राष्ट्रिय वैदिक संगोष्ठी की गूञ्ज सुनी मोरिशस
तक
चंडीगढ़
विश्वविद्यालय की दयानन्द अध्ययन वैदिक पीठ के द्वारा आयोजित "राष्ट्रिय वैदिक संगोष्ठी" में भारत के विभिन्न प्रदेशों से विद्वानों ने शिरकत की वहीं इसकी गूञ्ज विदेशों तक भी सुनाई दी । विदेशों में रहने वाले संस्कृत तथा वैदिक विद्वानों ने इस कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की, वहीं
मोरिशस के वैदिक विद्वान श्री ज्ञान धनूक चन्द जी इस कार्यक्रम मे विशेष रूप से पहुँचे । उनके पहुँचने की
सूचना प्राप्त होते ही माननीय वी.सी साहब ने प्रो वीरेन्द्र अलंकार जी के साथ वी. सी आफिस में उनका आवाहन किया । यहाँ उन्होनें माननीय वी. सी प्रो. राजकुमार जी को वैदिक शोध पर लिखी अपनी नवीन पुस्तक " माडर्न इण्डियन रिफार्मरस" भेंट करते हुए इस कार्यक्रम के आयोजन पर बधाई
दी तथा यह विश्वास दिलाया कि मारिशस का संस्कृत विभाग पी यू के संस्कृत विभाग से मिलकर वैदिक शोध करेगा । तदुपरान्त माननीय वी. सी साहब ने इस कार्यक्रम के आयोजक तथा
महर्षि दयानन्द चेयर के वर्तमान अध्यक्ष प्रो. डा.
वीरेन्द्र अलंकार जी को अपने आफिस
में विशेष रूप से बधाई देते हुए संस्कृत साहित्य तथा वैदिक शोध में मोरिशस तथा अन्य देशों के विद्वानों के योगदान लेने पर सहमति
जताई ।
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