Sunday, 1 August 2021

NT24 News : शहीद ऊधम सिंह की क़ुर्बानी ने पंजाब के आत्म सम्मान और इज्जत को दुनिया में जिंदा रखा-हरपाल सिंह चीमा.

अंग्रेज़ों से माफियां मांगने वालों के बुत तो सरकारों ने संसद में लगाए, परन्तु शहीद होने वाले नायकों को भूला दिया- भगवंत मान

शहीद ऊधम सिंह की क़ुर्बानी ने पंजाब के आत्म सम्मान और इज्जत को दुनिया में जिंदा रखा-हरपाल सिंह चीमा

कांग्रेसी नेताओं के पोते-पुत्रों को नौकरी वाली नीति के अंतर्गत शहीद ऊधम सिंह के वारिसों को मिले सरकारी नौकरी-अमन अरोड़ा

एन टी 24 न्यूज़

विनय कुमार शर्मा

सुनाम/ चंडीगढ़

शहीद ऊधम सिंह के शहादत दिवस पर आम आदमी पार्टी पंजाब की सीनियर नेताओं पंजाब अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान, पंजाब विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा और स्थानीय विधायक अमन अरोड़ा ने शहीद ऊधम सिंह के शहादत दिवस पर शनिवार को सुनाम (ऊधम सिंह वाला) में शहीद के पैतृक घर में जा कर श्रद्धा के फूल अर्पित किए। इस मौके संबोधन करते सांसद भगवंत मान ने कहा,‘देश की सरकारों ने अंग्रेज़ों से माफियां मांगने वालों की प्रतिमाएं तो संसद में स्थापित किए हुए हैं, परन्तु आजादी के संघर्ष के लिए शहीद होने वाले नायकों को भूला दिया है।इसके साथ ही भगवंत मान ने अपने एमपी लैड फंड में से शहीद ऊधम सिंह यादगारी समिति को शव-यात्रा वाहन देने का भी ऐलान किया है। सांसद भगवंत मान ने शहीद ऊधम सिंह की शहादत को याद करते कहा, ‘हम यहां शहीद के समक्ष नतमस्तक होने आए हैं, जिन्होंने हमें आजादी लेकर दी है, जिनकी बदौलत आज हमारा फूल-मालाओं के साथ मान-सम्मान किया जा रहा है।उन्होंने कहा समय की सरकारों ने आजादी के परवानों को अनदेखा किया है, परन्तु शहीदों के दीवाने लोग संसद और विधान सभाओं में पहुंच कर शहीदों की कुर्बानियों को दुनिया के आगे रख रहे हैं। मान ने कहा कि सुनाम उनकी जन्म और कर्म-भूमी है और वह शहीद ऊधम सिंह से सम्बन्धित यादगार को ओर विकसित करने के लिए हर संभव यत्न करेंगे। हरपाल सिंह चीमा ने शहीद ऊधम सिंह को श्रद्धांजलि देते कहा कि शहीद ऊधम सिंह की कुर्बानी ने पंजाब की आत्म सम्मान और इज्जत को दुनिया में जिंदा रखा है। विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि जिस नीति के अधीन पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते, कांग्रेसी विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा और राकेश पांडे के पुत्रों पर सरकारी नौकरियों की मेहरबानी की जा रही थी, उसी नीति के अधीन शहीद ऊधम सिंह के सभी योग्य वारिसों को भी सरकारी नौकरियां दीं जाएं। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा दुख क्या हो सकती है कि सरताज शहीदों के परिवार दर दर की ठोकरें खा रहे हैं, परंतु सत्ता का सुख भोग रहे परिवारों के बच्चों को नौकरियां वितरित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हम शहीद ऊधम सिंह के परवाने बन कर श्रद्धा के फूल अर्पित करने के लिए आए हैं और प्रण करते हैं कि शहीदों के सपनों का समाज और देश का निर्माण करने के लिए यत्न किए जाएंगे। इस मौके आपनेताओं ने विजिटर बुक पर शहीद ऊधम सिंह बारे में अपने ख्याल दर्ज किये और प्रबंधकों की तरफ से सभी नेताओं का सम्मान किया गया। नतमस्तक होने वालों में स्थानीय आपनेता और बड़ी संख्या में वॉलंटियर भी उपस्थित थे।

 

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