करोड़ों रुपये के घोटाले में शामिल नहीं थे।
लिहाज़ा, इस घोटाले के अपराधियों को बरी कर
दिया गया है, जो पूरी तरह से गलत है। श्री कैंथ ने यह भी कहा कि हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक कैप्टन
अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले के
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करती। इस संघर्ष में गुरु रविदास सभा,
भगवान वाल्मीक जी और डॉ.अंबेडकर के संगठनों ने इस संघर्ष में भाग
लिया। इनमें दलीप सिंह, शरणजीत सिंह, नायब
सिंह, खेमचंद, जसविंदर सिंह, सुरजन सिंह, जरनैल सिंह, चरणजीत
सिंह, नछत्तर सिंह आदि व अन्य ने भाग
लिया।
No comments:
Post a Comment