नशा तस्करी के आरोपी मजीठिया को जेल भेजने के अदालत के फैसले का स्वागत:
हरपाल सिंह चीमा
जिस काम को
पंजाब और केंद्र की सरकारें नहीं कर सकी, उसे अदालत ने पूरा
किया: हरपाल सिंह चीमा
नशे के कारोबार में शामिल किसी भी नेता या अधिकारी को नहीं बख्शेगी आप सरकार : हरपाल सिंह चीमा
हाईकोर्ट की
निगरानी में हो मजीठिया से पूछताछ, पंजाब पुलिस पर नहीं रहा भरोसा: हरपाल सिंह
चीमा
पूजा गुप्ता
चंडीगढ़
आम आदमी
पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने माननीय
अदालत द्वारा अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को नशा तस्करी के मामले में
जेल भेजने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि माननीय अदालत का निर्णय
स्वागत योग्य है। अदालत ने वही किया जो पंजाब और केंद्र सरकार को करना चाहिए
था।" चीमा ने कहा कि नशा तस्करी से जुड़े सभी लोगों को जेल भेजेगी और प्रदेश
से नशा माफिया को जड़ से खत्म करेगी। बता दें कि मोहाली की जिला अदालत ने अकाली
नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को आठ मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मजीठिया 23 फरवरी तक जमानत पर थे। गुरुवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पिछली शिअद-भाजपा सरकार की तरह कांग्रेस सरकार ने भी
नशा तस्करों और उनसे मिलने वाले राजनीतिक नेताओं को खुलेआम संरक्षण दिया। उन्होंने
आरोप लगाया कि कांग्रेस की चन्नी सरकार और मजीठिया एक दूसरे की मदद से ड्रग केस को
लटकाने के लिए नए हथकंडे अपना रहे हैं, इसलिए कांग्रेस
सरकार ने नशा मामले में उच्च न्यायालय द्वारा गठित एसटीएफ रिपोर्ट को सार्वजनिक
नहीं किया। चीमा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह, कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और अकाली दल ड्रग केस को रफा-दफा करने के लिए मिलकर
काम कर रहे हैं। जिस आदमी (बिक्रम मजीठिया) को कई साल पहले ड्रग मामले में जेल में
होना चाहिए था, उस पर पिछली सरकारों और पंजाब पुलिस के
खराब प्रदर्शन के कारण इतने दिनों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। मजीठिया के
खिलाफ ड्रग का मामला लंबे समय से इसलिए लंबित है क्योंकि कांग्रेस और बादल सरकारों
ने अदालत में ठोस सबूत पेश नहीं किए। आप नेता ने कहा कि ड्रग मामले में पंजाब
पुलिस ने अदालत से मजीठिया के पुलिस रिमांड की मांग ही नहीं की। इसलिए अब पुलिस की
जांच पर लोगों को विश्वास नहीं रहा। अब जरूरी है कि माननीय हाईकोर्ट की निगरानी
में ही मजीठिया से पूछताछ की जाए। चीमा ने कहा कि बादल के 10 साल के शासन और कांग्रेस के शासन में नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार
खुलेआम होता रहा, जिसके कारण पंजाब के हजारों युवाओं की
मौत हो गई और लाखों का जीवन तबाह हो गया। बिक्रम मजीठिया को जेल भेजने से यह मामला
पूरी तरह से हल नहीं होगा। इसके लिए पंजाब से ड्रग माफिया और सत्ताधारी नेताओं की
सांठगांठ को खत्म करना होगा। चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ड्रग माफिया
के राजनीतिक संरक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी ताकि ड्रग माफिया को जड़ से
खत्म किया जा सके। 'आप' सरकार ड्रग मामले में शामिल किसी भी राजनीतिक व्यक्ति या अधिकारी को नहीं
बख्शेगी, चाहे वह किसी भी पार्टी का हो या कितना भी
बड़ा व्यक्ति क्यों न हो।
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