वेद गर्ग ने मनाई स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की 78वीं पुण्यतिथि
प्रदेश में किसानों की आय में हो रही बढ़ोतरी: मनोहर लाल
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार को हुई नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की 7वीं
बैठक में हिस्सा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार
प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने का हर
प्रयास कर रही है और सतत आर्थिक विकास तथा समान सामाजिक व क्षेत्रीय विकास के एक
नए युग का सूत्रपात करेगी। बैठक में नीति आयोग की तरफ से विश्वास दिलाया गया कि
देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन करने के लिए आयोग राज्य सरकारों को पूरा सहयोग
करेगा। वहीं देश का इंपोर्ट कम करने और एक्सपोर्ट बढ़ाने की दिशा में भी नीति आयोग
ने राज्यों को विश्वास दिलाया है। राज्य की प्रति व्यक्ति आय देश के बड़े राज्यों
में सर्वाधिक इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में हरियाणा
का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य की प्रति व्यक्ति आय 2 लाख 74
हजार 635 रुपये है, जो
देश के बड़े राज्यों में सर्वाधिक है। आर्थिक विकास के मानदण्डों पर भी हरियाणा
देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा की विकास दर
वर्ष 2015-16 से 2020-21 तक लगातर 6
प्रतिशत से अधिक है। मैनुफैक्चरिंग की विकास दर 10 प्रतिशत है, जो देश में सर्वाधिक है। विश्व की 400
फॉरच्यून कंपनियों के कार्यालय हरियाणा के गुरुग्राम में स्थापित
हैं। मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा देश का सबसे बड़ा सॉफ्टवेयर निर्यातक राज्य है।
उद्योगों को लॉजिस्टिक सुविधा देने में देश में दूसरे तथा उत्तर भारत में पहले
स्थान पर है। हरियाणा का आधे से ज्यादा क्षेत्र NCR में आता
है। हम इस क्षेत्र में उद्योग व व्यापार को बढ़ाने के लिए इसे लॉजिस्टिक हब के रूप
में विकसित कर रहे हैं। हाल ही में जारी स्टेट ईज ऑफ डुइंग बिजनेस रैंकिंग में
हरियाणा टॉप अचीवर्स कैटेगरी में शामिल है। एम.एस.एम.ई. के क्षेत्र में उल्लेखनीय
कार्यों के लिए हरियाणा को देश में तीसरा स्थान मिला है। नीति आयोग के इनोवेशन
इंडेक्स में हरियाणा देश के 3 शीर्ष राज्यों में शुमार है। प्रदेश
में कृषि क्षेत्र में बागवानी और पशुपालन का शेयर बढ़ा बैठक के एजेंडा के बिंदुओं
का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा कृषि प्रधान राज्य है। केन्द्रीय
खाद्यान्न पूल में लगभग 15 प्रतिशत योगदान देता है, जबकि इसका क्षेत्रफल देश के कुल क्षेत्रफल का मात्र 1.34 प्रतिशत है। हमारी कृषि विकास दर लगभग 3.3 प्रतिशत
वार्षिक है। प्रदेश में उत्पादकता अत्यधिक है, जो कि प्रति
हेक्टेयर 1 लाख 57 हजार रुपये है। इससे
स्पष्ट है कि हमारे यहां किसान की आय बढ़ रही है। प्रदेश में कृषि क्षेत्र में
बागवानी और पशुपालन का शेयर बढ़ रहा है। मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में नवीन
तकनीक और फसल विविधिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। धान की जगह अन्य फसलें बोने पर ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना में 7,000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। डी.बी.टी. के माध्यम से 74,133
किसानों के खातों में 76 करोड़ रुपये की
प्रोत्साहन राशि डाली गई है। इस योजना में पिछले दो वर्षों में 46,249 हेक्टेयर क्षेत्र का विविधिकरण हुआ। बाजरे की जगह दलहन-तिलहन की खेती पर 10,000
रुपये प्रति हेक्टेयर की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। मक्का में 62
हजार 500 एकड़ और दलहन में 32 हजार 500 एकड़ क्षेत्र में विविधिकरण हुआ। धान की
बिजाई (DRS) पर भी 10,000 रुपये प्रति
हेक्टेयर राशि दी जा रही है। इससे 25 से 30 प्रतिशत तक पानी की बचत हो रही है। हरियाणा में ड्रैगन फ्रूट की खेती के
लिए विशेष योजनामुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा ड्रैगन फ्रूट की खेती को
प्रोत्साहित करने का जिक्र करते हुए कहा कि हरियाणा पहला राज्य है जिसने
प्रधानमंत्री के विजन को साकार करते हुए ड्रैगन फ्रूट के साथ-साथ खजूर की खेती को
भी बढ़ावा देने के लिए एक विशेष योजना शुरू की है। इसमें ड्रैगन फ्रूट के लिए 3
लाख रुपये प्रति हेक्टेयर की सब्सिडी प्रदान की जाती है। मनोहर लाल
ने कहा कि फलों व सब्जियों के भावों में गिरावट के समय किसानों को जोखिम से मुक्त
करने के लिए भावांतर भरपाई योजना चलाई जा रही है। इसमें 21 बागवानी
फसलों के अलावा बाजरा भी शामिल है। बाजरे पर 600 रुपये प्रति
क्विंटल भावांतर और लगभग 429 करोड़ रुपये 2 लाख 38 हजार 245 किसानों के
खातों में सीधे डाले गए हैं। बाजरे का एक भी दाना खरीदे बिना ही किसान को सही भाव
दिया है। इससे भंडारण आदि के खर्च का करदाता पर अनावश्यक बोझ नहीं पड़ा। वहीं
बागवानी किसानों को मौसम की अनिश्चितताओं के जोखिम से भी मुक्त करने के लिए ‘मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना’ शुरू की गई है।
इसमें बागवानी की 21 फसलें शामिल है। सब्जियों के लिए 75,000
रुपये और फलों के लिए 1 लाख रुपये प्रति
हेक्टेयर क्लेम राशि दी जाती है जबकि प्रीमियम मात्र 2.5 प्रतिशत
है जो सब्जियों के लिए 1875 रुपये व फलों के लिए 2500
रुपये प्रति हेक्टेयर है। 50,000 करोड़ से
अधिक की राशि किसानों के खातों में डाली गई मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल से
किसानों को उनकी उपज के लिए 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की
राशि डी.बी.टी. के माध्यम से उनके खातों में डाली गई। उपज का भुगतान भी 72 घंटे के भीतर न करने पर 9 प्रतिशत ब्याज दिया गया।
बीज विक्रेताओं की मनमानी रोकने के लिए उत्तम बीज पोर्टल शुरू किया गया। मशीनरी पर
सब्सिडी के लिए ई-रुपे वाउचर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती में मांग
आधारित विविधिकरण की आवश्यकता है। खेती को जितना बाजार से जोड़ा जाएगा और बाजार की
मांग के अनुसार विविधिकरण किया जाएगा, उतनी ही आय बढ़ेगी।
हरियाणा प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन दूध उपलब्धता में देश में दूसरे स्थान पर है। किसान
क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर ‘पशु किसान क्रेडिट कार्ड’ जारी किया जा रहा है। ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशुधन
सुरक्षा योजना’ के तहत 3 लाख 40
हजार पशुओं का बीमा किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मत्स्य पालन
में संभावनाएं काफी अधिक हैं। राज्य में 12 रिसर्कुलेटरी
एक्वा कल्चर सिस्टम व 20 बायोफलक यूनिट की स्थापना की गई है।
वर्ष 2021-22 में 2.09 लाख मीट्रिक टन
मत्स्य उत्पादन किया गया। वर्ष 2022-23 में 2.10 मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2021-22 में 1250 एकड़ क्षेत्र में 2901 मीट्रिक टन सफेद झींगा मछली का उत्पादन किया। गोबर व कृषि अवशेषों से भी
आय के लिए बायोगैस को बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार
का पूरा फोकस इस बात पर है कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को ज्यादा बढ़ावा दिया
जाए और किसानों को इस बारे में प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है।हम रासायनिक खेती से
प्राकृतिक खेती की ओर जा रहे हैं। प्राकृतिक खेती पोर्टल पर 2804 किसानों द्वारा पंजीकरण किया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री आग्रह किया कि
केंद्र सरकार देश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020
को वर्ष 2025 तक लागू करने का लक्ष्यमनोहर लाल
ने कहा कि हमने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को वर्ष 2025
तक लागू करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए शिक्षा मंत्री की
अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है। हमने हर बच्चे की शिक्षा
तक सुगम पहुंच सुनिश्चित करने, नई शिक्षा नीति के अनुरूप
शिक्षण के लिए शिक्षकों को तैयार करने और अनुकूल बुनियादी ढांचा उपलब्ध करवाने के
व्यापक प्रयास किए हैं। प्रदेश में 1 कि.मी. में प्राथमिक,
3 कि.मी. में माध्यमिक विद्यालय मौजूद है। साथ ही विद्यार्थियों के
लिए मुफ्त परिवहन सुविधा भी उपलब्ध है। शिक्षा के माध्यम के रूप में अंग्रेजी की
आवश्यकता को समझते हुए 138 राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ
माध्यमिक विद्यालय नाम से अंग्रेजी माध्यम के तथा CBSE बोर्ड
के विद्यालयों की स्थापना की गई है। मेधावी विद्यार्थियों को मुफ्त कोचिंग हेतु
सुपर-100 कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पिछले 2 वर्षों में इस कार्यक्रम में कोचिंग पाने वाले 80 विद्यार्थियों
को IIT’s, NIT’s में इंजीनियरिंग तथा मेडिकल कालेजों में MBBS
में दाखिला मिला है। राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले
विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन शिक्षा का प्रबन्ध करने के 10वीं-12वीं के 5 लाख विद्यार्थियों को मुफ्त टेबलेट वितरित
कि गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑनलाइन टीचर ट्रांसफर पॉलिसी लागू करने वाला
हरियाणा देश का पहला राज्य है। राज्य के 93% अध्यापकों को
उनका इच्छित स्कूल मिला। हरियाणा में शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर किए जा रहे
सुधारों के परिणामस्वरूप नेशनल अचीवमेंट सर्वे-2021 में
बेहतर प्रदर्शन किया है। सर्वे 2021 के अनुसार प्रदेश के
सरकारी स्कूलों का प्रदर्शन प्राइवेट स्कूलों से बेहतर रहा है। सर्विस डिलीवरी के
लिए आई.टी. का उपयोग मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीकृत GIS आधारित
सम्पत्ति कर सर्वेक्षण में 42 लाख सम्पत्तियों का सर्वे किया
गया है। प्रदेश में नो ड्यूस सर्टिफिकेट के लिए एनडीसी पोर्टल शुरू किया गया है।
सम्पत्ति आई.डी. को परिवार पहचान-पत्र से जोड़ा गया है। विज्ञापन स्थलों की
ई-नीलामी के लिए ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया गया है। 2 हजार से
अधिक कालोनियों को नियमित करने का निर्णय लिया गया है। वहीं 114 तालाबों का अमृत सरोवर योजना में जीर्णोद्धार प्रस्तावित है। सर्विस
डिलीवरी के लिए आई.टी. का उपयोग किया जा रहा है। 35 शहरों
में सर्विस प्लस प्लेटफार्म द्वारा नागरिक केन्द्रित सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही
हैं। नगरनिकायों के लाल डोरा में भी स्वामित्व अधिकार देने की योजना पर काम किया
जा रहा है। बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह
मंत्री अमित शाह समेत केंद्रीय मंत्रिमंडल के तमाम सदस्य, विभिन्न
राज्यों के मुख्यमंत्री, नीति आयोग के उपाध्यक्ष एवं सदस्य
तथा केंद्र व राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
कट्टरपंथी नेतृत्व के एक वर्ग द्वारा राज्य में शांतिपूर्ण माहौल बिगाड़े जाने की कर रहा कोशिश: राजा वड़िंग
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने
कट्टरपंथी नेतृत्व के एक वर्ग द्वारा राज्य में शांतिपूर्ण माहौल बिगाड़े जाने की
कोशिश को लेकर आलोचना की है। इन नेताओं सहित शिरोमणी अकाली दल-अमृतसर के प्रमुख
सिमरनजीत सिंह मान,
जिन्होंने हाल ही में भारतीय संविधान की शपथ ली है, द्वारा 15 अगस्त को अपने घरों पर राष्ट्रीय तिरंगा
फहराने की बजाय केसरी झंडे लगाने संबंधी आह्वान किया है, पर
प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए वड़िंग ने कहा कि ऐसे कार्य स्पष्ट तौर पर मुश्किल से
हासिल की गई पंजाब की शांति को भंग करने हेतु किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तिरंगा हमारा राष्ट्रीय चिन्ह है और हर भारतीय को
इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी किसी को अपने घरों पर केसरी झंडा
लगाने से नहीं रोकता और हर किसी को केसरी रंग पर गर्व होना चाहिए, जो खालसा पंथ की महानता का प्रतीक है। इसी तरह तिरंगा भारत की स्वतंत्रता का राष्ट्रीय चिन्ह है और इसे
सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हजारों लोगों जिनमें से अधिकतर पंजाबियों और
सिखों ने तिरंगे के सम्मान की रक्षा हेतु अपनी जिंदगियों का बलिदान दिया है और जो
इसका निरादर करने का प्रयास कर रहे हैं, वे अपने शहीदों और
उनकी शहादत का अपमान कर रहे हैं। इस दौरान वड़िंग ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस
पार्टी केंद्र की भाजपा सरकार की विघटनकारी नीतियों का पुरजोर विरोध करती है और
जिस प्रकार वह देश में बहुसंख्यकवाद थोपने का प्रयास कर रही है। उन्होंने
स्वतंत्रता दिवस जैसे पवित्र अवसरों को मनाने में भी भाजपा द्वारा पक्षपात की
सियासत लाए जाने के प्रयास की निंदा की। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा हमें
स्वतंत्रता दिवस पर अपने घरों पर तिरंगा फहराने के लिए बोलने वाली कौन होती है।
कांग्रेस पार्टी का तिरंगे की रक्षा और सम्मान हेतु बलिदान देने का इतिहास रहा है
व हम हमेशा अपनी आखिरी सांस और खून की आखिरी बूंद तक ऐसा करते हैं।
आज़ादी के 75वें वर्ष में अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में तिरंगा यात्रा निकाली
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
आज़ादी के 75वें वर्ष में अमृत महोत्सव
वर्ष के उपलक्ष्य में आज जीरकपुर नगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोग से
वॉयस ऑफ इंडिया एवं सेवा भारती के संयुक्त तत्वाधान में एक विशाल तिरंगा यात्रा
निकाली गई। तिरंगा यात्रा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मोहाली जिला संघ चालक एवं
प्रमुख समाजसेवी अश्वनी जैन तथा जीरकपुर नगर संघ चालक एवं समाजसेवी वेदव्यास कुचरु
ने झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मोहाली जिले के प्रख्यात समाजसेवी तथा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह गुरदेव सिंह ने भारत देश के 75 वर्ष के इतिहास की चर्चा करते हुए अमृत महोत्सव वर्ष के महत्व के बारे में
विस्तार से बताया। तिरंगा यात्रा में जीरकपुर नगर की अनेक सामाजिक एवं धार्मिक
संस्थाओं ब्राह्मण सभा, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन,
अग्रवाल सभा, जैन सभा, प्रजापति
सभा, भारत विकास परिषद, सहकार भारती
सहित समाज सेवा के क्षेत्र में जुटी अन्य कई सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं ने भी
हिस्सा लिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जीरकपुर नगर कार्यवाह राजेश शर्मा ने
बताया है कि इस तिरंगा यात्रा में 500 से भी अधिक स्कूटर,
स्कूटी, मोपेड, एक्टिवा,
मोटर साइकिल, कार आदि पर सवार होकर महिलाओं
एवं पुरुषों का तिरंगा झंडा लेकर भारत माता की जय के उदघोष के साथ जोश देखते ही
बनता था। तिरंगा यात्रा का जीरकपुर के विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा करके एवं
जलपान से स्वागत किया गया। तिरंगा यात्रा जलपान के पश्चात गोल्ड मार्क सोसायटी
नजदीक पटियाला चौक से शुरू होकर पटियाला रोड, पभात होकर
लोहगढ़, वी.आई.पी रोड, अंबाला रोड
क्रॉसिंग, जीरकपुर पुलिस स्टेशन रोड, यमुना
एनक्लेव, गाजीपुर रोड, ओल्ड कालका
अंबाला रोड, किशनपुरा, पीरमुच्छला,
एम. एस एनक्लेव, ढकोली पुलिस स्टेशन के सामने
से रेलवे फाटक क्रॉसिंग, गुरुद्वारा बाओली साहिब के सामने से
के एरिया होते हुए बलटाना क्षेत्र होती हुई फर्नीचर मार्किट में समाप्त हुई।
तिरंगा यात्रा को सफल बनाने के लिए यात्रा के संयोजक राजीव कुमार एवम् समाजसेवी
विशाल गर्ग ने सभी सहयोगी संस्थाओं तथा तिरंगा यात्रा में बड़ी संख्या ने भाग लेने
वाले महिलाओं एवं पुरुषों का आभार प्रकट किया।जीरकपुर के इतिहास में यह तिरंगा
यात्रा देश की एकता और अखंडता को प्रदर्शित करने में मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री ने नीति आयोग की मीटिंग में पंजाब की किसानी से जुड़े मसले ज़ोरदार ढंग से उठाये, एम. एस. पी. को कानूनी गारंटी बनाने की माँग की
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
नई दिल्ली/ चंडीगढ़
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज राज्य की किसानी
से जुड़े मसले ज़ोरदार ढंग से उठाते हुए न्यूतनम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) को
कानूनी गारंटी बनाने और वैकल्पिक फसलों के लिए पुख़्ता मंडीकरण प्रणाली यकीनी
बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। आज यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता
अधीन हुई नीति आयोग की राष्ट्रीय कौंसिल की मीटिंग को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री
ने याद करते हुये कहा कि जिस समय पर देश भुखमरी के संकट में से गुजऱ रहा था तो उस
समय पर राज्य के मेहनती किसानों ने मुल्क को अनाज उत्पादन पक्ष से आत्म-निर्भर
मुल्क बनाया था। उन्होंने कहा कि खेती अब लाभदायक धंधा नहीं रहा जिस कारण किसान
गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि किसानों को ऐसी संकटकालीन
स्थिति में से निकालने के लिए हर संभव यत्न किये जाएँ जिसके लिए केंद्र सरकार को
बनते कदम उठाने चाहिएं। मुख्यमंत्री ने फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी
गारंटी बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा किये जाना समय की
ज़रूरत है जिससे किसानों के हितों की रक्षा की जा सके। इसी तरह भगवंत मान ने कहा
कि न्यूनतम समर्थन मूल्य भी लाभदायक होना चाहिए क्योंकि खेती लागतें कई गुणा बढ़
गई हैं जिस कारण किसानों को उनकी फ़सल का सही मूल्य नहीं मिल रहा। भारत सरकार की
तरफ से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कायम की कमेटी को सिरे से नकारते हुये मुख्यमंत्री
ने माँग की कि ’वास्तविक किसानों’ को शामिल करके इसका पुनर्गठन किया
जाये। उन्होंने कहा कि कमेटी में उन ज्ञान विहीन अर्थशास्त्रीयों का दबदबा है
जिनको कृषि संबंधी कोई ज्ञान नहीं है। भगवंत मान ने कहा कि इस कमेटी के सभी
भाईवालों के साथ-साथ खेती माहिरों को भी मैंबर बनाया जाना चाहिए। देश में दालों के
महंगे भाव पर आयात पर चिंता ज़ाहिर करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की
धन-दौलत के बाहर जाने को रोकने की ज़रूरत है और पंजाब इसमें अहम भूमिका निभा सकता
है। उन्होंने कहा कि राज्य के किसान दालों के उत्पादन में भी देश को आत्म-निर्भर
बनाने के लिए तैयार हैं। हालाँकि, भगवंत मान ने कहा कि
केंद्र सरकार को दालों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का ऐलान करना चाहिए और इसलिए
उचित मंडीकरण प्रणाली का भरोसा भी देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एक तरफ़
किसानों को गेहूं/धान के फ़सली चक्र में से निकालने के लिए और दूसरे तरफ़ भूजल के
गिर रहे स्तर को बचाने के लिए कृषि विभिन्नता की तत्काल ज़रूरत है। उन्होंने दुख
प्रकटाया कि कुल 150 ब्लॉकों में से 117 ब्लाकों में पानी का स्तर खतरे के स्तर पर (डार्क ज़ोन) पहुँच चुका है।
भगवंत मान ने वैकल्पिक फसलों पर भी न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करके पानी के स्तर
को रोकने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग की माँग की। मुख्यमंत्री ने नीति आयोग को
यह भी जानकारी दी कि पंजाब सरकार राज्य में शिक्षा ढांचे को सुधारने के लिए ठोस
प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस समय पर राज्य में शिक्षा प्रणाली डावांडोल
स्थिति में है, जिसके लिए बहुत बड़े यत्न करने की ज़रूरत है।
भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता विद्यार्थियों ख़ास कर
लड़कियों के लिए मानक और पहुंचयोग शिक्षा को यकीनी बनाना है। राज्य में फूड
प्रोसेसिंग उद्योग को उत्साहित करने के मसले को ज़ोरदार ढंग से पेश करते हुए
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इसकी अथाह संभावनाएं हैं जिसको व्यवहारिक रूप
देने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को फूड प्रोसेसिंग उद्योग को
बढ़ावा देने के लिए राज्य को खुले दिल से फंड देने चाहिएं। भगवंत मान ने कहा कि
पठानकोट की लीची, होशियारपुर और अबोहर के किन्नू के अलावा
जालंधर के आलू अपनी गुणवत्ता और स्वाद के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं और फूड प्रोसेसिंग
उद्योग को उत्साहित करके किसानों की किस्मत बदली जा सकती है। एक अन्य मुद्दे को
उठाते हुये मुख्यमंत्री ने राज्य में नहरी ढांचे को फिर सुरजीत करने के लिए विशेष
फंडों की व्यवस्था करने की माँग की। उन्होंने कहा कि राज्य में मौजूदा नहरी
व्यवस्था की मज़बूती और मुरम्मत करना समय की ज़रूरत है। भगवंत मान ने कहा कि
आज़ादी से पहले और बाद के समय के दौरान बनी नहरों को मज़बूत और अपग्रेड किया जाना
चाहिए जिसके लिए केंद्र सरकार को राज्य को विशेष पैकेज देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने
राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र के लिए फंड तुरंत जारी करने की भी माँग की है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में 16 नये मैडीकल कालेज
खोलेगी जिससे मैडीकल कॉलेजों की कुल संख्या 25 तक पहुँच
जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार को इस कार्य के लिए खुले दिल से राज्य
सरकार का सहयोग करना चाहिए। शहरी विकास के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य
सरकार का लक्ष्य बड़े शहरों में से औद्योगिक इकाईयों को बाहर निकाल कर इन शहरों को
भीड़भाड़ की समस्या से निजात दिलाना है। उन्होंने कहा कि इस मंतव्य के लिए विस्तृत
योजना बनायी जा रही है। भगवंत मान ने केंद्र सरकार को राज्य सरकार का साथ देने की
अपील की क्योंकि इससे औघोगीकरण को बड़ा बढ़ावा मिलेगा और राज्य में रोजग़ार के नये
मौके पैदा होंगे। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री
ने कहा कि पिछले तीन सालों के दौरान उनसे पहले किसी भी मुख्यमंत्री ने इस मीटिंग
में शामिल होने की परवाह नहीं की जिससे राज्य का बहुत नुकसान हुआ है। भगवंत मान ने
कहा कि इनमें से कोई भी इस मीटिंग में शामिल होने के लिए नहीं आया बल्कि चि_ी-पत्रों के साथ ही समय गुजारा जिसका कोई फ़ायदा नहीं हुआ। उन्होंने कहा
कि यह नेता अपने महलों में भी आराम फरमाते रहे और राज्य के हितों को पूरी तरह
दरकिनार किया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं आज नीति आयोग की
मीटिंग के दौरान राज्य को पेश मसलों को ज़ोरदार ढंग से उठाया है और मैं आशान्वित
हूं कि भारत सरकार इन मसलों के हल के लिए सकारात्मक रवैया अपनायेगी।’’
VATSAL SETH AND ISHITA DUTTA STAR IN BABA BEATS SONG ‘KUCH TUMHARA KUCH HAMARA’
National Tele24 News
Vinay Kumar Sharma
Chandigarh
Baba Arts Limited, who recently
launched their devotional vertical Baba Devotional, have now announced yet
another venture, Baba Beats. The newly launched Music Label will focus on
independent music and romantic songs with new and existing talent. In a trend
of remixes, Baba Beats will encourage originality and endeavour to recreate the
golden music era of the 90's for the audience. The first song that features on
the channel is titled Kuch Tumhara Kuch Hamara, starring famous tinsel
town jodi Vatsal Seth and Ishita Dutta. The track is sung by Soham Naik and
composed by Harish Sagane. Interestingly, the song is a reunion of Vatsal Seth
and Baba Arts Limited, as the actor had started his film journey with the
famous film Tarzaan- The Wonder Car, produced by Baba Films. Kuch
Tumhara Kuch Hamara is a romantic wedding number with a feel that a couple
relishes during their haldi and mehendi functions. Ishita and Vatsal’s
chemistry will leave the audience in remembrance of their own love story
and listen to the audio track again and again. Giving glimpse of the video
on his Instagram, Vatsal Seth wrote, “A song that resonates the feeling of pure
love. #KuchTumharaKuchHamara out now!”
Here’s Instagram post by Vatsal
Seth –
https://www.instagram.com/p/Cg__QpUINMm/?hl=en
Watch the full video here – https://youtu.be/yxsAUBWBF7g
Speaking of this project, Nikhil G
Tanwani - Director of Baba Arts Limited says, “The market for independent music
has grown tremendously, given the recent changes in the media landscape and content
consumption patterns. I'm certain that independent music is here to stay. At
Baba Beats we aim to collaborate with talented singers, composers and build a
label with an ‘artist first’ approach, providing them freedom to create music
of their choice.” Baba Arts Limited and its promoters, along with their
independent banner Baba Films have been in the media space since more than 20
years. Baba Arts Limited and Baba Films have together produced several films
such as Ishq, Pyaar Toh Hona Hi Tha, Dhulhan Hum Le Jayenge, Tumko Nahi Bhool
Paayenge, Taarzan - The Wonder Car, Life Main Kabhie Kabhiee, My Friend Ganesha
franchise (4 instalments of My Friends Ganesha), Action Jackson and many more.
बंगिया संस्कृति सम्मिलनी ने इनर व्हील क्लब ऑफ चण्डीगढ़ हारमनी के साथ मिलकर रक्तदान शिविर का आयोजन किया
महिला कांग्रेस की अध्यक्षा दीपा दुबे ने उठाया सवाल क्यों नहीं शहर वासियों को फ्री में दिए जा रहे तिरंगा झंडा
एंटी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
दीपा दुबे ने
चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित से कहा है कि क्यों नहीं प्रशासन ही शहर
वासियों को फ्री में तिरंगे झंडे का वितरण करें। आज चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की
अध्यक्षा दीपा दुबे ने एक पत्र चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को लिखा है।
पत्र में दीपा दुबे ने हर घर तिरंगा की मुहिम को ले कर बात करी है। प्रशासक
बनवारीलाल पुरोहित से कहा है कि आज बहुत से लोगों के घर पर खाने के लिए अन नहीं है
तो वह प्रशासन द्वारा दिए जा रहे ₹20 का तिरंगा झंडा कहां से
ले सकता है। क्यों नहीं चंडीगढ़ प्रशासन जब कोई केंद्रीय नेता चंडीगढ़ आते हैं तो
करोड़ों रुपया उनके आने और जाने में खर्च करती है चंडीगढ़ प्रशासन। दीपा ने कहा कि
क्यों नहीं चंडीगढ़ प्रशासन ही चंडीगढ़ के नागरिकों को फ्री में तिरंगा झंडा बांटे
ताकि चंडीगढ़ का हर एक नागरिक अपने घर पर अपने दुकान पर तिरंगा झंडा देश का लगा
सके। दीपा दुबे ने प्रशासन बनवारीलाल पुरोहित से कहा है कि हरियाणा सरकार की जो
बसे चल रही हैं उसके ऊपर हर घर तिरंगा के
मुहिम की बड़े-बड़े फ्लेक्स लगाकर बसों को सजाया गया है । लेकिन दुर्भाग्य की बात
यह है कि जिन बसों पर तिरंगा झंडा फ्लेक्स में लगाया गया है उन्हीं पर बसों में
बैठी सवारिया उल्टियां कर रहे हैं। कृपया कर कर प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित जी इस
संज्ञान में उचित जगहों पर सरकारी बसों पर फ्लेक्स लगवाएं जिससे तिरंगे झंडे का
अपमान ना हो सके। दीपा दुबे ने कहा कि शहर भर में तिरंगा झंडा नगर
निगम द्वारा बांटा जा रहा है। और नगर निगम के अधिकारी छोटे दुकानदारों जैसे कि
मोची, धोबी, नाई , कुम्हार, इत्यादि लोगों से भी पैसे वसूल कर रहे हैं
। अंत में दीपा दुबे ने चंडीगढ़ के प्रशासक से अपील की है कि चंडीगढ़ में हर
नागरिक को फ्री में चंडीगढ़ प्रशासन और चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा तिरंगा झंडा बांटा
जाए। ताकि चंडीगढ़ का हर एक नागरिक देश का तिरंगा झंडा अपने घर पर शान से लहरा
सके।
COMMISSIONER PLANTED SAPLINGS OF FLOWERING SHRUBS AT SECTOR 18 PARK
National Tele24 News
Vinay Kumar Sharma
Chandigarh
Anindita Mitra, IAS, Commissioner, Municipal Corporation
Chandigarh today planted saplings of flowering trees and shrubs in a part at
sector 18, Chandigarh. Sh. Anup Gupta, Deputy Mayor, Municipal Corporation
Chandigarh and Mr. Sanjay kumar Sachdeva, Additional District & sessions
Judge (Retd.) presently Chairman permanent lok adalat (public utility
services) U.T. chandigarh , Sh Arvind jain and other dignitaries from Jain
sabha were also planted plants during this program. Total 201 saplings of
trees and flowering shrubs were planted like Neeli gulmohr, molsari, amla
, chakrassia, silver oak, guava , kaner, Rukmanjni etc . Jain Sabha also
donated tree guards for the protection of these newly planted trees.
MCC
PROVIDED TOILET BLOCK AT INNER MARKET SECTOR 8 CHANDIGARH
National
Tele24 News
Vinay
Kumar Sharma
Chandigarh
Mahesh Inder Singh Siddhu, area councilor ward
No.2 inaugurated public toilet near Vaishno Dhaba, inner Market, Sector 8,
Chandigarh here today in the presence of members of Market Welfare Association.
The toilet has been renovated at cost of Rs.18 lakh having many features like
PVC door, fresh brick face, children friendly urinals, differently abled
& gender friendly toilet, large mirror, full ventilation etc. The old
corridor has also been reconstructed along with the toilet.
MCC make scientific disposal of sanitary waste a reality and achieves another milestone in the journey of waste processing
Starts incineration of domestic sanitary pads and diapers.
रेगुलर मेडिकल फॉलो अप से दूसरे कार्डियक अरेस्ट को 45% तक रोकने में मदद मिल सकती है: डॉ. आर.के जसवाल
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
एक रोगी की भलाई के लिए रेगुलर मेडिकल फॉलो अप और किसी भी तरह की हृदय प्रक्रिया से गुजरने के बाद एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखना नितांत आवश्यक है। इसके अलावा, रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को देखभाल और फॉलो अप तकनीकों के बारे में अच्छी तरह से मालूम होना चाहिए जो कार्डियक अरेस्ट को रोकने में मदद कर सकते हैं। कार्डियो-वैस्कुलर हेल्थ को कैसे बनाए रखा जाए, इस बारे में आम जनता को जागरूक करने के लिए फोर्टिस अस्पताल, मोहाली के हेड ऑफ डिपार्टमेंट और डायरेक्टर कार्डियोलॉजी तथा कैथलैब्स के डायरेक्टर डॉ आरके जसवाल ने रविवार को यहां होटल नोवोटेल में पूरे उत्तर भारत से परक्यूटेनियस कोरोनरी एंजियोग्राफी (पीटीसीए) / स्टेंटिंग से गुजरने वाले कई रोगियों के लिए दिल के दौरे को रोकने के तरीकों पर एक पब्लिक हेल्थ अवेयरनेस प्रोग्राम का आयोजन किया। डॉ जसवाल द्वारा आयोजित पेशेंट एडुकेशनपर यह सातवां ऐसा प्रोग्राम है जिसमें आम जनता को 'पोस्ट पीटीसीए आफ्टर केयर' के तहत टिप्स दिए जाते हैंl कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, डॉ जसवाल ने कहा,"चिकित्सा जांच ने स्थापित किया है कि यदि कोई रोगी, जो पर्क्यूटेनियस कोरोनरी एंजियोग्राफी (पीटीसीए) से गुजर चुका है, प्रॉपर मेडिकल फॉलो अप का सख्ती से पालन करता है और एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखता है, तो उसके होने की संभावना / उसे दूसरा दिल का दौरा पड़ने या अचानक हृदय गति रुकने से 45% की कमी हो जाती है।एक लंबे, स्वस्थ जीवन के लिए हृदय प्रक्रिया से गुजरने के बाद एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखना आवश्यक है।" इस मौके पर रोगियों को उन्नत उपचार विकल्पों के बारे में भी बताया गया, जो अब दुनिया भर के प्रमुख अस्पतालों में उपलब्ध हैं, जो जटिलताओं को काफी कम करते हैं और दीर्घकालिक रोगी परिणामों में सुधार करते हैं। डॉ जसवाल ने आगे कहा कि "फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली, जो कार्डिएक साइंसेज के लिए उत्कृष्टता का केंद्र है, पिछले 10 वर्षों से 24x7 सबसे उन्नत और नवीनतम तकनीक प्रदान करता है जैसे रोटेब्लेशन, फ्रैक्शनल फ्लो रिजर्व (एफएफआर), ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी (ओसीटी), इंट्रावास्कुलर अल्ट्रासाउंड (आईवीयूएस), इम्पेला इत्यादि उपलब्ध हैं
अंकुर स्कूल के सीनियर छात्र इंटर स्कूल डांस प्रतियोगिता के बने विजेता
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
2 अगस्त, 2022 को महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान, सेक्टर 26, चंडीगढ़ में एक अंतर स्कूल नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। अंकुर स्कूल के छात्रों ने भी प्रतियोगिता में भाग लिया और स्कूल को गौरवान्वित किया। उन्होंने सीनियर वर्ग में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया और जूनियर वर्ग में प्रथम उपविजेता रहे। प्राचार्य डॉ. परमिंदर दुग्गल ने इस उपलब्धि के लिए छात्रों और शिक्षक प्रभारी को बधाई दी और उन्हें ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहने के लिए प्रेरित किया.
पीजीजीसी-46 की वार्षिक कॉलेज पत्रिका 'अमरन्थ' का विमोचन
पत्रिका को प्रकाशित करने में विद्यार्थियों की मेहनत और
रचनात्मकता की सराहना की
डांस एंड म्यूजिक अकादमी ने 2 दिन की कार्यशाला का किया आयोजन
एन टी 24 न्यूज़
विनय कुमार शर्मा
चंडीगढ़
कलाकारों की प्रतिभा को निखारने के लिए सिटी
एंटरटेनमेंट नेटवर्क (सैंड डांस एंड म्यूजिक अकादमी) में 2 दिन
की कार्यशाला का आयोजन किया गया l जिसमें विभिन्न संस्थाओं
के सदस्यों ने भाग लिया l कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य
कलाकारों की प्रतिभा को निखारना था l इस कार्यशाला में सुमेर
सिंह जो इस संस्था के निदेशक हैं, ने ड्रामा की बारीकियों से
कलाकारों को रूबरू करवाया l शाहनाज़ सिंह ने, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कलाओं का ज्ञान अर्जित किया है,
ने भी अपने अनुभवों को साँझा किया l प्रतिभागियों
में मुख्यत गुरमीत सिंह, रंजीत सिंह, दलजीत
सिंह, सनी, रुशाली , काव्या ने भाग लिया और अपने विचारों से संस्था को परिचित करवाया l प्रतिभागियों ने बताया कि उनका सपना जो उन्होंने बचपन में देखा था कि वह
एक अच्छे स्तर पर कलाकार बनना चाहते हैं यहां आकर वो पूरा हो रहा हैl
ड्रग एब्यूज़ पर आधारित फिल्म "अ सिप ऑफ़ लाइफ, डार्लिंग" का प्रोमो हुआ रिलीज़
ड्रग एब्यूज़ से युवाओं को बचाने के लिए जागरूक करना है
जरूरी : सुखविंदर शर्मा
विनय कुमार शर्मा
पंचकुला
ड्रग्स एब्यूज़ पर आधारित नई हिंदी फीचर फिल्म "अ
सिप ऑफ़ लाइफ,
डार्लिंग" का प्रोमो आज पंचकुला इंसान कैफे लॉन्ज में आयोजित
एक प्रेस कांफ्रेंस में रिलीज़ किया गया। उपस्थित पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए
फिल्म के निर्देशक सुखविंदर शर्मा, जो पंजाब विश्वविद्यालय,
चण्डीगढ़ में कार्यरत हैं, ने बताया कि फिल्म
को नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए बनाया गया है। सुखविंदर शर्मा ने कहा की
ड्रग की लत से न केवल युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जाता है बल्कि पूरा परिवार भी
बर्बाद हो जाता है। उन्होंने इस फ़िल्म से उम्मीद जताई कि ये फिल्म अपने उद्देश्य
में सफल रहेगी। साथ फ़िल्म की प्रमोशन के दौरान साथ देने के लिए विशेष तोर पर
चंडीगढ़ की बरदर सोसाइटी की टीम और राहुल सोंकड का धन्यवाद भी किया l सुखविंदर शर्मा, जो इससे पहले साईं महिमा के नाम से
भी एक हिट फिल्म बना चुके हैं, ने इस फिल्म के बारे में
जानकारी देते हुए बताया कि इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह युवा ड्रग्स की
लत का शिकार होकर अपनी लाइफ को बर्बाद कर रहे हैं। इस फिल्म की कहानी 3 किरदारों
के ऊपर आधारित है जो किसी ना किसी तरह से एक दूजे से जुड़ी हुई हैं। कहानी ड्रग्स एब्यूज़ की गंभीर समस्या पर आधारित
होने के कारण इसमें एक ही सॉन्ग फिल्माया गया है जो कि हिमाचल प्रदेश के पालमपुर
की खूबसूरत वादियों में शूट किया गया है। फिल्म की शूटिंग चण्डीगढ़, पंजाब व रामगढ़ (हिमाचल) पालमपुर में भी की गई है। फिल्म में ड्रग एब्यूज़
की समस्या से जूझ रहे तीन परिवारों को केंद्रित करके दिखाया है कि किस तरह से युवा
ड्रग्स माफिया की चपेट में आते हैं और ये संदेश भी दिया गया है कि अपने सपने टूटने
पर भी इंसान को हार नहीं माननी चाहिए। अ सिप ऑफ़ लाइफ डार्लिंग में ड्रग्स माफिया
पर की कार्य शैली भी दर्शाई गई है व बताया गया है कि माफिया की जड़ें कहां तक फैली
होती हैं? फिल्म में मुख्य भूमिका में बॉलीवुड कलाकारों
मुस्ताक खान, हिमानी शिवपुरी, राजेश
पुरी व पंकज मिश्रा, राहुल सोंकड, विनय
कुमार, सुनील शर्मा के साथ अन्य कई मुख्य कलाकार स्थानीय
हैं। फिल्म समाज पर नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के प्रभाव और खतरे पर प्रकाश डालती
है। फिल्म के निर्देशक सुखविंदर शर्मा ने कहा कि गीता में भगवान कृष्ण का संदेश है
कि जो हुआ, अच्छा हुआ, जो हो रहा है,
वो भी अच्छा हो रहा है और जो होगा, वह भी
अच्छा ही होगा। ये ही इस फिल्म का भी मुख्य संदेश है। जिंदगी में आप जैसा करोगे,
जिंदगी आपको वैसा ही देगी l